एक्शन में उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक

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रफी अहमद किदवई जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण-

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक बिना सुरक्षाकर्मी लिए पैदल ही रफी अहमद किदवई जिला अस्पताल में दाखिल हुए। पर्चा बनवाने में वाली लाइन में लगने के बाद 10 मिनट तक वहां का हालचाल लेते रहे। इस दौरान जब सीएमएस ब्रजेश सिंह को भनक लगी तो वह दौड़ते हुए उपमुख्यमंत्री के पास पहुंचे। उपमुख्यमंत्री ओपीडी के बरामदे में दीवारों पर जमा धूल व मकड़ी के जाले को देखकर भड़क गए। उन्होंने सीएमएस को फटकार लगाते हुए कहा कि इसे तत्काल साफ करवाएं। थोड़ा आगे बढ़े तो उन्हे कोविड हेल्प डेस्क मिली। उसका दरवाजा बंद था और अंदर कबाड़ भरा था। इस पर डिप्टी सीएम पाठक ने सीएमएस से दो टूक शब्दों में कहा कि यह नहीं चलेगा। सुधार की बहुत जरूरत है। निरीक्षण करते हुए उपमुख्यमंत्री अस्पताल परिसर में लगे वाटर प्लांट पर पहुंच गए। दो में एक चल रही थी। पाठक ने एक टोटी खोलकर दो-तीन घूंट पानी पिया और सीएमएस से बोले कि यह आरओ तो चल ही नहीं रहा है। उन्होंने अं दर झांकते हुए कहा कि ऐसा लगता है कि सालों से इसका दरवाजा नहीं खुला। इस पर सीएमएस बगले झांकते नजर आए। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने इसे तत्काल ठीक कराने की बात कही।

उपमुख्यमंत्री ने रफी अहमद किदवई जिला अस्पताल बाराबंकी पहुँचकर वहाँ की व्यवस्थाओं का औचक निरीक्षण कर हॉस्पिटल की व्यवस्थाओं को सुव्यवस्थित करने व मरीजों को पूरी स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित किया,ये जबरदस्त नजारा है जनपद बाराबंकी का जहां उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक अस्पताल की पर्चा बनवाने वाली लाईन में जा कर खड़े हो जाते है और पूरे सिस्टम को बड़ी बारीकी से समझते हैं कि कैसे ईलाज कराने आये मरीजों को मुसीबतें झेलनी पड़ती हैं। इस चित्र को देखने के बाद आपको अनिल कपूर की फिल्म याद आ जाएगी। बृजेश पाठक ने स्वास्थ्य कर्मचारियों को डॉक्टरों को और मुख्य चिकित्सा अधिकारी से कहा कि ऐसी गलती ना करें दोबारा मैं फिर आऊंगा किस समय में आऊंगा पता भी नहीं चलेगा,प्यार प्यार में चेतावनी भी दे दी। अब देखना ये है कि स्वास्थ्य विभाग में आगे कितना बदलाव होता है और मरीजों को कितना लाभ और सहूलियत मिल पाती है।

उपमुख्यमंत्री जब निरीक्षण के दौरान अल्ट्रासाउंड कक्ष के पास पहुंचे तो वहां उन्हें कई मरीज मिले। पूछने पर मरीजों ने बताया गया कि अल्ट्रासाउंड जांच नहीं हो रही है। इस पर उन्होंने सीएमएस डॉ. ब्रजेश कुमार सिंह से जवाब मांगा तो सीएमएस ने बताया कि रेडियोलॉजिस्ट गवाही देने कोर्ट गए हैं। यह सुनते ही डिप्टी सीएम ने पूछ लिया कि किस कोर्ट में गए हैं। इस पर डिप्टी सीएम ने जिलाध्यक्ष शशांक कुसमेश से कहा कि बार एसोसिएशन से बात करो। आनन-फानन में भाजपा जिलाध्यक्ष ने बार के महामंत्री को लगाया तो पता चला कि कोर्ट में बॉयकाट चल रहा है। यह सुनते ही डिप्टी सीएम बोले…तो यह हाल है। ऐसी लापरवाही नहीं चल पाएगी।