डबल इंजन ने समय से पूर्व कानपुर मेट्रो का किया संचालन-प्रधानमंत्री

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प्रधानमंत्री ने जनपद कानपुर नगर में कानपुर मेट्रो रेलपरियोजना के प्रथम सेक्शन का शुभारम्भ किया।प्रधानमंत्री ने बीना-पनकी मल्टी प्रोडक्ट पाइपलाइन परियोजना राष्ट्र को समर्पित की । प्रधानमंत्री ने आई0आई0टी0 मेट्रो रेल स्टेशन पर कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के सम्बन्ध में आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया।प्रधानमंत्री कानपुर मेट्रो रेल से यात्रा करने वाले पहले यात्री बने, कानपुर मेट्रोरेल से आई0आई0टी0 मेट्रो स्टेशन से गीतानगर मेट्रो स्टेशन तक यात्रा कीमुख्यमंत्री ने कार्यक्रम में प्रधानमंत्री का स्वागत अंगवस्त्र एवं स्मृति चिन्हके रूप में कानपुर मेट्रो रेल परियोजना का मॉडल भेंट कर किया । प्रधानमंत्री ने कानपुर नगर जनपद के विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के लाभार्थियों से संवाद किया । आज उ0प्र0 के विकास में एक और अध्याय जुड़ रहा, कानपुर में मेट्रो रेल परियोजना का शुभारम्भ के साथ ही, बीना रिफाइनरी से कानपुर जुड़ गया, इससे कानपुर के साथ ही उ0प्र0 के अनेक जिलों में पेट्रोलियम पदार्थ आसानी से सुलभ होंगे । कानपुर के लोगों का समय और पैसा बर्बाद होता था,कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के 09 किलोमीटर के प्राथमिक सेक्शनके शुरु होने से यह शिकायतें दूर होने की शुरुआत हुई । कोरोना की चुनौतियों के बावजूद कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के प्राथमिक सेक्शन का शुरु होना सराहनीय । आगरा व मेरठ शहरों पर मेट्रो का कार्य चल रहा, अन्य शहरों में प्रस्तावित लखनऊ, गाजियाबाद, नोएडा में जिस तरह मेट्रो का विस्तार हो रहा, वह अभूतपूर्व । वर्ष 2014 से पहले उ0प्र0 में मेट्रो की लम्बाई 09 किलोमीटर, वर्ष 2014 से वर्ष 2017 के बीच में बढ़कर 18 किलोमीटर हुई, आज कानपुर मेट्रो रेल को मिलाकर उ0प्र0 में मेट्रो रेल की लम्बाई 90 किलोमीटर से अधिक हो गयी ।

