महिला सशक्तिकरण सफलता की कहानी

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अयोध्या – मिशन शक्ति एवं पंडित दीनदयाल अंत्योदय योजना राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित महिला स्वयं सहायता समूह को आत्मनिर्भर बनाने का चला अभियान जिलाधिकारी अनुज कुमार झा ने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन जनपद अयोध्या को मुख्य विकास अधिकारी के निर्देशन में विभिन्न विभागों के साथ कन्वर्जेंस के माध्यम से समूह की दीदियों को आत्म निर्भर एवं आर्थिक रूप से सशक्त किया जा रहा है।

इस योजना का नियमित समीक्षा कर विभिन्न विभागों के माध्यम से सशक्त बनाया जा रहा है जिसमें से एक विभाग है माटी कला बोर्ड। जो मुख्य विकास अधिकारी प्रथमेश कुमार की अगुवाई में जनपद में 25 इलेक्ट्रिक चाक एवं 6 लक्ष्मी गणेश जी की प्रतिमा बनाने वाले सांचे राज्य स्तर से आवंटित किए गए थे। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा उपायुक्त स्वरोजगार अयोध्या को 25 समूहों के चिन्हांकन हेतु निर्देशित किया गया। चिन्हांकन के पश्चात ही माननीय अध्यक्ष उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड श्री धर्मवीर प्रजापति द्वारा 20 तथा जनपद प्रभारीध्मा0 राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), डॉक्टर नीलकंठ तिवारी जी द्वारा 5 स्वयं सहायता समूह की दीदियों को जिलाधिकारी महोदय एवं मुख्य विकास अधिकारी महोदय की उपस्थिति में पूर्व में प्रदान किया गया था ताकि वे स्वयं सहायता के माध्यम से स्वयं में आर्थिक रूप से सक्षम हो सके। इसके सार्थक परिणाम सामने परिलक्षित हो रहे हैं।

समूह की महिलाओं को इलेक्ट्रिक चाक एवं सांचे मिलते ही उनके चेहरे पर खुशी की लहर के साथ-साथ उनमें अपने रोजगार को आगे बढ़ाने का हौसला मिला। समूह की दीदियों को रोजगार के अवसर से जोड़ने एवं सतत चिंतित रहने वाले जनपद के मुख्य विकास अधिकारी महोदय यहीं तक सीमित नहीं रहे वे जिलाधिकारी से अयोध्या में होने वाले दीपोत्सव कार्यक्रम में समूह की दीदियों द्वारा इलेक्ट्रिक चाक से बनाए गए दीपक की खरीद हेतु वार्ता करते हुए उन्होंने 2 लाख सादे दीपक एवं 40 हजार डिजाइनर दीपक का आर्डर प्राप्त हुआ जिससे दीदियों को 3 लाख रूपये की आय हुई दीदियों के साथ-साथ 50 महिलाओं को एक साथ रोजगार के अवसर प्राप्त हुए थे।

उन्होंने आगे बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन की दीदियों द्वारा होने वाली सरयू के घाट पर दीपक से सजाने की तैयारी। दीपक के साथ ही साथ 6 लाख 50 हजार बाती का भी आर्डर दिलाया गया। अयोध्या में सरजू के घाटों से लेकर तमसा उद्गम स्थल तक दीदियों के द्वारा बनाए गए दीपों से अयोध्या प्रकाशमय हो गई एवं कुछ इस तरह पूरी अयोध्या राम माय के साथ-साथ सुशोभित हो रही है। इस प्रकाशमयी भगवान राम की धरती को देखकर समूह की दीदिया कहती हैं कि मैं धन्य हो गई जो मुझे इस दीपोत्सव में रोजगार करने के साथ-साथ जनपद के अधिकारियों द्वारा मुझे सेवा करने का अवसर प्रदान किया।

मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रथमेश कुमार ने बताया कि जनपद की सभी स्वयं सहायता समूहों को आर्थिक रूप से स्वावलम्बी बनाने हेतु उन्हें बैंक से ऋण के साथ ही साथ सीसी अकाउंट खुलवाया जा रहा है। परिषदीय विद्यालयों में छात्र-छात्राओं के मध्य बटने वाले ड्रेस को बड़ी संख्या में सिलने एवं आपूर्ति के आदेश विगत वर्ष स्वयं सहायता समूहों को बेसिक शिक्षा विभाग से दिलाया गया है।

