भाजपा का मेनिफेस्टो झूठ का पुलिंदा-अंशू अवस्थी

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भाजपा का मेनिफेस्टो झूठ का पुलिंदा-अंशू अवस्थी
भाजपा का मेनिफेस्टो झूठ का पुलिंदा-अंशू अवस्थी

भाजपा का मेनिफेस्टो झूठ का पुलिंदा और मोदी का फोटो एलबम, 2014-2019 की तरह यह भी खोखला है, यह सिर्फ कांग्रेस के न्याय पत्र के दबाव में लाया गया, बीजेपी का असली संकल्प पत्र उद्योगपतियों के ऑफिस में मोदी की गारंटी सिर्फ उद्योगपति मित्र को बढ़ाने की इससे ज्यादा कुछ नही, जीत के लिए अमेरिका, इंग्लैंड के राष्ट्रपति की फोटो का सहारा ले रहे, चीनी राष्ट्रपति का झूला वाला फोटो भी लगा देते. भाजपा का मेनिफेस्टो झूठ का पुलिंदा-अंशू अवस्थी

आखिरकार बचते-बचाते जनता के मुद्दों पर आना पड़ा दिन-रात बीजेपी के नेता धार्मिक ध्रुवीकरण और समाज में बंटवारे का जहर बोने से जब सफल नहीं हो पाए तो अब आखरी में मेनिफेस्टो लाना पड़ा

भाजपा ने अपने मेनिफेस्टो की शुरुआत ही की है कि देश में 80 करोड लोग गरीब हैं जिनको वह 5 किलो राशन के अलावा कुछ नही कर पा रही है. इससे ज्यादा शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता. सच्चाई यह है कि यह मेनिफेस्टो भी 2014-2019 की तरह झूठा प्रचार पुलिंदा है. युवाओं के रोजगार का नाम तक नही इस घोषणा पत्र में क्योंकि भाजपा जानती है कि उनकी नीतियों की वजह से देश में 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है. 700 किसानों की जान लेने वाली भाजपा अभी तक मंत्री को बनाए रखी जिसके बेटे ने किसानों के ऊपर गाड़ी चढ़ाई. MSP पर कानून तो प्रधानमंत्री अपने वादे के बाद भी नहीं दे पाए लेकिन घोषणा पत्र में झूठा प्रचार जरूर शामिल किया. सबका साथ का नारा सिर्फ जुमला रहा. कांग्रेस मांग करती रही की जाति जनगणना करो लेकिन भाजपा हिम्मत नहीं जुटा पाई कि उस पर कुछ भी बोले. मणिपुर,असम में हुए सामाजिक क्लैश भाजपा सरकार के ऊपर काला धब्बा है, चाइना को लाल आंख नही दिखा पाए अपनी जमीन जरूर चाइना को कब्जा करवा दी.
2014 के घोषणा पत्र में भाजपा ने पेज नंबर 2 पर महंगाई को कम करने की बात की थी लेकिन जो 400 का गैस सिलेंडर था वह 1100 का किया, ₹60 वाला पेट्रोल ₹100 में बेचा, कृषि में लागत 35% बढ़ गई.

