मुख्यमंत्री ने जनपद गोरखपुर में तहसील सहजनवा तथा लालडिग्गी में स्थापित बाढ़ राहत केन्द्रों में बाढ़ राहत सामग्री का वितरण किया। मुख्यमंत्री ने भुआ शहीद गांव, सहजनवा में एन0डी0आर0एफ0की लाइफ बोट से पहुंचकर लोगों से राहत व बचाव कार्यों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की।मुख्यमंत्री ने लालडिग्गी स्थित राहत शिविर से गोरखनाथ मन्दिर तक सड़क मार्ग से जाते हुए शहरी क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति का जायजा लिया।मुख्यमंत्री ने पूर्वी उ0प्र0 के जनपद सिद्धार्थनगर, महराजगंज और गोरखपुर में बाढ़ की स्थिति का निरीक्षण किया,जनपदों में स्थापित राहत शिविरों में जाकर बाढ़ प्रभावितों से मिले।मुख्यमंत्री का नभ, जल और थल तीनों मार्गों से बाढ़ की स्थिति को जानने के लिए दौरा।मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावितों को आश्वस्त किया किउन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी।मुख्यमंत्री ने राहत सामग्री वितरण के दौरानबच्चों को दुलारा और अपनी गोद में खिलाया।बाढ़ से बचाव के लिए 450 नावों तथा 50 स्टीमर की व्यवस्था की गई।जिला प्रशासन को बचाव व राहत कार्यों कोपूरी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ाने के निर्देश।स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार गांवमें लोगों की स्वास्थ्य आदि की जांच करें।15.50 करोड़ रु0 की धनराशि से तटबन्धों पर बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य किए गए। 05 सितम्बर से एक विशेष स्वच्छता अभियानप्रारम्भ किया जा रहा, इसके तहत स्वच्छता वसैनिटाइजेशन, फॉगिंग, डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग करायी जाएगी।केन्द्र सरकार व प्रदेश सरकार आपदा के समय आम जनता के साथ बाढ़ से मकान क्षतिग्रस्त होने पर पीड़ित परिवारको 95 हजार रु0 की धनराशि उपलब्ध करायी जाए।बाढ़ से हुई फसलों की क्षति का सर्वें कराया जाए,ताकि किसानों को उनकी फसल का मुआवजा दिया जा सके।
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज पूर्वी उत्तर प्रदेश के जनपद सिद्धार्थनगर, महराजगंज और गोरखपुर में बाढ़ की स्थिति का हेलीकॉप्टर से निरीक्षण किया। वे सभी जनपदों में स्थापित राहत शिविरों में जाकर बाढ़ प्रभावितों से मिले। उन्होंने जनपद गोरखपुर के लाल डिग्गी स्थित राहत शिविर से गोरखनाथ मन्दिर तक सड़क मार्ग से जाते हुए शहरी क्षेत्रों में भी जलभराव की स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने सम्बन्धित जनपदों में नभ, जल और थल तीनों मार्गों से बाढ़ की स्थिति जानने के लिए दौरा किया। उन्होंने बाढ़ प्रभावितों को आश्वस्त किया कि उन्हें किसी भी प्रकार की दिक्कत नहीं होने दी जाएगी। इस दौरान उन्होंने कई बच्चों को दुलारा और अपनी गोद में खिलाया।बाढ़ प्रभावित जनपदों के निरीक्षण के क्रम में मुख्यमंत्री जी ने जनपद गोरखपुर पहुंचकर तहसील सहजनवा के मुरारी इण्टर कॉलेज तथा लालडिग्गी के बाल विहार स्कूल में स्थापित बाढ़ राहत केन्द्रों में बाढ़ राहत सामग्री का वितरण किया। मुख्यमंत्री जी सहजनवा के भुआ शहीद गांव में एन0डी0आर0एफ0 की लाइफ बोट से पहुंचे। उन्होंने वहां लोगों से राहत व बचाव कार्यों के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री जी सहजनवा से सड़क मार्ग द्वारा बाढ़ प्रभावितों का हाल जानने के लिए गोरखपुर स्थित लालडिग्गी बाढ़ राहत केन्द्र गए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 15 दिनों से पूर्वी उ0प्र0 और नेपाल में भारी बारिश के कारण पूर्वी उ0प्र0 से जुड़े हुए लगभग 15 जिले बाढ़ की चपेट में हैं। गोरखपुर जनपद के 304 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। इनके बचाव के लिए 450 नावों तथा 50 स्टीमर की व्यवस्था की गई है। बाढ़ सेे प्रभावित गांवो में जनहानि और धनहानि को रोकने का प्रयास किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रशासन एवं जनप्रतिनिधि बाढ़ से बचाव राहत के लिये पूरी ताकत के साथ प्रतिबद्धता से कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को बचाव व राहत कार्यों को पूरी प्रतिबद्धता के साथ आगे बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं होनी चाहिए।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बरसात के समय गांवों में पानी आने के कारण वहां विभिन्न प्रकार की जलजनित बीमारियों का खतरा रहता है। इसके लिए गांव में क्लोरीन की टैबलेट के साथ दवा आदि का भी वितरण किया जाए। स्वास्थ्य विभाग की टीमें लगातार गांव में लोगों की स्वास्थ्य आदि की जांच करें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा एण्टी स्नेक वेनम इंजेक्शन तथा एण्टी रैबीज वैक्सीन की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में सुनिश्चित करायी जाए। उन्होंने कहा कि 15.50 करोड़ रुपए की धनराशि से यहां के तटबन्धों पर बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य किए गए हैं। उन्होंने कहा कि कल 05 सितम्बर से एक विशेष स्वच्छता अभियान प्रारम्भ किया जा रहा है। इसके तहत स्वच्छता व सैनिटाइजेशन, फॉगिंग, डोर-टू-डोर स्क्रीनिंग करायी जाएगी।
केन्द्र सरकार व प्रदेश सरकार आपदा के समय आम जनता के साथ है। हर पीड़ित परिवार को राहत उपलब्ध करायी जा रही है। बाढ़ से मकान क्षतिग्रस्त होने पर पीड़ित परिवार को 95 हजार रुपए की धनराशि उपलब्ध करायी जाए। जिनके पक्के मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन्हें मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत आवास उपलब्ध कराया जाए। आपदा से मृत्यु की दशा में पीड़ित परिवार को राहत मद से 04 लाख रुपए की राहत राशि प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि बाढ़ से हुई फसलों की क्षति का सर्वें करें, ताकि किसानों को उनकी फसल का मुआवजा दिया जा सके।इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण तथा शासन-प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।