राजधानी में Covid-19 कि भयावह तस्वीर

103

अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद का ब्यान –अब तक हम 53,66,043 लोगों को पहली डोज़ लगा चुके हैं। 10,61,184 लोगों को हम दूसरी डोज़ लगा चुके हैं। 8-9 अप्रैल को हमारे मीडियाकर्मियों को वैक्सीन की डोज़ लगेगी। 10 अप्रैल को बैंक के कर्मचारी और इंश्योरेंस कर्मचारियों को वैक्सीन लेगेगी।12-13-14 अप्रैल को स्कूल और कॉलेज के अध्यापक जिनकी उम्र 45 साल से ज्यादा है उनको डोज़ लगेगी। 15-16 अप्रैल को बस ड्राइवर, ऑटो चालकों, रिक्शा और रेहड़ी पटरी वालों का टीकाकरण होगा। 17-19 अप्रैल को सरकारी कर्मचारियों और अधिकारियों का टीकाकरण होगा।

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की नई लहर ने रफ्तार पकड़ ली है। रोजाना नए केस सामने आ रहे है।पिछले 24 घंटों में राज्य में कुल 3290 कोरोना से संक्रमितों के मामले सामने आए हैं, वहीं देश में अब तक कुल 6,05,077 लोग कोविड-19 से ठीक होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।

राजधानी लखनऊ में ही कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा एक हजार को पार कर गया है. लखनऊ में 1041 कोरोना संक्रमितों के केस हैं. वहीं, वाराणसी में शुक्रवार को कोरोना के 237 नए मामलो सामने आए हैं. जबकि दो की मौत हो गई. जिले में एक्टिव केस की संख्या 1016 पहुंच चुकी है.

Total samples tested till date 35236205,Total samples tested over last 24 hours 166110,Total Positive till date 625923,Total Negative till date 34610282.

प्रदेश में पंचायत चुनाव और उद्घाटनों में जुटी भीड़ के बीच कोरोना संक्रमण नियंत्रण से बाहर हो रहा है। शनिवार को मरीजों का आंकड़ा 3290 पर पहुंच गया। प्रदेश में तीन हजार से अधिक मरीज बीते वर्ष 26 जुलाई 2020 को मिले थे। जब कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ रहा था। वहीं संक्रमण जब उतार पर था तब 07 अक्टूबर को तीन हजार से अधिक मरीज मिले थे। संक्रमण काबू में आने के लगभग 06 माह बाद फिर से मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।

अपर मुख्य सचिव सूचना विभाग डा0 नवनीत सहगल एवं उनकी पत्नी ने लगवाया कोरोना वैक्सीन का पहला डोज़।

लखनऊ में कोरोना संक्रमण की रफ्तार लगातार बढ़ती ही जा रही है। यही वजह है कि विभिन्न डेडीकेटेड कोविड अस्पताल कोरोना मरीजों से फुल हो चुके हैं। बेड व वेंटिलेटर के लिए अस्पतालों में अभी से हाहाकार की स्थिति बन गई है। कोरोना पॉजिटिव होने वाले मरीज भर्ती के लिए सुबह से लेकर देर शाम तक कंट्रोल रूम को फोन कर करके थक रहे हैं। बावजूद बहुत से मरीज अस्पतालों में भर्ती नहीं हो पा रहे। लिहाजा उन्हें घर पर ही होम आइसोलेशन में रहना पड़ रहा है। शनिवार को दर्जनों मरीज बेड और वेंटीलेटर के लिए एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल का चक्कर काटते रहे। कड़ी मशक्कत के बाद इनमें से कुछ ही लोगों को बेड मिल सका। बाकी मरीज अभी भी घर पर रहकर कंट्रोल रूम की घंटी बजने का इंतजार कर रहे हैं।पिछले दो दिनों से 24 घंटे में संक्रमित होने वाले मरीजों की संख्या 900 से भी ऊपर रह रही है। यही वजह है की डेडीकेटेड 15 कोविड-19 अस्पताल अभी से मरीजों से फुल हो चुके हैं। केजीएमयू से लेकर लोहिया संस्थान, एसजीपीजीआइ, लोकबंधु समेत मेदांता, इंटीग्रल जैसे निजी अस्पतालों में भी कोरोना मरीजों के लिए बेड खाली नहीं हैं। वेंटीलेटर व आइसीयू के लिए तो और भी ज्यादा मारामारी है। ऐसे में अब मरीज गंभीर मरीजों की जान बचाना मुश्किल हो गया है।  

यूपी में मात्र एक सप्ताह में ही रोजाना मिलने वाले मरीजों की संख्या तीन गुनी हो गई है। शनिवार को प्रदेश में 3290 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज मिले हैं। होली से पहले 26 मार्च को प्रदेश में 1032 मरीज मिले थे। इसके बाद होली में जांच कम हुई तो मरीज की संख्या घट गई। फिर एक दिन में 02 मार्च को 2967 नए मरीज मिले। 03 मार्च को यह आंकड़ा तीन हजार को पार कर गया है।

संक्रमण और मौत के मामलों में लखनऊ नंबर वन –
प्रदेश की राजधानी लखनऊ कोरोना संक्रमण के नए मामलों में शनिवार को मिले 1041 मरीजों के साथ पहले नंबर पर है। एक्टिव मरीजों की संख्या यहां 5408 है। शनिवार को लखनऊ में छह मरीजों की मौत भी हुई है। इसके अलावा शाहजहांपुर में 02, वाराणसी, आगरा, बलिया, रायबरेली, उन्नाव, भदोही में 01-01 संक्रमित मरीज की मौत हुई है। प्रदेश में शनिवार को कुल 14 मरीजों की मौत दर्ज की गई है। सबसे अधिक कोरोना मरीज प्रयागराज में 299, वाराणसी में 226, कानपुर नगर में 171, गोरखपुर में 92, बरेली में 71, गौतमबुद्ध नगर में 70, आगरा में 67, मेरठ में 64, गाजियाबाद में 55, मथुरा में 51, मुजफ्फर नगर में 47 मरीज मिले हैं।