‘जल जीवन मिशन’ के अन्तर्गत प्रदेश के बुन्देलखण्ड क्षेत्र, विन्ध्य क्षेत्र तथा गुणता प्रभावित ग्रामों में पेयजल योजना के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में मंत्रिपरिषद के निर्णय मंत्रिपरिषद ने ‘जल जीवन मिशन’ के अन्तर्गत प्रदेश के बुन्देलखण्ड क्षेत्र, विन्ध्य क्षेत्र तथा गुणता प्रभावित ग्रामों में पेयजल योजना के क्रियान्वयन के सम्बन्ध में प्रस्तुत प्रस्ताव को अनुमोदित कर दिया है।
बुन्देलखण्ड/विन्ध्य क्षेत्र विभिन्न जनपदों के ग्रामों में पेयजल आपूर्ति हेतु परियोजना के निर्माण के निमित्त कार्यदायी फर्माें के माध्यम से आगणनों का विरचन कराया गया। विरचित आगणनों की परियोजनाओं में से 200 करोड़ रुपये से अधिक लागत की 21 परियोजनाओं पर मंत्रिपरिषद का अनुमोदन पूर्व में प्राप्त किया जा चुका है, जिनमें अग्रेतर कार्यवाही गतिमान हैं।
सम्प्रति व्यय वित्त समिति द्वारा अनुमोदित 200 करोड़ रुपये से अधिक लागत की 03 अन्य परियोजनाओं को मंत्रिपरिषद द्वारा अनुमोदन प्राप्त किया गया है। यह परियोजनाएं जनपद जालौन के विकासखण्ड कोंच एवं डकोर स्थित सला ग्राम समूह पाइप पेयजल योजना (व्यय वित्त समिति द्वारा अनुमोदित लागत 53479.40 लाख रुपये), जनपद सोनभद्र के विकासखण्ड घोरावल एवं राबर्ट्सगंज स्थित पटवध तथा पटवध-2 ग्राम समूह पाइप पेयजल योजना (व्यय वित्त समिति द्वारा अनुमोदित लागत 86835.57 लाख रुपये) तथा जनपद सोनभद्र के विकासखण्ड चोपन स्थित कदरा, नेवारी एवं हर्रा ग्राम समूह पाइप पेयजल योजना (व्यय वित्त समिति द्वारा अनुमोदित लागत 23198.95 लाख रुपये) है। इन पाइप पेयजल योजनाओं से क्रमशः 225, 661 तथा 67 राजस्व ग्राम आच्छादित होंगे।
जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रथमतः बुन्देलखण्ड और विन्ध्य क्षेत्र की समस्त आबादी तथा आर्सेनिक/फ्लोराइड एवं जापानी इंसेफ्लाइटिस (जे0ई0)/एक्यूट इंसेफ्लाइटिस सिण्ड्रोम (ए0ई0एस0) से ग्रस्त समस्त आबादी को चरणबद्ध रूप से शुद्ध पाइप पेयजल परियोजना से आच्छादित किया जा रहा है।