मर्यादाओ का पालन करे सरकार

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श्री राम की प्रतिष्ठा मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में है। श्री राम ने मर्यादा के पालन के लिए राज्य, मित्र, माता-पिता, यहाँ तक कि पत्नी का भी साथ छोड़ा। इनका परिवार, आदर्श भारतीय परिवार का प्रतिनिधित्व करता है। राम रघुकुल में जन्मे थे, जिसकी परम्परा रघुकुल रीति सदा चलि आई प्राण जाई पर बचन न जाई की थी।

सीतापुर। प्रसपा व लोहिया के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव पीलीभीत से वापसी करते समय सीतापुर में कुछ देर विश्राम के लिए रुके।बजट को लेकर उन्होंने कहा- इन्होंने जो वादे किये वो एक भी पूरे नही कर पाए चुनाव का वर्ष है बेरोजगारी कितनी है, पहले तो इन्होंने कहा था कि प्रत्येक वर्ष दो करोड़ लोगों को नौकरी देंगे, अब कह रहे है कि 4 लाख लोगों को नौकरी दी है कितने वर्ष निकल गए 5 साल , 5 साल में 10 करोड लोगों को नौकरी दे देनी चाहिए थी।भगवान राम की बात करने वाले राम के आदर्श पर कदम ताल कर समाज में मिषाल पेश करनी चाहिए।

भगवान राम न केवल कुशल प्रबंधक थे, बल्कि सभी को साथ लेकर चलने वाले थे। वे सभी को विकास का अवसर देते थे व उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग करते थे। उनके इसी गुण की वजह से लंका जाने के लिए उन्होंने व उनकी सेना ने पत्थरों का सेतु बना लिया था।

भगवान राम ने दया कर सभी को अपनी छत्रछाया में लिया। उनकी सेना में पशु, मानव व दानव सभी थे और उन्होंने सभी को आगे बढ़ने का मौका दिया। सुग्रीव को राज्य, हनुमान, जाम्बवंत व नल-नील को भी उन्होंने समय-समय पर नेतृत्व करने का अधिकार दिया। दोस्त केवट हो या सुग्रीव, निषादराज या विभीषण। हर जाति, हर वर्ग के मित्रों के साथ भगवान राम ने दिल से करीबी रिश्ता निभाया। दोस्तों के लिए भी उन्होंने स्वयं कई संकट झेले।

मुख्यमंत्री योगी जी राजनीति के राम है असुरी शक्तियों का नाश करने के लिए बैठे है इसके जवाब में कहा कि- पहले तो भगवान राम की मर्यादाओ का पालन करे,आप ही देख रहे हो ठोक दो बुलडोजर चला दो क्या भगवान राम ने कभी ऐसा कहा है,भगवान राम के आचरण पर तो चले।

सत्ता पे जो पार्टी है उसको हराने के लिए आप लोग किस तरह की रणनीति की योजना बना रहे है- हमने एक नारा दिया था गैर भाजपा वाद सभी इकट्ठा हो जाये ,समान विचारधारा वाली पार्टियां इकट्ठी हो जाये ,सेक्युलर पार्टियां इकट्ठी हो जाये तो भारतीय जनता पार्टी को हराने में बहुत आसानी हो जाएगी।

मुलायम सिंह यादव को लेकर कहा –


देखिए जो चाचा शब्द है वो आत्मीय शब्द है तो चाचा से चूक हो नही सकती लेकिन जो शब्द उस दिन मैंने कहा था आप नही बोलेंगे उन्होंने आश्वासन दिया है कि हम बात करेंगे फ़ोन पर बात करेंगे जब ये सब बाते चल रही है तो हम इससे ज्यादा बोलेंगे नही हम चाहते है कि सब लोग एक होकर के भारतीय जनता पार्टी को हटाये।