पुलिसकर्मी को मारपीट करने का अधिकार नहीं

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किसी भी पुलिसकर्मी को मारपीट करने का अधिकार नहीं।दरगाह थाना और केकड़ी के मामलों में एफआईअर दर्ज हुई थी, इसलिए 6 पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही हुई।थाने पर सुनवाई नहीं होने पर अजमेर जिले का आम व्यक्ति भी पुलिस अधीक्षक जगदीश चन्द्र शर्मा को वाट्सएप पर सीधे शिकायत भेज सकता है।

एस0 पी0 मित्तल

अजमेर। अजमेर के जिला पुलिस अधीक्षक जगदीश चंद्र शर्मा ने स्पष्ट कहा है कि किसी भी पुलिसकर्मी को मारपीट करने का अधिकार नहीं है। पुलिस कर्मियों को कानून के अंतर्गत ही जांच पड़ताल करनी चाहिए। आमतौर पर पुलिसकर्मियों को कानून के अंतर्गत काम करते रहना चाहिए। अजमेर के दरगाह थाने और केकड़ी के जिन छह पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है उनके विरुद्ध एफआईआर दर्ज करवाई गई थी। पुलिस की नजर में आम व्यक्ति का भी उतना ही महत्व है जितना किसी प्रभावशाली वर्ग के व्यक्ति का होता है। वह जिस भी जिले में एसपी रहे उस जिले के लोगों के लिए अपना व्हाट्सएप नंबर 9414 007742 सार्वजनिक किया है।

यदि किसी व्यक्ति की सुनवाई संबंधित पुलिस स्टेशन पर नहीं होती है तो वह सीधे उनके व्हाट्सएप पर अपनी शिकायत भेज सकता है। व्हाट्सएप पर आने वाली शिकायत को पूर्ण गंभीरता के साथ लिया जाता है। मेरा प्रयास है कि आम व्यक्ति या किसी प्रभावशाली व्यक्ति में कोई फर्क नहीं हो। पुलिस की नजर में आम व्यक्ति भी खास होता है। अजमेर जिले का कोई भी पीड़ित व्यक्ति व्हाट्सएप पर अपनी शिकायत मुझे भेज सकता है।

पुलिसकर्मी आम व्यक्ति से अच्छा व्यवहार करें इसके लिए समय-समय पर सीख दी जाती है। किसी भी पुलिस कर्मी के विरुद्ध प्राप्त होने वाली शिकायत को गंभीरता से लिया जाता है, इसलिए छह पुलिसकर्मियों पर एक साथ कार्यवाही की गई है अजमेर से पहले वह झुंझुनू के पुलिस अधीक्षक थे। झुंझुनू में शिक्षण संस्थाओं में कैंप लगाकर उन्होंने पुलिस की कार्यप्रणाली को समझाया तथा महिलाओं के अधिकारों के बारे में जानकारी दी।

झुंझुनू में भी उन्होंने अपना व्हाट्सएप नंबर सार्वजनिक कर रखा था । शर्मा ने कहा कि अजमेर जिले में भी गर्ल्स स्कूल और कॉलेज के बाहर यदि आवारा किस्म के युवक तंग करते हैं तो बच्चियां सीधे उन्हें व्हाट्सएप कर सकती है। बच्चियों की गोपनीयता बनाए रखी जाएगी, उनके कार्यकाल के दौरान किसी भी आम व्यक्ति को परेशान होने की जरूरत नहीं है।