एस0 पी0 मित्तल का 7500वां ब्लॉग पाठकों एवं शुभचिंतकों को समर्पित

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7500वां ब्लॉग पाठकों एवं शुभचिंतकों को समर्पित है। कृपया ब्लॉग की चोरी न करें। आपने जो लिखा ही नहीं, उस पर अपना अधिकार कैसे जता सकते हैं।यह 7500वां ब्लॉग मेरे पाठकों और शुभचिंतकों को समर्पित है। पाठकों और शुभचिंतकों से मुझे जो ऊर्जा मिलती है, उसी का परिणाम है कि मैं प्रतिदिन तीन-चार ब्लॉग लिख पाता हूँ। जो लोग लेखन का कार्य करते हैं, उन्हें पता है कि रोजाना लिखना कितना कठिन कार्य होता है।

देश और प्रदेश के हालातों पर जो आम पाठक सोचता है वो ही ब्लॉग में लिखा जाता है, इसलिए मेरे ब्लॉग अब आम पाठक के ब्लॉग हो गए हैं। हो सकता है कि कुछ लोग मेरे विचारों से सहमत नहीं हो, लेकिन मैं ऐसे लोगों के विचारों का भी स्वागत करता हंू। लेकिन मैं अपने लाखों पाठकों को यह भरोसा दिलाता हूँ कि मेरे ब्लॉग हमेशा देश हित में होंगे। सरकार किसी भी दल की हो, लेकिन मैं हमेशा अपने देश के साथ खड़ा हूँ। मेरी ईश्वर से प्रार्थना है कि पाठकों का स्नेह किसी तरह बना रहे ताकि मैं प्रतिदिन लिखता रहूं।

7500वां ब्लॉग के अवसर पर मैं विनम्रता के साथ कहना चाहता हंू कि ब्लॉग की चोरी नहीं की जाए। मेरे ब्लॉग सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेट फार्मों के साथ करीब तीन हजार वाट्सप ग्रुप में पोस्ट होते हैं। मुझे उस समय दु:ख होता है, जब मेरे लिखे ब्लॉग चोरी कर किसी अखबार या वेब पोर्टल पर प्रकाशित होते हैं। जो पत्रकार स्वच्छ पत्रकारिता करता है वो मुझे फोन कर बताता है कि ब्लॉग का उपयोग उसके अखबार या पोर्टल के लिए किया जा रहा है, लेकिन जो साथी गलत तरीके से पत्रकारिता करते हैं वे ब्लॉग से मेरा नाम और पहचान हटा कर ब्लॉग का उपयोग अपने अखबार और पोर्टल के लिए कर लेते हैं। सवाल उठता है कि जो आपने लिखा ही नहीं, उस पर अपना अधिकार कैसे जमा सकते हैं?

मेरा एक बार फिर आग्रह है कि जब कभी ब्लॉग का उपयोग करें तो मेरे नाम के साथ साथ फेसबुक पेज का एड्रेस जरूर दें। इससे दोनों का ही सम्मान होगा। उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, पंजाब, मध्यप्रदेश आदि राज्यों के पत्रकारों से मेरा आग्रह है कि ब्लॉग के इस्तेमाल के समय मेरी भावनाओं का भी ख्याल रखें। चूंकि सोशल मीडिया पर पोस्ट सामग्री पर सबका का अधिकार होता है,इसलिए एक-दूसरे का सम्मान करना ही चाहिए।