बिना डॉक्टर कैसे हो इलाज..!

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बिना डॉक्टर कैसे हो इलाज..!
बिना डॉक्टर कैसे हो इलाज..!

कैसे हो इलाज खाली पड़ी कुर्सियां नही है डेंटल चेयर । वार्डबॉय लगाते हैं इंजेक्शन फार्माशिष्ट बैठ कर लड़ाते है गप्प। नही हो रही है हेल्थ एटीएम मशीन से मरीजों की जांच। बिना डॉक्टर कैसे हो इलाज..!

पंकज यादव

अयोध्या। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मवई में हो रहे मरीजों के इलाज में लापरवाही की पोल खुलती हुई नजर आई जहा मौके पर साढ़े आठ बजे से लेकर सिर्फ दो डॉक्टर मौके पर मिले।एमरजेंसी वार्ड में खाली पड़ी कुर्सियां डॉक्टर का इंतजार कर रही थी और सीएचसी अधीक्षक की कुर्सी खाली पड़ी थी वही चीफ फार्मासिस्ट दूसरे कमरे में बैठकर गप्प लड़ाते हुए मिले।हेल्थ एटीएम मशीन में किट न होने के कारण कई महत्वपूर्ण जांचे बंद हो गई है और स्थानीय मरीजों ने बताया कि अस्पताल में वार्ड ब्वाय और अनट्रेंड लड़को से इंजेक्शन लगाते हैं और तो और यहां पर तैनात चीफ फार्माशिष्ट आने वाले मरीजों के साथ अफद्रता भी करते हैं।


अयोध्या जिले की सीमा पर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मवई का अमर उजाला टीम द्वारा बुधवार की सुबह साढ़े आठ बजे से लेकर नौ बजे तक लाइव रिपोर्टिंग में स्वास्थ विभाग द्वारा किए जा रहे अनेक प्रकार के दावों की पोल खुल गई।साढ़े आठ बजे जब टीम ने निरीक्षण किया तो वहां पर मौजूद चीफ फार्मासिष्ट सुनील राय अपने कमरे में न बैठने के बजाय डॉक्टर की ओपीडी में बैठकर गप्प लड़ाते हुए नजर आए वही आस पास के मरीजों का आरोप है कि यह अपना काम ठीक से नहीं करते है और इंजेक्शन आदि भी नहीं लगाते हैं इनका काम वार्ड ब्वाय और अस्पताल में काम कर रहे प्राइवेट लड़के करते हैं मरीजों के साथ आए दिन अफद्रता भी करते हैं।8:32 बजे स्टाफ नर्स रजनी रजिस्टर पर अपनी इंट्री दर्ज करती हुई नजर आई।

8:39 बजे एमरजेंसी वार्ड में न कोई डॉक्टर और न कोई अन्य कर्मचारी मिला सिर्फ खाली पड़ी कुर्सी के।अस्पताल परिसर में लगी हेल्थ एटीएम मशीन में किट न होने के कारण कई महत्व पूर्ण जांचे ठप हो गई है जैसे हिमोग्लोबिन, ब्लड शुगर,कोलेस्ट्राल आदि वही बिना किट के हाइट आक्सीजन लेबल,वजन की माप सहित 24 जांच होती है।8:40 पर डेंटल वार्ड में देखा गया तो डेंटल डॉक्टर उमेश कुमार राय मिले लेकिन दांत के मरीजों के इलाज के लिए कोई व्यवस्था नहीं है डेंटल चेयर न होने के कारण आते हैं और अधूरे अरमान लेकर वापस लौट जाते हैं यहां पर सिर्फ नाम के डॉक्टर है और इलाज के लिए कुछ नहीं।8:42 बजे सीएचसी अधीक्षक डॉ प्रमोद कुमार गुप्ता अपने कक्ष में अनुपस्थित रहे।8:48 बजे ओपीडी में डॉक्टर फराज अहमद और लेडीज डॉक्टर शबनम उपस्थित रहे और आयुष डॉक्टर उपेंद्र कुमार भी उपस्थित रहे।लेबर रूम में दो मरीज भर्ती थी जिनसे बात किया गया कि सुबह नाश्ते में क्या मिला तो उन्होंने बताया कि सिर्फ चाय और बिस्किट मिला है और स्टाफ नर्स रजनी व दिव्या श्रीवास्तव नौ बजे उपस्थित रही।


वही आई टेक्नीशियन विवेक कुमार वर्मा का ट्रांसफर हो गया है लेकिन उनकी जगह पर अभी कोई नई तैनाती नहीं हो सकी है। वही ओपीडी की बात की जाय तो प्रतिदिन दो से लेकर ढाई सौ तक होती हैं जिसमे 30 से 40 मरीज आई फ्लू के रहते हैं जिसके इलाज के लिए सिप्रोफ्लोक्सासिन आई ड्रॉप डालने के लिए मरीजों को दिया जाता है इसके अलावा वायरल फीवर सहित अन्य प्रकार के मरीज आते हैं।जिसके इलाज हेतु उचित व्यवस्था है और अस्पताल परिसर में एक्सरे मशीन नही है लेकिन एक्सरे टेकनीसयन की तैनाती है जिससे बिना काम किए ही सरकार से वेतन ले रहे हैं। अनुपस्थित डॉक्टर में डॉक्टर रीना ट्रेनिंग पर के लिए लखनऊ गई हैं डॉक्टर सुमत सिंह छुट्टी पर,फार्मासिस्ट सीवी यादव भी अनुपस्थित रहे। इस संबंध में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मवई के अधीक्षक डॉ प्रमोद कुमार गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मैं फील्ड पर निकला हूं मौके पर डॉक्टर फराज अहमद,डॉक्टर शबनम और पीएचसी पूरे कामगार की डॉक्टर शिल्पी सहित आदि उपस्थित है फार्मासिस्ट सुनील राय के विषय में बात की गई तो उन्होंने बताया कि मामले की जांच पड़ताल कराई जायेगी।एक्सरे मशीन जल्द लगने वाली है और डेंटल चेयर के लिए पत्रावली शासन को भेजी गई हैं और कुछ डॉक्टर छुट्टी पर गए हैं। बिना डॉक्टर कैसे हो इलाज