“चूड़ी” बहाना..! लव जिहाद निशाना..!!

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“आईना”

ये मुस्लिम लोग नाम व धर्म छुपाकर क्यों रहते हैं? आपको यह लव जिहाद, आतंकवाद इत्यादि नज़र आएगा जबकि यह समस्या हिन्दू समाज की है मुस्लिमों की नहीं। यदि आप कहो कि मैं यहाँ मुसलमानों की वकालत कर रहा हूँ तो मैँ कहता हूँ कि यह भी आपकी ही संकुचित मानसिकता का परिणाम है।

चार दिन पहले मेरी एक पड़ोसन मकान मालकिन एक कामवाली की खोज में थी। दिनभर उनके पास बहुत महिलाएं आई लेकिन उन्होंने किसी का चुनाव नहीं किया। शाम को वह मुझ से कह रही कि बेटा तुम्हारी नजर में तो नहीं कोई?

मैंने कहा आई तो थी दिनभर इतनी सारी कुछ तो लड़कियां भी थी क्यों नहीं रखी? कहने लगी बेटा सब भंगी, चमारों की है अब उसे किचन में थोड़ी न मानूँगी। मैं हैरान नहीं था उनको सुनकर जो उन्होंने कहा क्योंकि मैं भी केवल उनको दोष दूं तो दोषी तो मैं भी हुआ न? इस समाज ने हमें यही तो दिया आजतक।

सोचो एक “चुड़ीवाले” से कौन लव करेगा? कोई बेईमान व्यक्ति है तो बात अलग है लेकिन एक गरीब व ईमानदार मुस्लिम, दलितव महिला की मजबूरी समझने में पूंजीवादी और जातिवादी लोग कभी सक्षम नहीं है। आप अपने आसपास में स्टिंग करके देखो समाज की काली तस्वीर सामने आयेगी।