कोविड-19,नियंत्रित करने के लिए टेस्टिंग और ट्रीटमेण्ट महत्वपूर्ण- मुख्यमंत्री

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  1. मुख्यमंत्री ने प्रदेश के 16 जनपदों में कोविड-19 के प्रभावी नियंत्रण के सम्बन्ध में तैनात किए गए नोडल अधिकारियों को सम्बोधित किया।
  2. पिछले एक सप्ताह में प्रतिदिन 100 या उससे अधिक मामले वाले 16 जनपदों में कोविड संक्रमण को प्रभावी रूप से नियंत्रित किया जाए।
  3. मुख्यमंत्री कार्यालय कोविड-19 के सम्बन्ध में इन नोडल अधिकारियों के फीडबैक तथा अन्य समाधान के लिए जुड़ा रहेगा।
  4. नोडल अधिकारियों को सभी 16 जनपदों में टेस्टों की संख्या बढ़ाने और काॅन्टैक्स ट्रेसिंग पर फोकस किए जाने के निर्देश।
  5. एक व्यक्ति भी कोविड संक्रमित पाए जाने पर 10 से 15 लोगों की 48 घण्टों के भीतर काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग की जाए।
  6. होम हाइसोलेशन में रह रहे मरीजों के साथ निरन्तर संवाद कर उनकी स्थिति की जानकारी ली जाए।
  7. इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर को और प्रभावी और सुदृढ़ करते हुए उनके बेहतर संचालन के निर्देश।
  8. कोविड-19 संक्रमण पाए जाने पर माइक्रो कण्टेनमेण्ट जोन बनाया जाए तथा उस जोन के तहत शत-प्रतिशत टेस्टिंग सुनिश्चित की जाए।
  9. हाई रिस्क ग्रुप की फोकस टेस्टिंग करते हुए लक्षणों के आधार पर उनका आर0टी0पी0सी0आर0 कराया जाए।
  10. प्रतिदिन किए जाने वाले टेस्ट में से 33 प्रतिशत टेस्ट आर0टी0पी0सी0आर0 द्वारा हर हाल में सुनिश्चित हो। एल-2 व एल-3 कोविड अस्पताल में बेडों की संख्या बढ़ायी जाए।


लखनऊ,
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर 16 जनपदों में कोविड-19 के प्रभावी नियंत्रण के सम्बन्ध में तैनात किए गए नोडल अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए टेस्टिंग, टैªकिंग और ट्रीटमेण्ट महत्वपूर्ण हैं। नोडल अधिकारियों को अपने-अपने जनपद में टेस्टों की संख्या बढ़ाने और काॅन्टैक्स ट्रेसिंग पर फोकस किए जाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि एक व्यक्ति भी कोविड संक्रमित पाए जाने पर 10 से 15 लोगों की 48 घण्टों के भीतर काॅन्टैक्ट ट्रेसिंग की जाए। इससे संक्रमण की दर को नियंत्रित किया जा सकेगा।

प्रदेश के जिन 16 जनपदों में पिछले एक सप्ताह के दौरान प्रतिदिन 100 या उससे अधिक कोविड-19 के मामले मिले हैं, ऐसे जनपदों में संक्रमण को प्रभावी रूप से नियंत्रित किया जाए। उन्होंने कहा कि इन जनपदों में अपर मुख्य सचिव/प्रमुख सचिव स्तर के 16 नोडल अधिकारियों की तैनाती की गई है। यह अधिकारी सम्बन्धित जनपद में पहुंचकर ठोस रणनीति व व्यवस्थित कार्ययोजना बनाते हुए रविवार (27 सितम्बर, 2020) तक अपने-अपने जनपदों के सम्बन्ध में रिपोर्ट प्रस्तुत करें।

विशेष सचिव स्तर के अधिकारी के अलावा चिकित्सा शिक्षा तथा स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञ भी इस टीम में मौजूद होंगे। वरिष्ठ नोडल अधिकारी सोमवार तक मुख्यालय वापस आएंगे। विशेष सचिव स्तर के अधिकारी एक सप्ताह तक सम्बन्धित जनपदों में कैम्प करेंगे। मुख्यमंत्री कार्यालय भी कोविड-19 के सम्बन्ध में इन अधिकारियों के फीडबैक तथा अन्य समाधान के लिए जुड़ा रहेगा।

