मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी तथा मुख्य विकास अधिकारी निरन्तर धान क्रय केन्द्रों का करें निरीक्षण- मुख्यमंत्री

106

मुख्यमंत्री ने धान क्रय केन्द्रों की व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के निर्देश दिए।यह सुनिश्चित किया जाए कि किसानों को धान बेचने में कोई परेशानी का सामना न करना पडे़।मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी तथा मुख्य विकास अधिकारी टीम बनाकर निरन्तर धान क्रय केन्द्रों का निरीक्षण सुनिश्चित करें।
धान क्रय की प्रक्रिया फरवरी, 2021 तक संचालित होगी, इसके दृष्टिगत सभी तैयारियां समय से सुनिश्चित कर ली जाएं।धान क्रय प्रक्रिया में लापरवाही बरतने वालों की जवाबदेही तय कर सख्त कार्यवाही किए जाने के निर्देश।
‘उ0प्र0 कामगार और श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) आयोग’ की बैठक में लिए गए निर्णयों को पूरे प्रदेश में तत्परता से लागू किया जाए।आयोग के निर्णयों के क्रम में सम्पादित किए जाने वाले कार्यों की रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश,गो-आश्रय स्थलों की व्यवस्थाओं को सुचारु बनाए रखें।  


लखनऊ ,
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने धान क्रय केन्द्रों की व्यवस्था को सुचारु बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि यह सुनिश्चित किया जाए कि किसानों को धान बेचने में कोई परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने किसानों से धान की खरीद तेजी से किए जाने के निर्देश भी दिए हैं।

आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि मण्डलायुक्त, जिलाधिकारी तथा मुख्य विकास अधिकारी टीम बनाकर निरन्तर धान क्रय केन्द्रों का निरीक्षण सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि धान क्रय की प्रक्रिया फरवरी, 2021 तक संचालित होगी। इसके दृष्टिगत सभी प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने धान क्रय प्रक्रिया में लापरवाही बरतने वालों की जवाबदेही तय कर सख्त कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए हैं।

बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह, मुख्य सचिव आर0के0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य आलोक कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव पशुपालन भुवनेश कुमार, प्रमुख सचिव आवास दीपक कुमार, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘उत्तर प्रदेश कामगार और श्रमिक (सेवायोजन एवं रोजगार) आयोग’ की बैठक में लिए गए निर्णयों को पूरे प्रदेश में तत्परता से लागू किया जाए। इस सम्बन्ध में सभी जनपदों में समयबद्ध ढंग से प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। उन्होंने आयोग के निर्णयों के क्रम में सम्पादित किए जाने वाले कार्यों की रिपोर्ट मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने गो-आश्रय स्थलों की व्यवस्थाओं को सुचारु बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि गो-आश्रय स्थलों पर संरक्षित गोवंश के लिए चारे-पानी की पर्याप्त उपलब्धता बनाई रखी जाए। गोवंश को सर्दी से सुरक्षित रखने के लिए गो-आश्रय स्थलों में सभी जरूरी इन्तजाम सुनिश्चित किए जाएं।