पांडियचेरी के उप राज्यपाल किरण बेदी को हटवा दिया

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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किरण बेदी को पुडुचेरी के उपराज्यपाल पद से हटा दिया है। राष्ट्रपति ने उनकी जगह तेलंगाना के राज्यपाल तमिलसाई सुंदरराजन को पुडुचेरी के उपराज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार सौंपा है।इससे पहले दस फरवरी को राज्य के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को ज्ञापन सौंपकर उनसे आग्रह किया था कि उपराज्यपाल को वापस बुला लिया जाए, उन्होंने दावा किया कि वो तुगलक दरबार चला रही हैं।

इसके अलावा नारायणसामी ने उपराज्यपाल को चुनी हुई सरकार के विभिन्न प्रस्तावों के क्रियान्वयन में अवरोधक बताया था। मुख्यमंत्री ने कहा था कि उन्होंने एक ज्ञापन दिया है जिसमें कई योजनाओं का जिक्र है जिन्हें किरण बेदी ने कथित रूप से रोका हुआ है। राष्ट्रपति के साथ उनकी मुलाकात करीब आधे घंटे तक चली थी।उन्होंने पिछले कुछ हफ्तों में केंद्र से बेदी को हटाने के अनुरोध को लेकर जनता के हस्ताक्षरों वाला पत्र भी कोविंद को सौंपा था।

पुडुचेरी में राजनीतिक संकट के बीच किरण बेदी को एलजी पद से हटा दिया गया है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बेदी को तुरंत प्रभाव से हटाते हुए तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदरराजन को पुडुचेरी का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया है। बेदी को ऐसे समय पर हटाया गया है जब केंद्र शासित प्रदेश में एक और विधायक के सदस्यता से इस्तीफे के बाद राज्य की कांग्रेस सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में अपना बहुमत खो दिया है। मौजदा सदन में कांग्रेस नीत गठबंधन के अब 14 विधायक रह गए हैं। पुडुचेरी विधानसभा के लिए अगले कुछ महीनों में चुनाव होने वाले हैं।

इस मौके का लाभ उठाते हुए विपक्ष ने मुख्यमंत्री वी नारायणसामी से इस्तीफा मांगते हुए कहा कि सरकार अल्पमत में है। पुडुचेरी की 33 सदस्यीय विधानसभा में अब विपक्ष के सदस्यों की संख्या भी 14 है। हालांकि, नारायणसामी ने विपक्ष की मांग को खारिज करते हुए दावा किया कि उनकी सरकार को सदन में ‘बहुमत हासिल है।

सदन में प्रभावी सदस्यों की संख्या के आधार पर बहुमत का आंकड़ा 15 है। पुडुचेरी विधानसभा का चुनाव अप्रैल में होने की उम्मीद है क्योंकि मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल 21 जून 2021 को समाप्त हो रहा है। कांग्रेस विधायक के इस्तीफे का घटनाक्रम पार्टी नेता राहुल गांधी के चुनाव प्रचार अभियान की शुरुआत करने आने के एक दिन पहले हुआ है।