वैक्सीनेशन एवं कोविड एप्रोप्रिएट व्यवहार के माध्यम से ही होगी जीत-मुख्य सचिव

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मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कोविड-19 वैक्सीन टीकाकरण की स्टेट स्टीयरिंग कमेटी फॉर इम्यूनाइजेशन की बैठक आयोजित। 

लखनऊ।  उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र की अध्यक्षता में कोविड-19 वैक्सीन टीकाकरण की स्टेट स्टीयरिंग कमेटी फॉर इम्यूनाइजेशन की बैठक आयोजित की गयी। मुख्य सचिव ने कहा कि कोविड-19 महामारी पर वैक्सीनेशन एवं कोविड एप्रोप्रिएट व्यवहार के माध्यम से ही जीत प्राप्त की जा सकती है। प्रदेश में कोई भी व्यक्ति वैक्सीनेशन से छूटने न पाये। ग्राम एवं पंचायत स्तर पर डोर टू डोर जाकर छूट हुए व्यक्तियों का शीघ्रता से वैक्सीनेशन कराया जाये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वैक्सीनेशन के शत-प्रतिशत लक्ष्य को प्राप्त करने हेतु छूटे हुए व्यक्तियों को प्रोत्साहित कर उनका वैक्सीनेशन कराया जाये तथा वैक्सीनेशन कार्यक्रम का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार कराया जाये। 

मिशन निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन अपर्णा उपाध्याय द्वारा बताया गया कि कोविड-19 वैक्सीनेशन में प्रदेश के 18-45 वर्ष आयु वर्ग के व्यक्तियों का लक्षित लक्ष्य के सापेक्ष 102.44 प्रतिशत व्यक्तियों को प्रथम डोज एवं 69.76 प्रतिशत को सेकेण्ड डोज से आच्छादित कराया जा चुका है। इसी प्रकार 45-60 वर्ष आयु वर्ग के व्यक्तियों का निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष 107.13 प्रतिशत व्यक्तियों को प्रथम डोज एवं 87.48 प्रतिशत को सेकेण्ड डोज से आच्छादित किया जा चुका है। इसी तरह 15-17 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों का निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष 84.55 प्रतिशत को प्रथम डोज एवं 14.24 प्रतिशत को सेकेण्ड डोज दिया जा चुका है। प्रदेश में 80.58 प्रतिशत हेल्थ केयर वर्कर्स एवं 69.75 प्रतिशत फ्रन्ट लाइन वर्कर्स को प्रिकॉशन डोज दी जा चुकी है।  उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के साथ पंचायती राज, महिला एवं बाल विकास, आवास एवं शहरी नियोजन, शिक्षा, खेलकूद एवं युवा कल्याण, ग्राम विकास एवं सूचना विभाग के सहयोग एवं समन्वय से कोविड-19 वैक्सीनेशन को संचालित किया जा रहा है। बैठक में अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद सहित अन्य सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।