पेज नंबर 4 पर भ्रष्टाचार खत्म करने, 100 दिन में काले धन को वापस लाने का वादा था. जुमला साबित हुआ और सभी भ्रष्टाचारी भारतीय जनता पार्टी की लॉन्ड्री मशीन में धूल गए. इलेक्टोरल बांड का भ्रष्टाचार सभी ने देखा. ED और सी.बी.आई. बीजेपी के अनुषांगिक संगठन बन वसूली करने लगे, पेज नंबर 6 और 7 पर पूर्वोत्तर राज्यों से संबंध मधुर की बात थी लेकिन मणिपुर की घटना सभी ने देखी है इससे पहले असम में भी सीमा पर क्लैश में सैकड़ो लोगों की जान गई.पेज नंबर 7-8 पर कश्मीरी पंडित के कश्मीर में विस्थापित करने का वादा किया.सच्चाई यह है भाजपा सरकार बनने के बाद वहां और घटनाएं बढ़ गई और कश्मीरी पंडितों का विस्थापन तो छोड़िए वहां से छोड़ना पड़ा. पेज नंबर 9 और 13 पर लिखा था सबका साथ सबका विकास,गरीबी दूर करेंगे.लेकिन सच्चाई यह है कि 80 करोड लोग राशन पर निर्भर हैं. सिर्फ उद्योगपतियों का विकास हो रहा है. उद्योगपति मित्र जो 2014 में अमीरों की सूची में 609 नंबर पर थे वह दूसरे पर पहुंच गए और आम युवा 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी पर भेज दिया.पेज नंबर 14 पर 100 पिछड़े जिलों को पहचान कर उनको विकसित करने की बात की गई थी हकीकत यह है कि देश में गरीबी,अशिक्षा,भुखमरी और बेरोजगारी,बढ़ता चला गया. पेज नंबर 17 में 100 नए स्मार्ट सिटी बसाने का वादा था, जुमला साबित हुआ. कुछ भी नया नहीं बस सिर्फ कांग्रेस सरकार की जवाहरलाल नेहरू अर्बन रिवॉल्यूशन मिशन (JNNURM ) का नाम बदल दिया गया. पेज नंबर 18 पर कहा था वरिष्ठ नागरिकों के कल्याण कार्यक्रम बढ़ाएंगे लेकिन हकीकत यह है कि वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाले कल्याणकारी योजनाओं को बंद कर दिया गया, जैसे रेलवे में मिलने वाली यात्रा शुल्क में जो छूट थी वह बंद कर दी गई.

पेज नंबर 20 पर वादा किया महिलाओं को संसद और विधानसभा में 33% आरक्षण देंगे. कांग्रेस पार्टी ने जो पहले ही राज्यसभा में पास कर दिया था आज तक बीजेपी उसे गोल-गोल घुमा रही है. पेज नंबर 21 पर कहां शिक्षा पर जीडीपी का 6% खर्च करेंगे हकीकत क्या है आपके सामने है शिक्षा इतनी महंगी हो गई है कि आम आदमी/किसान का बेटा सामान्य शिक्षा भी ग्रहण नही कर सकता.आई.आई.टी. और आई.आई.एम. की फीस 5 गुना बढ़ गई. पेज नंबर 26 पर किसानों से कर्ज माफी का वादा किया था और कृषि लागत पर 50% लाभ देने की बात थी. लेकिन इसी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एफिडेविट दिया कि कृषि लागत का 50% नहीं दिया जा सकता यह भी झूठा साबित हुआ.

उत्तर प्रदेश में 2017 के घोषणा पत्र में पेज नंबर पांच पर कहा था की डेढ़ लाख पुलिस पद भरेंगे. सभी रिक्त पद 1 साल में भरेंगे. हकीकत यह है कि 55 लाख पुलिस अभ्यर्थियों के सपने टूट गए सभी भर्ती प्रक्रिया के पेपर लीक हो गए. पेज नंबर 7 पर कहा था 70 लाख नौकरियां देंगे.90 दिन में सभी रिक्त सरकारी पदों पर भर्ती करेंगे. लेकिन वह सब जुमला साबित हुआ. 2022 में भी जुमला बनकर निकलकर आया. पेज नंबर 8 पर कहा था कि 12th पास युवाओं को लैपटॉप देंगे वह भी जुमला निकला, पेज नंबर 9 पर कहां तक ग्रेजुएट तक बेटियों को निशुल्क शिक्षा देंगें वह भी झूठा निकला. शिक्षामित्रों को स्थाई करेंगे शारीरिक शिक्षा पद भरेंगे सब जुमला साबित हुआ, पेज नंबर 21 पर नमामि गंगे को लेकर बड़ी बातें कही लेकिन वह सब जुमला हुआ, भाजपा झूठ बोलने में माहिर है, जनता बीजेपी को बहुत अच्छे से जान चुकी है, झूठ बोलना,धार्मिक ध्रुवीकरण करना,समाज में बांटने का जहर बोना,यही बीजेपी का चरित्र है ,भाजपा का चरित्र और मोदी की गारंटी जनता के हित में नहीं सिर्फ उद्योगपतियों के हित में है. इस बार भी 2024 का बीजेपी मेनिफेस्टो जुमला साबित होगा. भाजपा का मेनिफेस्टो झूठ का पुलिंदा-अंशू अवस्थी