संजय सिंह
लखनऊ। प्रदेश में किसानों को रबी की फसल की बुआई के लिए खाद/उर्वरक-डीएपी की आवश्कता के कारण सहकारी समितियों के केद्र के बाहर सवेरे से शाम तक लंबी लाइनों में खडे होने के बावजूद भी उनको खाद/उर्वरक डीएपी उपलब्ध नहीं हो पा रही है। इस वर्ष असामान्य वर्षा के कारण प्रदेश के किसान पहले से ही आर्थिक कठिनाईयों से जूझ रहा है और यदि समय रहते प्रदेश सरकार ने खाद/उर्वरक-डीएपी उपलब्ध नहीं कराई तो किसान भाइयों की आने वाली फसल भी खाद की कमी से कमजोर होगी जिससे किसान भाइयों को भारी आर्थिक नुकसान होगा और साल में दो फसलों के नुकसान से होने वाला आर्थिक संकट किसान बर्दाश्त नहीं कर पाएगा।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि सहकारी समितियों के गोदामों पर मात्र एक बोरी खाद पाने के लिए भी किसानों की लम्बी कतार लगी रहती है और स्थानीय स्तर पर सरकारी अधिकारीगण समस्या के शीघ्र समाधान का कोरा आश्वासन देते हैं। उधर केन्द्रीय उर्वरक मंत्रालय ने दावा किया है कि देश व प्रदेश में रबी की फसल के लिए उर्वरक/डीएपी का बहुतायत स्टॉक है। स्पष्ट है कि कि किसानों के लिए खाद/उर्वरक-डीएपी की कमी की स्थिति जानबूझ कर पैदा की जा रही है जिससे बिचौलियों को लाभ पहुचाया जा सके।
उन्होंन आगे बताया कि इसी क्रम में कल दिनांक 24 नवम्बर 2022 को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बृजलाल खाबरी के निर्देश पर प्रदेश के सभी जनपदों के जिला/शहर कांग्रेस कमेटी अक्ष्यक्ष अपने जिलो के सभी पदाधिकारियों/कार्यकर्ताओं के साथ अपने जनपद के जिलाधिकारी/उचित प्रशासनिक प्राधिकारी के माध्यम से महामहिम राज्यपाल जी को ज्ञापन प्रस्तुत करेंगे। जिसमें प्रदेश के किसानों को खाद/उर्वरक की आपूर्ति की तत्काल व्यवस्था की जाये जिससे उनकी गंभीर समस्या का निश्चित रूप से निराकरण किया जाये।