बच्चों की गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के साथ वास्तविक शैक्षिक क्षमता में वृद्वि करें-जिलाधिकारी {Increase the real educational potential of children with quality education – District Magistrate}

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अयोध्या। जिलाधिकारी नितीश कुमार ने डा0 राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के स्वामी विवेकानन्द प्रेक्षागृह में निपुण भारत प्रोग्राम (नैशनल इनिशिएटिव फाॅर प्रोफिशिएसी विद अण्डर स्टैंडिंग न्यूमेरिकेसी भारत प्रोग्राम) के अन्तर्गत आयोजित प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों की एक दिवसीय कार्यशाला में प्रधानाध्यापकों को सम्बोधित करते हुये परिषदीय विद्यालयों में उपलब्ध सुविधाओं का बेहतर प्रयोग करते हुये विद्यालयों में अध्ययनरत प्रत्येक बच्चें का मूल्यांकन कर उन्हें उनकी शैक्षिक स्तर के अनुसार विभाजित कर बेहतर एवं रूचिकर शैक्षिक प्रविधियों प्रयोग कर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करते हुये समस्त बच्चों को उनकी कक्षा के शैक्षिक स्तर तक लाने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करते हुये उनकी वास्तविक शैक्षिक क्षमता में वृद्वि की जायें। बच्चों को रूचिकर शिक्षा प्रदान करें, जिससे बच्चें नियमित स्कूल आयें और कोई भी बच्चा बीच में स्कूल न छोड़ें।

जिलाधिकारी ने कहा कि सभी प्राथमिक शिक्षक और प्रधानाध्यापक अपने महत्व को समझें, उनका कार्य पूरे समाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही एकमात्र साधन है जो मनुष्य को अन्य सभी से अलग करती है। कार्यशाला में जिलाधिकारी ने सभी प्रधानाध्यापकों को प्रेरित करते हुये कहा कि आप सभी में से ही कई शिक्षकों के स्थानान्तरण होने पर उस विद्यालय के छात्र रोने लगते है। एक आत्मीय सम्बन्ध शिक्षक और छात्र के मध्य स्थापित हो जाता है। उन्होंने शिक्षकों से पूछा कि क्या आप सपने देखते है! सभी शिक्षक उत्साहित दिखे, कई शिक्षकों ने अपने सपनों को साझा किया।

उन्होंने सभी प्रधानाध्यापकों से आहवान किया कि सभी अपने विद्यालय को आदर्श विद्यालय बनाने का सपना अवश्य देखें और उसे पूरा करने का प्रयास करें। जिलाधिकारी एक शिक्षक की भूमिका में बोर्ड पर सभी प्रधानाध्यापकों की समस्याओं को लिखकर उनके समाधान के उपाय भी बतायें, शिक्षकों ने छात्रों की कम उपस्थिति के सम्बंध में बहुत सी समस्यायें जिलाधिकारी से साझा की। जिलाधिकारी ने कहा कि हमारा जीवन सार्थक तभी है जब हम अपने बच्चों का जीवन को सफल एवं सार्थक बना सकें। उन्होंने सभी प्रधानाध्यापकों को अपने पद के दायित्वों का सम्यक निर्वहन करने हेतु प्रेरित किया।इस अवसर पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, समस्त विकास खण्ड के खण्ड शिक्षा अधिकारी गण सहित जनपद के विभिन्न प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक गण उपस्थित रहे।