राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के विचार आज भी प्रासंगिक

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प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के बलिदान दिवस पर अर्पित की गयी भावभीनी श्रद्धांजलि। वरिष्ठ नेता श्री प्रमोद तिवारी एवं कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता श्री दीपक सिंह सहित कई वरिष्ठ नेता रहे मौजूद। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के बताये रास्ते पर चलने का लिया गया संकल्प। मौजूदा दौर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के विचार और भी अधिक प्रासंगिक।

बृजेन्द्र कुमार सिंह

लखनऊ – राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के बलिदान दिवस (30 जनवरी) के मौके पर आज प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में पूर्वान्ह 10.59बजे सायरन बजते ही कांग्रेस के वरिष्ठ एवं पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी जी के नेतृत्व में वरिष्ठ नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने दो मिनट मौन रखकर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।

इस अवसर पर मध्यान्ह एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता पूर्व विधायक श्यामकिशोर शुक्ल ने की तथा संचालन प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता बृजेन्द्र कुमार सिंह ने किया। सर्वप्रथम सभी नेताओं ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया।

मुख्य अतिथि के रूप में विचार गोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कांग्रेस विधान परिषद दल के नेता श्री दीपक सिंह ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के मूल्यों और आदर्शों की आज पूरी दुनिया में पूजा हो रही है। लेकिन बड़े दुःख की बात है कि मौजूदा सरकार के समर्थन में कुछ ऐसे तत्व हैं जो राष्ट्रपिता की हत्या करने वाली विचारधारा का संरक्षण करते हैं। जबकि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने पूरी दुनिया और मानवता को बड़ी से बड़ी लड़ाई जीतने के लिए तीन बड़े अस्त्र उपलब्ध कराये हैं।

सत्य के प्रति आग्रह करना(सत्याग्रह), सविनय पूर्वक अवज्ञा(सविनय अवज्ञा), करो या मरो। आज सबसे ज्यादा राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के विचार प्रासंगिक हैं क्योंकि आज भारत की आधी आबादी सरकार के खिलाफ सविनय अवज्ञा के तहत राजधानी के बार्डर पर सड़कों पर बैठी है। वह हमारे अन्नदाता किसान हैं। ऐसे में जब पूरी मानवता और पूरी दुनिया गांधी जी के मूल्यों और आदर्शों को स्वीकार करते हुए संरक्षण करती है तो मैं अपनी सरकार से विनती करता हूं कि वह भी हमारे अन्नदाता किसानों की सुनें और उनके खिलाफ बनाये गये तीन कृषि कानूनों को वापस लें।

संगोष्ठी में विचार विभाग के चेयरमैन सम्पूर्णानन्द मिश्र ने कहा कि मौजूदा माहौल को देखकर यह अंदाजा लगाना बहुत सहज हो जाता है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने कितने कठिन और मुश्किल हालात में हमें आजादी दिलायी।

संगोष्ठी में अपने अध्यक्षीय सम्बोधन में पूर्व विधायक श्री श्याम किशोर शुक्ला ने कहा कि हमारी कांग्रेस पार्टी का गौरव है कि 135 वर्ष के इतिहास में तथा आजादी के इन 73 वर्षों में तमाम अच्छे-बुरे दौर पार्टी के सामने आये लेकिन कांग्रेस पार्टी ने कभी भी गांधीवादी मूल्यों, आदर्शों से कोई समझौता नहीं किया। हालात जरूर मुश्किल हैं लेकिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के बताये गये रास्ते से ही देश आगे बढ़ सकता है और एकजुट रह सकता है। गांधी जी के बताये रास्ते पर चलने का संकल्प लेने की आवश्यकता है।

संगोष्ठी में उ0प्र0 कांग्रेस जनव्यथा निस्तारण समिति के सचिव संजय शर्मा, शहर अध्यक्ष मुकेश सिंह चौहान, जिलाध्यक्ष वेद प्रकाश त्रिपाठी, प्रवक्ता उबैद उल्ला नासिर, बृजेन्द्र कुमार सिंह आदि कांग्रेसजनों ने अपने विचार व्यक्त किये।

विचार गोष्ठी एवं श्रद्धांजलि सभा में प्रमुख रूप से प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी प्रशासन सिद्धार्थ प्रिय श्रीवास्तव, दिनेश सिंह एवं अनूप गुप्ता, ओ0पी0 चौबे, पुष्पेन्द्र श्रीवास्तव, इरशाद अली, सुशीला शर्मा, माया चौबे, विभा त्रिपाठी, आर0एस0 तिवारी, एस0बी0 मिश्रा, अयूब सिद्दीकी, राम यादव, अन्नू सोनी सहित सैंकड़ों की संख्या में कांग्रेसजन मौजूद रहे।

अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक आज कांग्रेस प्रदेश कार्यालय नेहरू भवन पर हुई। बैठक में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव और उत्तर प्रदेश प्रभारी जुबैर खान मौजूद रहे।अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज आलम की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए  कोऑर्डिनेटर, प्रदेश कोऑर्डिनेटर, वाइस चेयरमैन ने जनवरी महीने में आयोजित कार्यक्रमों की समीक्षा रिपोर्ट रखी। संविधान की प्रस्तावना में समाजवाद और पंथनिरपेक्ष शब्द जोड़े जाने की 44 वीं सालगिरह पर 3 जनवरी को आयोजित संविधान चर्चा, इस पर हुए पर्चा वितरण, मध्य प्रदेश के मंदसौर में मस्जिद में संघ परिवार से जुड़े आतंकी तत्वों द्वारा तोड़फोड़ के खिलाफ जिलों से ज्ञापन भेजने, 12 जनवरी को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के जन्मदिन पर फल वितरण, 18 जनवरी को महान स्वतंत्रता सेनानी,  मोमिन अंसार आंदोलन के संस्थापक, बिहार सरकार में मंत्री रहे अब्दुल कय्यूम अंसारी की पुण्यतिथि को बतौर बुनकर सम्मान दिवस मनाए जाने जिसमें हर जिले में बुनकर समाज से जुड़े प्रतिष्ठित लोगों को सम्मानित किया गया था, पर रिपोर्ट रखी।

एआईसीसी सचिव जुबैर खान ने कहा कि अब अल्पसंख्यक समाज सपा बसपा की असलियत समझ चुका है। सिर्फ कांग्रेस और प्रियंका गांधी ही अल्पसंख्यक समाज की लड़ाई लड़ रहे हैं। हमें हर अल्पसंख्यक बहुल मुहल्ले में अल्पसंख्यक कांग्रेस की कमेटी फरवरी तक बनानी है,अल्पसंख्यक कांग्रेस चेयरमैन शाहनवाज आलम ने प्रदेश कमेटी को फरवरी महीने के कार्यक्रम दिए।