शोहदों और दुराचारियों के लिए यूपी में नहीं है कोई जगह-मुख्यमंत्री

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शोहदों-दुराचारियों के खिलाफ मुख्यमंत्री योगी ने छेड़ा महाभियान,09 दिन तक ऐसे लोगों की हर गतिविधि पर होगी नजर, बनेगी रिपोर्ट, विजयादशमी के बाद होगी कार्रवाई।

सक्रियता, तत्परता, संवेदनशीलता और कठोरता की नीति अपनाए पुलिस,प्रदेश में बेहतर कानून व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री ने दिया मन्त्र,अफवाहबाजों पर रखें पैनी नजर, घटनाओं की सही जानकारी लोगों तक पहुंचाएं।

आगामी त्योहारों के दृष्टिगत बेहतर कानून-व्यवस्था के लिए पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मुख्यमंत्री ने की बैठक,दुर्गा पूजा पंडालों और रामलीला मंचों के आसपास सादी वर्दी में तैनात रहेंगी महिला पुलिसकर्मी,सोशल मीडिया पर अभद्रता, उत्तेजनात्मक प्रयास करने वालों पर रहेगी पुलिस की नजर।

लखनऊ, मुख्यमंत्री ने उत्तर प्रदेश में शोहदों और दुराचारियों के विरुद्ध महाभियान छेड़ने का ऐलान किया है।मुख्यमंत्री ने दो टूक शब्दों में कहा है कि महिलाओं, बेटियों, नाबालिग बच्चों और अनुसूचित जाति के लोगों के विरुद्ध अपराध करने वालों का सभ्य समाज में कोई स्थान नहीं। ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ ऐसी कार्रवाई की जाए कि वह गले मे तख्ती लटकाकर माफी मांगते फिरें या प्रदेश छोड़कर भाग जाएं।

योगी ने निर्देश दिए हैं कि 17 अक्टूबर से शुरू हो रहे ‘मिशन शक्ति के पहले चरण में नौ दिनों तक हर थाने में ऐसे असामाजिक तत्वों की सूची बनाएं। इनकी गतिविधियों पर नजर रखें। विजयादशमी के ठीक बाद इन पर कार्रवाई का अभियान शुरू करें। इनके परिजनों से इनकी कारस्तानी बताते हुए इनके विरुद्ध सख्त से सख्त कार्रवाई करें। ऐसी कार्रवाईयों की दैनिक रिपोर्टिंग हो और शासन स्तर पर इसकी समीक्षा हो। घोषित दुराचारियों की चौराहों पर फ़ोटो लगाएं।

नवरात्र, दशहरा, दीपावली सहित आगामी त्योहारों के दृष्टिगत बेहतर कानून-व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री जी गुरुवार को पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए तैयारियों का जायजा ले रहे थे। मुख्यमंत्री आवास पर हुई इस बैठक में शासन स्तर के वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा जनपदीय अधिकारी भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुसूचित जाति, धर्म गुरु अथवा किसी जनप्रतिनिधि के साथ हुए अपराध की गम्भीरता और संवेदनशीलता के दृष्टिगत पुलिस व प्रशासन के अधिकारी विशेष ध्यान दें। इसमें लापरवाही न हो।

हालिया कतिपय आपराधिक घटनाओं का उल्लेख करते हुए उन्होंने पुलिस विभाग को सक्रियता, तत्परता, संवेदनशीलता और कठोरता की नीति अपनाने का मंत्र दिया है। उन्होंने कहा कि जिला स्तर के अधिकारी त्वरित, प्रभावी और कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करें। घटना के बाद तुरंत मौके पर पहुंचे। अफवाहबाजों से सख्ती से निपटें और सही तथ्य से जनता को अवगत कराएं, ताकि किसी प्रकार का भ्रम न फैले। देर से हुई कार्रवाई कभी सही नहीं कही जा सकती। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी त्योहार के दृष्टिगत पुलिस व प्रशासन सतर्क रहे। रामलीला व दुर्गा पंडालों पर महिला पुलिस कर्मी सादे वर्दी में तैनात रहें। ड्रोन से निगरानी हो।

माफियाओं को संरक्षण दिया तो होगी सेवा समाप्त:-


मुख्यमंत्री कहा कि थाना स्तर पर भ्रष्टाचार की शिकायतों में अब पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों पर भी जवाबदेही तय होगी। किसी माफिया या अपराधी के साथ किसी अधिकारी की संलिप्तता मिली तो उस अधिकारी के विरुद्ध ऐसी सख्त कार्रवाई होगी, जो नजीर बनेगी। वन माफिया, पशु माफिया, खनन माफिया, ठेका माफिया, दंगा माफिया और इनको प्रश्रय देने वालों पर पूरी सख्ती से निपटें। जीरो टॉलरेंस की नीति जमीन पर साफ दिखनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया के विस्तृत प्रभाव को देखते सतर्कता बरतें।

यूपी की अनुशासित पुलिस फोर्स को अनुशासन हीन फोर्स के रूप में बदनाम करने की कुछ लोगों की मंशा है। ऐसे लोगों की कुत्सित प्रयास कतई सफल नहीं होंगे। बैठक में मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जनप्रतिनिधियों को डीएम व एसपी स्वयं फोन करें। हर कार्यक्रम की सूचना उन्हें जरूर दें। शासन के सभी कार्यक्रमों में उनकी भागीदारी हर हाल में सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा कि खनन का कार्य शुरू हो गया है। शुचिता बनी रहे। अवैध खनन नहीं होना चाहिए। इसकी जवाबदेही डीएम और एसपी की है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि गिट्टी, मोरम के रेट न बढ़ें।