एल-2 चिकित्सालय/ राजर्षि दशरथ राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, दर्शन नगर-अयोध्या का जिलाधिकारी किया निरीक्षण

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अयोध्या, जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने एल-2 अटैच्ड चिकित्सालय/ राजर्षि दशरथ स्वशाषी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, दर्शन नगर-अयोध्या का निरीक्षण किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने नियन्त्रण कक्ष में लगे सी0सी0टी0वी0 के माध्यम से विभिन्न वार्डों में साफ-सफाई एवं चिकित्सकों के भ्रमण के समय का अवलोकन किया। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि वार्र्डों में चिकित्सकों द्वारा नियमित रूप से समय-समय पर भ्रमण किया जा रहा है। वर्तमान में 01 पुरुष व 03 महिला, कुल 04 मरीज भर्ती हैं। इनमें से 02 मरीजों का इलाज आई0सी0यू0 में तथा 01 का ए0एन0सी0 व 01 का पी0एन0सी0 में चल रहा है। चिकित्सा महाविद्यालय में साफ-सफाई की व्यवस्था ठीक पायी गयी।

कोविड-19 के अन्तर्गत मृत्यु दर में वृद्धि होने के दृष्टिगत जिलाधिकारी ने निर्देश दिये कि ओ0पी0डी0 में आने वाले सिम्प्टोमैटिक मरीजों का अनिवार्य रूप से कोरोना सैम्पिल लिया जाय तथा उनकी रिपोर्ट आने तक होल्डिंग वार्ड में रखकर उन्हें आवश्यक चिकित्सीय सुविधाएं प्रदान की जायं जिससे मरीजों का स्वास्थ्य खराब होने से बचाया जा सके। उन्होंने कहा कि यदि उनकी रिपोर्ट पाॅजिटिव आती है तो उन्हें कोविड हाॅस्पिटल में शिफ्ट करके उनका समुचित इलाज किया जाय।

मुख्य चिकित्सा अधीक्षक द्वारा अवगत कराया गया कि कतिपय कोविड मरीजों के एक बार स्वस्थ होकर डिस्चार्ज होने/कोविड रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद पुनः स्वास्थ्य सम्बन्धी समस्याएं आने पर उनके लिए चिकित्सालय में “पोस्ट कोविड ओ0पी0डी0” संचालित है तथा पोस्ट कोविड मरीजों हेतु संचालित ओ0पी0डी0 का हेल्प लाइन नम्बर- 9044190504 भी जारी किया गया है जिस पर कोई भी पोस्ट कोविड व्यक्ति संपर्क कर चिकित्सीय सलाह प्राप्त कर सकता है जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि उक्त हेल्पलाइन नंबर का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाय। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि चिकित्सा महाविद्यालय में सभी विभागों की ओ0पी0डी0 वर्तमान में संचालित हैं जहाँ पर कोई भी व्यक्ति स्वास्थ्य सम्बन्धी किसी भी प्रकार की समस्या होने पर अपनी जाँच व इलाज करा सकता है।

जिलाधिकारी ने घर-घर सर्वेक्षण कार्य में कमी के दृष्टिगत मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया तथा इस ओर विशेष ध्यान देने व प्रतिदिन घर-घर सर्वेक्षण की रिपोर्ट प्राप्त करने के निर्देश दिये। उन्होंने कोविड से प्रभावित अन्य शहरों से आने वाले लोगों की जाँच हेतु सभी सी0एच0सी0 एवं पी0एच0सी0 पर समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।

इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा प्लास्टिक सर्जरी एवं बर्न यूनिट में कोविड-19 के लक्षण वाले मरीजों हेतु स्थापित होल्डिंग वार्ड का भी निरीक्षण किया, जिसमें एक बालिका भर्ती पायी गयी।
चिकित्सा महाविद्यालय में इलाज कराने हेतु आने वाले मरीजों व उनके तीमारदारों के बैठने हेतु लगायी गयी लोहे की बेंचों पर सैनिटाइजेशन के कारण इन पर जंग लग गया हुआ पाए जाने पर जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को निर्देशित किया कि इनके स्थान पर ऐसी कुर्सियों/बेंचों की व्यवस्था की जाय जिन पर सैनिटाइजेशन का कोई दुष्प्रभाव न पड़े।निरीक्षण के समय मुख्य चिकित्साधिकारी, महाविद्यालय के प्राचार्य, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक तथा अन्य चिकित्सीय स्टाॅफ उपस्थित रहे।