मिशन शक्ति के तहत महिला स्वयं सहायता समूह में सम्मिलित महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने व उनके जीवन स्तर को ऊपर उठाने हेतु जिला प्रशासन द्वारा जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित 27 गौशालाओं की संचालन की जिम्मेदारी स्वयं सहायता समूह को दी गई है। इन समूहों को जिले स्तर पर गोबर से वर्मी कम्पोज खाद बनाने के प्रशिक्षण के साथ गौशाला के निकट ही मनरेगा से वर्मी कम्पोज खाद बनाने हेतु गड्ढा निःशुल्क बनवा कर दिया गया है। यह स्वयं सहायता समूह गौशाला के गोबर से वर्मी कम्पोज खाद बनाकर किसानों को विक्रय करेगी और उससे प्राप्त आय स्वयं सहायता समूह के महिलाओं में वितरित होता है।

यदि वर्मी कम्पोज खाद किसान बंधुओं को आपूर्ति के बाद बच जाता है तो जिला प्रशासन द्वारा खाद की आपूर्ति, कृषि, उद्यान, वन विभागों में आपूर्ति हेतु व्यवस्था सुनिश्चित करायेगा। वर्मी कम्पोज खाद से खेतों में रासायनिक उर्वरक के प्रयोग में कमी आएगी जो मानव स्वास्थ्य के साथ पर्यावरण को स्वच्छ बनाने में अनुकूल होगा तथा महिलाएं को आत्मनिर्भर बनने एवं अपने परिवार के परवरिस में आर्थिक रूप से सहायता कर सकेंगी। इसी के साथ जिला प्रशासन ने दौलतपुर की स्वयं सहायता समूह की गौ कास्ट मशीन निःशुल्क उपलब्ध कराई गई जिसे ये समूह गोबर से लकड़ी बनाकर श्मशान घाटों पर आपूर्ति करेंगे और यह प्रयोग सफल रहने पर दूसरी स्वयं सहायता समूहों को उक्त मशीन आपूर्ति कराई जाएगी इससे पेड़ों की अवैध कटान रुकेगी तथा पर्यावरण संरक्षित होगा।

मिशन शक्ति के तहत महिलाओं के सशक्तिकरण के तहत जनपद के ग्राम पंचायतों में चिन्हित 804 सामूहिक शौचालय में से पूर्व निर्मित 627 सामूहिक शौचालय के संचालन की जिम्मेदारी महिलाओं के स्वयं सहायता समूहों को सौंप दी गई है जिन्हें देख रेख हेतु 6 हजार तथा अनुरक्षण हेतु 3 हजार कुल 9 हजार प्रति माह इन समूहों को शासन द्वारा भुगतान किया जा रहा है। जनपद के 10 कोटे की दुकान जो पूर्व से निरस्त है उनका भी संचालन महिला स्वयं सहायता समूहों को ही दी गई है। इससे प्राप्त आय भी स्वयं सहायता समूह के महिलाओं में वितरित होगी। इसी के साथ जनपद के ग्रामीण क्षेत्रों में 2175 आंगनबाड़ी केंद्रों में वितरित होने वाली शुष्क राशन की जिम्मेदारी स्वयं सहायता समूहों को दी गई है।

जनपद 864 कोटेदार की दुकान के माध्यम से आंगनबाड़ी केंद्रों में इनके देखरेख में शुष्क राशन की आपूर्ति की जाएगी तथा इससे प्रत्येक स्वयं सहायता समूहों को 8 से 10 हजार रूपये का आर्थिक लाभ प्राप्त होगा जिससे स्वयं सहायता समूह की स्वयं की पूंजी बढ़ाने के साथ प्राप्त आर्थिक लाभ को महिलाओं में वितरित होगा। जिला प्रशासन द्वारा महिला सशक्तिकरण के तहत महिलाओं को स्वालम्बी, आत्मनिर्भर एवं रोजगार प्रदान करने के लिए अन्य योजनाओं के संचालन में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने हेतु शासन एवं जिले स्तर पर सार्थक प्रयास कई विभाग द्वारा किया जा रहा है। उक्त जानकारी आजीविका मिशन की डिस्ट्रिक्ट मिशन मैनेजर श्रीमती सरिता वर्मा द्वारा दिया गया है और अधिक जानकारी हेतु श्रीमती सरिता वर्मा से विकास भवन से संपर्क किया जा सकता है।