योगी कैबिनेट साइकिल पर हुई सवार..!

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योगी आदित्यनाथ सरकार से इस्तीफा देने के साथ ही स्वामी प्रसाद मौर्या ने सपा की सदस्यता ले ली है। कुशीनगर के पडरौना से भारतीय जनता पार्टी के विधायक स्वामी प्रसाद मौर्या योगी आदित्यनाथ सरकार के पहले मंत्री हैं, जिन्होंने इस्तीफा दिया है। वह पडरौना से लगातार तीन बार से विधायक हैं।लखनऊ में मंगलवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात करने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्या ने कैबिनेट मंत्री के पद से अपना इस्तीफा दिया।


स्वामी प्रसाद मौर्या प्रदेश सरकार में श्रम तथा सेवायोजन मंत्री थे। उनकी बेटी संघप्रिया भारतीय जनता पार्टी से बदायूं से सांसद हैं जबकि इनके बेटे उत्कृष्ट मौर्या को भाजपा ने 2017 के विधानसभा चुनाव में रायबरेली के ऊंचाहार से चुनाव लड़वाया था।

“श्रम, सेवायोजन एवं समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है किंतु दलितों, पिछड़ों, किसानों, बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे-लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के योगी मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं “

भाजपा विधायक रोशनलाल वर्मा ने भी भाजपा से अपना इस्तीफा दे दिया है।विधायक रोशनलाल ने कहा कि ‘मैंने बीजेपी से इस्तीफा दे दिया है और सपा में शामिल होने जा रहा हूं।पांच साल से जनता की सुनवाई नहीं हो रही थी।

प्रदेश में 17वीं विधानसभा के गठन से पहले बहुजन समाज पार्टी छोड़कर भारतीय जनता पार्टी में आने वाले स्वामी प्रसाद मौर्या का भाजपा से मोहभंग हो गया है। प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित होने के बाद से ही बेचैन स्वामी प्रसाद मौर्या ने मंगलवार को प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार से इस्तीफा दे दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्या ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा प्रेषित किया है।इस्तीफा में स्वामी प्रसाद ने लिखा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंत्रिमंडल में श्रम एवं सेवायोजन व समन्वय मंत्री के रूप में विपरीत परिस्थितियों व विचारधारा में रहकर भी बहुत ही मनोयोग के साथ उत्तरदायित्व का निर्वहन किया है किंतु दलितों, पिछड़ों, किसानों बेरोजगार नौजवानों एवं छोटे- लघु एवं मध्यम श्रेणी के व्यापारियों की घोर उपेक्षात्मक रवैये के कारण उत्तर प्रदेश के मंत्रिमंडल से मैं इस्तीफा देता हूं।