सरकारी सम्पत्ति के नुकसान की भरपाई सम्पत्तियों को जप्त कर करें- राम निवास यादव

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लखनऊ – राष्ट्रीय अन्नदाता यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राम निवास यादव ने बताया कि 72वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर देश की राजधानी दिल्ली में किसान नेताओं द्वारा किये गये राष्ट्र विरोधी कृत्य से दुखी एवं आक्रोशित होकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं गृहमंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखा है। जिसमें फर्जी किसान नेताओं द्वारा देश की आन-बान-शान लालकिला से राष्ट्रीय ध्वज उतारने, दिल्ली में दंगा कराने वालों एवं सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुँचाने वालों की सम्पत्तियों को जप्त करने एवं देश विरोधी कार्य करने वालों को गिरफ्तार कर जेल भेजने के साथ ही अलगाववादियों से सम्बन्ध होने की जाँच कर किसान यूनियन के सभी संगठनों पर प्रतिबन्ध लगाने का आग्रह किया है। जिस प्रकार से किसानों के नाम से कृषि बिल के विरोध में धरना प्रदर्शन किया जा रहा है उससे जनता का किसान पर से विश्वास उठ रहा है।

उन्होने बताया कि जबकि सरकार किसान संगठनों के साथ मिलकर कृषि बिल में कुछ बिन्दुओं पर लिखित गारंटी भी देने को तैयार थी फिर भी कुछ किसान संगठन विपक्ष के साथ मिलकर कृषि बिल का विरोध कर रहे थे। जिससे देश में अराजकता का माहौल बना रहे है। जिस प्रकार से विपक्ष की साजिशों में शामिल होकर किसान यूनियन द्वारा ट्रैक्टर रैली निकालने की आढ में दंगा करवाया है।

ऐसी साजिश में शामिल किसान नेता राकेश टिकैत, योगेन्द्र यादव, हन्ना मौला, शिव कुमार कक्का, दीप सिद्धू, लक्खा सिधाना, हरमीत सिंह कड़िया के साथ-साथ इनके साथ साजिश में शामिल फ़र्ज़ी किसानों पर सख्त कार्यवाही करने के साथ-साथ सभी फर्जी किसान नेताओं की चल-अचल सम्पत्ति जप्त कर गिरफ्तार करने एवं इनके द्वारा करवाये गये दंगे से हुयी सरकारी सम्पत्ति के नुकसान की भरपाई हेतु इनकी सम्पत्तियों को जप्त करे एवं अलगाववादी संगठनों से सम्बन्धों की जाँच कर इनके संगठनों पर प्रतिबन्ध लगाने की भी मांग करती है।

इनके द्वारा किये गये इस घिनौने राष्ट्र विरोधी कृत्य से समस्त किसान भाई बहुत दुखी एवं आक्रोशित है क्योकि इनके इस कृत्य से देश की किसान यूनियनों का नाम बदनाम हुआ है। जिससे देश में किसानों के ख़िलाफ़ माहौल बन रहा है । राष्ट्रीय संयोजक राम निवास यादव ने कहा कि जो नया कृषि बिल लाया गया है पूर्ण रूप से किसान हितैषी है, जिस पर कोई सन्देह नही है। लेकिन फर्जी किसान नेता अपनी नेतागिरी एवम् बिचौलियों के चक्कर में साधारण किसानों को भ्रमित कर रहे है जो ठीक नही है । भारत सरकार से जल्द से जल्द गिरफ्तारी तक जेल भेजने का आग्रह भी किया है।