मिट्टी में मिला माफिया रगड़ा जा रहा अतीक

145
मिट्टी में मिला माफिया रगड़ा जा रहा अतीक
मिट्टी में मिला माफिया रगड़ा जा रहा अतीक

माफिया अतीक के करीबी और खान शौलत हनीफ में सजायाफ्ता प्रीतम नगर निवासी खान शौलत हनीफ के अलावा लूकरगंज निवासी माफिया के अकाउंटेंट सीताराम शुक्ला, कालिंदीपुरम निवासी खालिद जफर, करेली निवासी मोहसिन व काली, भीटी निवासी वदूद के घर पर भी मारा गया छापा। कौशाम्बी की चायल विधान सभा क्षेत्र के पूर्व बसपा विधायक आसिफ जाफरी समेत छह अन्य के आवास पर भी ईडी की टीम पहुंची। यहां कार्रवाई के दौरान बहुमूल्य गहने मिले। इसके अलावा बड़ी संख्या में सैकड़ों संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज बरामद हुए हैं। इनमें जमीनों के अलावा कई कंपनियों से भी जुड़े कागज शामिल रहे। सूत्रों का कहना है कि कार्रवाई के दौरान 100 करोड़ की बेनामी संपत्तियों का पता चला है। यह आंकड़ा बढ़ भी सकता है, क्योंकि कार्रवाई देर शाम तक चल रही थी।

साबरमती जेल से प्रयागराज ले जाए जा रहे माफिया अतीक ने मध्य प्रदेश के शिवपुरी में कहा कि उसे मिट्टी में मिला दिया गया है। अब तो सिर्फ रगड़ा जा रहा है। झांसी पुलिस लाइन में लाने से पहले शिवपुरी में उसने मीडिया बसे बात की। यहां उसने खुद को बेगुनाह बताते हुए कहा, उसने जेल से कोई फोन नहीं किया। वहां जैमर लगे हुए हैं। गैंगस्टर अतीक ने कहा कि उसने जेल से कोई साजिश नहीं रची। छह साल से वह जेल में है। इसके पहले अतीक ने कहा कि मेरा परिवार पूरी तरह से बर्बाद हो गया मैं जेल में था।

झांसी पुलिस लाइन में अतीक अहमद को सुबह करीब सवा घंटे के लिए रोका गया। इस दौरान पुलिस लाइन के आसपास भारी सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम रहे। अतीक को उमेश पाल हत्याकांड मामले में पूछताछ के लिए प्रयागराज ले जाया जा रहा है। मंगलवार शाम पुलिस उसे लेकर प्रयागराज के लिए रवाना हुई थी। साबरमती जेल से रवाना होने के बाद पुलिस की प्रिजन वैन राजस्थान के भीलवाड़ा के पास खराब हो गई थी। मरम्मत के बाद उसका काफिला आगे रवाना हुआ। मध्य प्रदेश के शिवपुरी रोड पर भी काफिला करीब आधे घंटे ठहरा। यहां मीडिया के लोगों से अतीक ने बात की।

यहां से अतीक का काफिला जोहरिया बार्डर से होता हुआ झांसी के रास्ते यूपी पहुंचा। यहां से रक्सा होते हुए नंदनपुरा पहुंचा। इसके बाद सीपरी बाजार ओवर ब्रिज से होता हुआ करीब साढ़े आठ बजे लाइन पहुंचा।अतीक के काफिले के भीतर पहुंचते ही पुलिस लाइन के दरवाजे बंद कर दिए गए। अंदर करीब सवा घंटे तक अतीक का काफिला अंदर रहा। किसी भी बाहरी आदमी को भीतर जाने की इजाजत नहीं दी गई। करीब पौने दस बजे काफिला यहां से प्रयागराज के लिए रवाना हो गया। यहां करीब डेढ़ घंटे ठहरने के बाद पर उसका काफिला आगे रवानाझांसी पुलिस ने एस्कार्ट करते हुए उसे बड़ागांव, चिरगांव, मोंठ के रास्ते से होते हुए झांसी की सीमा से बाहर छोड़ा। इसके पहले 26 मार्च को भी अतीक झांसी के रास्ते ही प्रयागराज ले जाया गया था। उस दिन भी शिवपुरी में ही अतीक की प्रिजन वैन एक गाय से टकरा गई थी। उस हादसे में अतीक की गाड़ी पलटने से बाल-बाल बची थी। मिट्टी में मिला माफिया रगड़ा जा रहा अतीक