मुख्यमंत्री ने टोक्यो ओलम्पिक में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों से वर्चुअल वार्ता कर उनका मनोबल बढ़़ाया

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मुख्यमंत्री ने जनपद गोरखपुर में टोक्यो ओलम्पिक में हिस्सा लेने वाले उ0प्र0 के 10 खिलाड़ियों से वर्चुअल वार्ता कर उनका मनोबल बढ़़ाया।कोरोना कालखण्ड में ओलम्पिक खिलाड़ियों के प्रयासों से नई पीढ़ी को स्फूर्ति एवं प्रेरणा मिलेगी।देश एवं प्रदेश का मान बढ़ाने के लिए किएजा रहे इनके प्रयास नई पीढ़ी के लिए अनुकरणीय प्रधानमंत्री जी की मंशा है कि अपने खिलाड़ियों को आगे बढ़ना चाहिए और अलग-अलग फील्ड के प्रतिभाशाली लोगों को सरकार की ओर से एक मंचमिलना चाहिए, केन्द्र एवं राज्य सरकार इसी दिशा मंे प्रयास कर रही।खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री जी ने ‘खेलो इंडिया’ केमाध्यम से देश एवं प्रदेश के खिलाड़ियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।हर गांव में राजस्व विभाग, पंचायती राज, खेल विभाग,ग्राम विकास विभाग मिलकर खेल का मैदान तैयार कर रहे।खेल के मैदान के साथ-साथ ओपन जिम का भी निर्माण हो,जिससे युवा पीढ़ी की खेल के प्रति रुचि बढ़े।‘खेलो इंडिया खेलो’ के तहत अभी हर स्तर पर प्रतिस्पर्धाएं चल रहीं,जिससे नई पीढ़ी को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जा रहा।प्रदेश सरकार के युवा कल्याण विभाग द्वारा हर गांव में युवक मंगल दल गठित करने के साथ उन्हें स्पोर्ट्स किट उपलब्ध कराने की कार्यवाही हर स्तर पर की जा रही।मेरठ में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी स्थापित की जायेगी, यह यूनिवर्सिटी सभी खिलाड़ियों को जोड़कर उनकी प्रतिभाओं एवं ऊर्जा का लाभ राज्य के युवाओं कोआगे बढ़ने एवं एक नये मंच को प्रदान करने में सहायक होगी।


लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद गोरखपुर में टोक्यो ओलम्पिक में हिस्सा लेने वाले उत्तर प्रदेश के 10 खिलाड़ियों- प्रियंका गोस्वामी, अन्नू रानी, सीमा पुनिया, वंदना कटारिया, सौरभ चौधरी, मेराज अहमद खान, अरविन्द सिंह, सतीश कुमार, शिवपाल सिंह एवं श्री ललित कुमार उपाध्याय से वर्चुअल वार्ता कर उनका मनोबल बढ़़ाया। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी के इस कालखण्ड में ओलम्पिक खिलाड़ियों के प्रयासों से नई पीढ़ी को स्फूर्ति एवं प्रेरणा मिलेगी। इनके द्वारा देश एवं प्रदेश का मान बढ़ाने के लिए किए जा रहे प्रयास नई पीढ़ी के लिए अनुकरणीय होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ओलम्पिक में एकल खेल में स्वर्ण पदक लाने वाले खिलाड़ियों को 06 करोड़ रुपए, रजत पदक लाने वालों को 04 करोड़ तथा कांस्य पदक लाने वाले खिलाड़ियों को 02 करोड़ रुपए, प्रतिभाग करने वाले खिलाड़ियों को 10 लाख रुपए तथा टीम खेल में स्वर्ण पदक लाने पर 03 करोड़ रुपए, रजत पदक लाने पर 02 करोड़ रुपए, कांस्य पदक लाने पर 01 करोड़ रुपए एवं प्रतिभाग करने पर 10 लाख रुपए का सहयोग करती है।


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की मंशा है कि अपने खिलाड़ियों को आगे बढ़ना चाहिए और अलग-अलग फील्ड के प्रतिभाशाली लोगों को सरकार की ओर से एक मंच मिलना चाहिए। केन्द्र एवं राज्य सरकार इसी दिशा मंे प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री जी ने ‘खेलो इंडिया’ के माध्यम से देश एवं प्रदेश के खिलाड़ियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है, जो अभिनंदनीय है। इसी कड़ी को प्रदेश सरकार ने आगे बढ़ाया है। इसके अन्तर्गत राजस्व विभाग, पंचायती राज, खेल विभाग, ग्राम विकास विभाग मिलकर हर गांव मे खेल का मैदान तैयार कर रहे हैं। साथ ही, यह भी निर्देश दिये गये हैं कि खेल के मैदान के साथ-साथ ओपन जिम का भी निर्माण हो, जिससे युवा पीढ़ी की खेल के प्रति रुचि बढ़े।


मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘खेलो इंडिया’ के तहत अभी हर स्तर पर प्रतिस्पर्धाएं चल रही हैं, जिससे नई पीढ़ी को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। स्कूल, कॉलेज व गांव में अलग-अलग स्तर पर यह कार्यक्रम चल रहा है। उन्होंने कहा कि खेल का मैदान, स्टेडियम, मिनी स्टेडियम का निर्माण एवं स्पोर्ट्स किट उपलब्ध करायी जा रही है। प्रदेश सरकार के युवा कल्याण विभाग द्वारा हर गांव में युवक मंगल दल गठित करने के साथ उन्हें स्पोर्ट्स किट उपलब्ध कराने की कार्यवाही की जा रही है। यह अभियान निरन्तर आगे बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा निर्णय लिया गया है कि मेरठ में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी स्थापित की जायेगी। यह यूनिवर्सिटी सभी खिलाड़ियों को जोड़कर उनकी प्रतिभाओं एवं ऊर्जा का लाभ राज्य के युवाओं को आगे बढ़ने एवं एक नये मंच को प्रदान करने में सहायक होगी।इस अवसर पर के खेल एवं युवा कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) उपेन्द्र तिवारी, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल, निदेशक खेल आर0पी0 सिंह आदि वर्चुअल रूप से जुडे़ रहे।