प्रदेश में चुनाव 2022 को देखते नए डीजीपी की तैनाती अहम

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डीजीपी उत्तर प्रदेश के नौ दावेदारों के नाम केंद्रीय गृह विभाग के पास भेजे भी गए हैं। इसके साथ ही प्रदेश पुलिस के नये प्रमुख के नाम को लेकर चर्चाएं तेज इस पद के लिए नाम अगले सप्ताह की शुरुआत में बैठक में फाइनल हो सकता है।

प्रदेश में विधान सभा चुनाव 2022 को देखते हुए भी नए डीजीपी की तैनाती को बेहद अहम है। बीजेपी की योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली सरकार ने डीजीपी की तैनाती में अब तक तो वरिष्ठता सूची को ही वरीयता दी है।

डीजीपी पद के नए दावेदारों की वरिष्ठता सूची को देखे तो तो केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात 1986 बैच के आइपीएस अधिकारी नासिर कमाल सबसे आगे हैं। उनका कार्यकाल भी जुलाई, 2022 तक है

इसके अलावा जिन अधिकारियों के पास इस पद की दावेदारी के लिए पर्याप्त कार्यकाल है, उनमें केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर तैनात 1987 बैच के आइपीएस अधिकारी मुकुल गोयल और डीजी ईओडब्ल्यू के पद पर तैनात इसी बैच के डा.आरपी सिंह के नाम आगे हैं।

इन दोनों को ही इस पद के मजबूत दावेदार के रूप में देखा जा रहा है। इनके बाद 1987 बैच के ही आइपीएस अधिकारी विश्वजीत महापात्रा व जीएल मीणा के नाम हैं। 1988 बैच के आइपीएस अधिकारी और डीजी पुलिस भर्ती व प्रोन्नति बोर्ड डा.आरके विश्वकर्मा के साथ इसी बैच के आइपीएस अधिकारी डीएस चौहान व आनन्द कुमार भी डीजीपी की रेस में दावेदार के रूप में देखे जा रहे हैं।डी0एस0 चौहान वर्तमान में डीजी इंटेलीजेंस व आनन्द कुमार डीजी जेल के पद पर तैनात हैं।