21वीं सदी में जिस तरह तेज प्रगति करने की जरूरत थी, उस अमूल्य समय को गवां दिया गया। क्योंकि विकास उनकी प्राथमिकता नहीं थी, उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए प्रतिबद्धता नहीं थी। आज की डबल इंजन की सरकार उस समय के हुए नुकसान की भरपाई करने में जुटी है, डबल स्पीड के साथ कार्य कर रही है। उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, सबसे बड़ा एक्सप्रेस-वे, सबसे पहला रीजनल रैपिड रेल सिस्टम, डेडिकेट फ्रेट कॉरिडोर का हब बनने वाला है।अवैध हथियारों के लिए कभी बदनाम रहा उत्तर प्रदेश वर्तमान में देश की सुरक्षा के लिए डिफेंस कॉरिडोर बना रहा है। फर्क साफ है, यह फर्क योजनाओं-परियोजनाओं का ही नहीं, काम करने के तरीके का भी है। डबल इंजन की सरकार काम पूरा करने के लिए दिन-रात एक कर देती है। कानपुर मेट्रो रेल, पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे सहित अनेक परियोजनाओं का शिलान्यास तथा शुभारम्भ डबल इंजन की सरकार ने किया। पूरब हो या पश्चिम या यह क्षेत्र, हर परियोजना को समय पर पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। परियोजना के समय पर पूरी होने पर पैसे का सही इस्तेमाल होता है, देश को पूरा लाभ प्राप्त होता है। उन्हांेने कहा कि टैªफिक जाम से कानपुर के लोगों का समय और पैसा बर्बाद होता था। कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के 09 किलोमीटर के प्राथमिक सेक्शन के शुरु होने से यह शिकायतें दूर होने की शुरुआत हुई है। उन्होंने कहा कि कोरोना की चुनौतियों के बावजूद कानपुर मेट्रो रेल परियोजना के प्राथमिक सेक्शन का शुरु होना सराहनीय है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पहले सरकार चलाने वालों ने समय की गति नहीं समझी।आजादी के बाद यह सोच थी कि जो कुछ नया, अच्छा होगा, देश के दो-तीन बड़े शहरों में होगा। बड़े शहरों के अलावा अन्य शहरों को उनके हाल पर छोड़ दिया गया। पहले की सरकार इन शहरों की ताकत और आकांक्षाओं को समझ ही नहीं पायी। उनकी विकास की नीयत नहीं थी। अब हमारी सरकार द्वारा इन शहरों में कनेक्टिविटी, शिक्षा के बड़े संस्थान, बिजली, पानी, सीवेज़ का काम किया जा रहा है। आज कानपुर मेट्रो रेल के पहले चरण का लोकार्पण हुआ। आगरा व मेरठ शहरों पर मेट्रो का कार्य चल रहा है। अन्य शहरों में प्रस्तावित है। लखनऊ, गाजियाबाद, नोएडा में जिस तरह मेट्रो का विस्तार हो रहा है, वह अभूतपूर्व है।

किसी भी राज्य में निवेश, उद्योगों के फलने-फूलने के लिए कानून-व्यवस्था का राज सबसे जरुरी है। पहले की सरकार में माफियावाद इतना फैला था कि उद्योग चौपट हो गये। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी कानून-व्यवस्था का राज वापस लाए। अपराधी जमानत खुद रद्द कराकर जेल जा रहे हैं। अब उत्तर प्रदेश में निवेश बढ़ रहा है। डबल इंजन की सरकार उत्तर प्रदेश में औद्योगिक क्लस्टर को बढ़ावा दे रही है। यहां कानपुर में मेगा लेदर क्लस्टर को मंजूरी दी जा चुकी है। यहां के युवाओं का कौशल विकास करने के लिए फजलगंज में टेक्नोलॉजी सेन्टर की स्थापना हुई है। डिफेंस कॉरिडोर हो या फिर ओ0डी0ओ0पी0 योजना इनका लाभ कानपुर के उद्यमियों को मिल रहा है। केन्द्र सरकार में ईंज ऑफ डुइंग बिजनेस बढ़ाने के लिए लगातार काम हो रहा है। नई इकाइयों के लिए कॉरपोरेट टैक्स में कटौती करना हो, जी0एस0टी0 दरों में कमी करना हो या ढेर सारे कानूनों के जाल को समाप्त करना हो, इसी दिशा में कदम उठाए गये हैं। नये क्षेत्रों को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने प्रोडक्ट लिंक इन्सेंटिव देना शुरु किया है। जिन दलों की आर्थिक नीति भ्रष्टाचार हो, बाहुबलियों का संरक्षण हो, वह उत्तर प्रदेश का विकास नहीं कर सकते। ऐसे दल महिला सशक्तीकरण के कदमों, तीन तलाक, लड़कों-लड़कियों की शादी की समान आयु का भी विरोध करते हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के काम को देखकर कहते हैं कि यह हमने किया था। बीते दिनों जो बक्से भर-भर के नोट मिले हैं, उसके बाद भी क्या यह यही कहेंगे। कानपुर वाले व्यापार-कारोबार को अच्छे से समझते हैं। वर्ष 2017 से पहले भ्रष्टाचार का जो इत्र पूरे उत्तर प्रदेश में छिड़क रखा था, वह सबके सामने आ गया है। उत्तर प्रदेश के लोग प्रदेश का विकास करने वाले, प्रदेश को नई ऊंचाई तक पहुंचाने वाले के साथ हैं।