मैं ही दिल्ली हूं-अजय माकन

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तो क्या राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी संघ प्रचारक निंबाराम की गिरफ्तारी के लिए एसीबी पर दबाव बना रही है? गृह मंत्री के नाते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ही एसीबी के प्रमुख हैं।मैं ही दिल्ली हूं अजय माकन का यह बयान घमंड से भरा है।

एस0 पी0 मित्तल

30 जुलाई को राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी की एक बैठक हुई। इस बैठक में प्रदेश प्रभारी महासचिव अजय माकन भी उपस्थित रहे। हालांकि यह बैठक प्रदेश चल रही सियासी घमासान के मद्देनजर बुलाई गई थी लेकिन इस बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राजस्थान क्षेत्र के प्रचारक निंबाराम की गिरफ्तारी का प्रस्ताव भी पास किया गया सब जानते हैं कि राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व में ही कांग्रेस की सरकार चल रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि कांग्रेस पार्टी किस से मांग कर रही है? जब कांग्रेस की ही सरकार है तो एसीबी की कार्रवाई पर भरोसा करना चाहिए। क्या सत्तारूढ़ दल को अपनी ही सरकार के अधीन कार्य करने वाली एसीबी भी पर भरोसा नहीं है? और वह भी तब जब गृहमंत्री का प्रभार ही मुखमंत्री अशोक गहलोत के पास ही है। गृह मंत्री के नाते गहलोत ही एसीबी के प्रमुख हैं। यह सही है कि जयपुर ग्रेटर की निलंबित मेयर सौम्य गुर्जर के पति राजाराम गुर्जर द्वारा कथित तौर पर दो लाख की रिश्वत मांगने के प्रकरण में एसीबी ने संघ प्रचारक निंबाराम को भी नामजद किया है। हालांकि इस मामले में संबंधित कंपनी से राशि का लेन देन भी नहीं हुआ लेकिन निलम्बित मेयर के पति और कंपनी के एक प्रतिनिधि को गिरफ्तार कर जेल भिजवा दिया गया है।

एसीबी ने संघ प्रचारक निंबाराम से प्राथमिक पूछताछ भी नहीं की है एसीबी के कमान बोल्ड छवि वाले डीजी बी॰एल॰ सोनी के हाथ में है इसी प्रकार एसीबी के ए॰डी॰जी दिनेश एन॰एम॰ है दोनों अधिकारियों की अपनी कार्यशैली है। जिस पर संदेह भी नहीं किया जाना चाहिए। सत्ता में होने के बावजूद भी कांग्रेश पार्टी कुछ भी मांग करें लेकिन बी॰एल॰ सोनी और दिनेश एन॰एम॰ को पता है कि सौम्या गुर्जर के प्रकरण मे निंबाराम की क्या भूमिका है? काग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा साहब पहले भी निंबाराम की गिरफ्तारी की मांग कर चुके हैं लेकिन एसीबी डोटासरा की मंशा के अनुरूप काम नहीं किया है। अब जब डोटासरा स्वयं रिश्तेदारों को फायदा पहुंचाने के आरोप से घिर गए हैं। तब निंबाराम का नाम उछालकर बचाव करना चाहते हैं। एवं सब जानते हैं कि संघ के प्रचारक अपना घर परिवार छोड़कर सामाजिक सरोकारों सरोकारों से जुड़े कार्य करते हैं। सादगी से रहते हैं। और कोई संपत्ति एकत्रित नहीं करते हैं। सौम्या गुर्जर वाले मामले में भी कंपनी के प्रतिनिधि द्वारा सी॰एस॰आर॰ फंड से राम मंदिर के लिए सहयोग राशि देने की बातचीत सामने आई है राम मंदिर के लिए सहयोग मांगना कोई अपराध नहीं है। जो लोग इस मामले को बेवजह उछाल रहे हैं उन्हें चुनाव में इसके परिणाम भुगतने होंगे।

घमंड भरा बयान – जयपुर में 28 व 29 जुलाई को कांग्रेस विधायकों से रायशुमारी के बाद जब प्रदेश प्रभारी अजय माखन से पत्रकारो ने दिल्ली में कांग्रेस हाईकमान के दिशा निर्देशों के बारे में सवाल पूछा तो माखन ने कहा कि मैं ही दिल्ली हूं माकन का यह बयान घमंड से भरा है सब जानते हैं कि कांग्रेस का नेतृत्व गांधी परिवार के सदस्य श्रीमती सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी कर रहे हैं। अब यदि अजय माकन स्वयं को गांधी परिवार से बड़ा समझ रहे हैं तो आगे समय ही बताएगा की माखन की कांग्रेस में क्या स्थिति रहती है।