उत्तर प्रदेश में कोविड-19 का बढ़ता संकट

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भले ही भारत समेत दुनियाभर में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ रही हो, लेकिन लोगों की उम्मीद मजबूत हुई है कि अब यह महामारी ज्यादा दिनों की मेहमान नहीं है। सरकार की तरफ से अनलॉक-4 की घोषणा के बाद ज्यादातर दफ्तर, संस्थान व प्रतिष्ठान खुल गए हैं और वहां उपस्थिति भी बढ़ी है। पांच महीने पहले कोरोना के कारण गांव-घर का रुख करने वाले वाले प्रवासी कामगार अब काम पर लौटने लगे हैं। लोगों की मांग बढ़ने के कारण अतिरिक्त ट्रेनों का संचालन करना पड़ रहा है।

Total samples tested till date 8826726.
Total samples tested over last 24 hours 150085.
Total Positive till date 364543.
Total Negative till date 8462183.

पेट्रोल व डीजल की खपत में वृद्धि हुई है और अर्थव्यवस्था भी रफ्तार पकड़ने लगी है। यूं कहें कि जिंंदगी अब पटरी पर लौटने लगी है।उत्तर प्रदेश में मंगलवार को डेढ़ लाख कोरोना वायरस संक्रमण के टेस्ट में 5,722 नए रोगी मिले, वहीं, 6,589 मरीज स्वस्थ भी हुए। इस तरह लगातार पांचवें दिन तक मिले संक्रमित मरीजों के मुकाबले ठीक होने वाले रोगियों की संख्या ज्यादा है। ऐसे में पांच दिनों में 5,087 एक्टिव केस कम हुए हैं। प्रदेश में अब एक्टिव केस 63,148 बचे हैं।

उत्तर प्रदेश में अब तक कुल 3.64 लाख लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं और इसमें से 2.96 लाख रोगी ठीक हो चुके हैं। अब रिकवरी रेट बढ़कर 81.25 फीसद हो गया है। वहीं मंगलवार को 77 और लोगों की मौत के साथ अब तक 5,212 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है। बीते 24 घंटे में प्रदेश में 1.50 लाख नमूनो की जांच की गई और अब तक कुल 88.26 लाख लोगों का कोरोना टेस्ट किया जा चुका है। अभी तक 3.72 लाख मेडिकल टीमों की मदद से 12.18 करोड़ लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है।

उद्योग-धंधों में कामकाज की शुरुआत के साथ ही प्रवासी कामगार लौटने लगे हैं। आलम यह है कि भुवनेश्वर-अहमदाबाद साप्ताहिक ट्रेन में 23 सितंबर तक कोई जगह नहीं है। विशाखापत्तनम से कोरबा, गुवाहाटी, बेंगलुरु, हावड़ा व तिरुचिरापल्ली जाने वालों की भीड़ को देखते हुए विशेष ट्रेन चलाई गई। बिहार व उत्तर प्रदेश से दिल्ली, मुंबई, गुजरात व अन्य औद्योगिक शहरों के लिए चलाई जाने वाली ट्रेनें फुल जा रही हैं।