डोर-टू-डोर सर्वे अभियान को सक्रियता से संचालित किया जाए। होम हाइसोलेशन में रह रहे मरीजों के साथ निरन्तर संवाद कर उनकी स्थिति की जानकारी ली जाए। उन्होंने इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर को और प्रभावी और सुदृढ़ करते हुए उसके बेहतर संचालन के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद में अलग-अलग कार्यों की जिम्मेदारी, अलग-अलग समूहों को दी जाए और इनके कार्यों की गहन माॅनीटरिंग की जाए।

कोविड-19 संक्रमण पाए जाने पर माइक्रो कण्टेनमेण्ट जोन बनाया जाए। उस जोन के तहत शत-प्रतिशत टेस्टिंग सुनिश्चित की जाए। इनके अलावा, हाई रिस्क ग्रुप की फोकस टेस्टिंग करते हुए लक्षणों के आधार पर उनका आर0टी0पी0सी0आर0 कराया जाए। प्रतिदिन किए जाने वाले टेस्ट में से 33 प्रतिशत टेस्ट आर0टी0पी0सी0आर0 द्वारा हर हाल में सुनिश्चित हो। कोविड संक्रमित मरीज पाए जाने पर उसे समय पर कोविड अस्पताल में भर्ती किया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिदिन प्रातः 09 से 10 बजे तक जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्साधिकारी जनपद के किसी कोविड अस्पताल में कोविड-19 के नियंत्रण के सम्बन्ध में बैठक करें तथा सायं जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्साधिकारी इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर में इस सम्बन्ध में समीक्षा करें। लापरवाही या शिथिलता पाए जाने पर जवाबदेही तय की जाए।

सर्विलांस और एम्बुलेन्स सेवा को और बेहतर करते हुए एल-2 व एल-3 कोविड अस्पताल में बेडों की संख्या बढ़ायी जाए। वहां पर विशेषज्ञों व पैरामेडिक्स की व्यवस्था सुनिश्चित हो। सीनियर डाॅक्टर्स राउण्ड लें। इन सबकी माॅनीटरिंग सुनिश्चित की जाए। वेण्टीलेटर/एच0एफ0एन0सी0 (हाई फ्लो नेजल कैन्युला) क्रियाशील रहें।

इसके साथ पी0पी0ई0 किट, एन-95 मास्क, आॅक्सीजन, वेण्टीलेटर, दवाइयों, सैनिटाइजर आदि की पर्याप्त उपलब्धता रहे। किसी भी हाल में कालाबाजारी न होने पाए। ऐसा पाए जाने पर उन्होंने सख्त कार्रवाई किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चिकित्सा संस्थानों को वर्चुअल आई0सी0यू0 के माध्यम से जोड़ने की भी कार्यवाही तेजी से की जाए। तकनीक आधारित इन व्यवस्था से योग्य एवं अनुभवी चिकित्सकों द्वारा गम्भीर रोगियों का बेहतर इलाज सुनिश्चित कराया जा सकता है।

नोडल अधिकारियों से कहा कि रणनीति बनाते समय यह सुनिश्चित किया जाए रिकवरी दर और बेहतर हो। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के नियंत्रण के सम्बन्ध में जनपद गौतमबुद्धनगर और गाजियाबाद में अच्छा कार्य हुआ है। इन जनपदों में अपनायी गई कार्य योजना का अध्ययन करते हुए रणनीति बनायी जाए। यह कार्य योजना अन्य जनपदों में भी आवश्यकतानुसार लागू की जाएगी।

कोविड-19 के सम्बन्ध में जागरूकता के कार्यक्रम के साथ-साथ स्वच्छता व सैनिटाइजेशन की भी कार्यवाही निरन्तर संचालित की जाए। आने वाले पर्व और त्योहारों के दृष्टिगत कोविड-19 प्रोटोकाॅल का पालन किया जाए। सोशल डिस्टंेसिंग तथा मास्क के उपयोग के सम्बन्ध में प्रवर्तन कार्यवाही पूरी सक्रियता से की जाए। महत्वपूर्ण स्थानों व चैराहों पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम के माध्यम से कोरोना से बचाव तथा यातायात सुरक्षा के सम्बन्ध में लोगों को जागरूक किया जाए।