भारत में सबसे बड़ा धर्म संविधान

112
भारत में सबसे बड़ा धर्म संविधान
भारत में सबसे बड़ा धर्म संविधान

भारत में सबसे बड़ा धर्म संविधान

लखनऊ में सपा मुख्यालय आज गणतंत्र दिवस पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने राष्ट्रध्वज फहराकर सभी को गणतंत्र दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दी।इस अवसर पर समाजवादी पार्टी के श्री किरनमय नंदा, प्रो0 रामगोपाल यादव,राजेन्द्र चौधरी, एमएलसी जासमीर अंसारी, डॉ0 राजपाल कश्यप, मीरा वर्धन, आर.के. चौधरी, विशेष रूप से उपस्थित थे। गणतंत्र दिवस पर प्रदेश के सभी जनपदों में पार्टी कार्यालयों में झण्डारोहण हुआ। देश को आजादी दिलाने में जिन्होंने कुर्बानियां दी उन शहीदों को हम श्रद्धापूर्वक याद करते हैं। इतिहास में वे अमर रहेंगे। उन्होंने समाजवादी कार्यकर्ताओं से अपील की कि शहीदों के परिवारों को कोई दिक्कत हो तो उनकी भरपूर मदद करें।


आजाद भारत में सबसे बड़ा धर्म संविधान है। भगवान एक है। हम सभी धर्मों को मानते हैं, उनका सम्मान और आदर करते है। विभिन्न धर्मों के संतो, गुरुओं और उपदेशकों ने समय-समय पर जो विचार और उपदेश दिए हैं हम उन सभी का सम्मान करते हैं। गणतंत्र दिवस के अवसर पर हम सभी लोग देश की खुशहाली और विकास के रास्ते पर ले जाने का संकल्प लें।
उन्होंने कहा कि बाबा साहब डॉ0 भीमराव अम्बेडकर ने हम लोगों को जो संविधान दिया है और डॉ0 राममनोहर लोहिया तथा जयप्रकाश नारायण जी ने जो सिद्धांत और विचार दिये हैं उन पर चलकर देश में खुशहाली लायी जा सकती है। जननायक कर्पूरी ठाकुर जी, नेताजी मुलायम सिंह यादव सहित अन्य समाजवादी नेताओं ने संघर्ष का जो रास्ता दिखाया है समाजवादी लोग उसी रास्ते पर चलेंगे।

यह भी पढ़ें -नेता जी को पद्म विभूषण सम्मान


अखिलेश यादव ने कहा कि आज भी किसान, नौजवान दुखी है। व्यापारी परेशान है। व्यापारियों को कारोबार में जो मदद मिलनी चाहिए वह नहीं मिल रही है। हमारा देश कई मानकों में दुनिया के तमाम देशों से पीछे है। भाजपा सरकार पूरा बाजार दूसरों के हवाले कर रही है। एक उद्योगपति को सरकारी लोन देकर कहां से कहां पहुंचा दिया गया है। अब जब उसकी रिपोर्ट आयी है तो उससे पता चल रहा है कि उसका मामला कितना खोखला है।श्री यादव ने कहा कि भाजपा इन्वेस्टमेंट के नाम पर झूठ फैला रही है। कोई निवेश दिखाई नहीं दे रहा है। जब दुनियां में निवेश नहीं मिला तो अब जिलों-जिलों में निवेशक सम्मेलन करते हुए घूम रहे हैं। अब जिलाधिकारी भी लगे है कि जिले के कारोबारियों और व्यापारियों को बुलाकर इनसे इंवेस्टमेंट की व्यवस्था कराई जाए। भाजपा सरकार ने समाजवादी सरकार के दौरान हुए विकासकार्यो को धुंए में उड़ा दिया। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बर्बाद कर दिया। मेडिकल कॉलेज और अस्पताल बर्बाद कर दिये। गोमती रिवरफ्रंट को बर्बाद कर दिया। डायल 100 सेवा को बर्बाद कर दिया। छुट्टा जानवर किसानों के खेत बर्बाद कर रहे हैं।


समाजवादी सरकार के दौरान लखनऊ, कानपुर और वाराणसी में 5-5 लाख लीटर मिल्क का अमूल का प्लांट लगा। लखनऊ में अमूल के प्लांट के साथ उसी रोड पर हमने पराग का भी प्लांट लगवाया था। इसी तरह से कन्नौज में गाय के दूध के लिए काऊ मिल्क प्लांट लगवाया था लेकिन भाजपा सरकार ने गाय के दूध उत्पादन करने वाले किसानों को पैसा नहीं दिया। उत्तर प्रदेश का पहला पराग का काऊ प्लांट भाजपा सरकार ने बंद कर दिया है। भाजपा वाले अब कन्नौज में बियर की फैक्ट्री लगा रहे है। इसी तरह से कन्नौज की पहचान इत्र के कारोबार से है। वहां पर देश का सबसे ज्यादा इत्र का कारोबार होता है। भाजपा कन्नौज के साथ खिलवाड़ कर रही है। हम कन्नौज में दुनिया का सबसे बड़ा परफ्यूम पार्क बना रहे थे और परफ्यूम निकालने और कारोबार के लिए उद्योग लगा रहे थे। भाजपा सरकार से विकास की उम्मीद नहीं की जा सकती है। समाजवादी सरकार ने प्रदेश का विकास किया है। प्रदेश को सिर्फ समाजवादी विचारधारा और समाजवादी लोग ही आगे ले जा सकते हैं। आने वाले समय में भाजपा से मुकाबला करना है।


उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि देश को आजादी लम्बे संघर्ष और हजारों नौजवानों के त्याग, बलिदान से मिली है। हमें इस आजादी, और लोकतंत्र तथा संविधान को बचाने का संकल्प लेना है। उन्होंने कहा देश में कुछ नकारात्मक सोच और समाज को बांटने वाले लोग देश को पीछे ले जाना चाहते हैं। इस अवसर पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अक्षय लाल सोनी समेत अन्य नेताओं और कार्यकर्ताओं ने देश भक्ति के गीत, शायरी और सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए और श्री अखिलेश यादव ने सभी का उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर प्रो0 सुधीर पवार, रामबृक्ष यादव, राज कुमार मिश्रा, डॉ0 फिदा हुसेन अंसारी, विकास यादव, सोनू कन्नौजिया, विजय सिंह, राम सागर यादव, सुशील दीक्षित, जयसिंह जयंत, अशोक यादव, पायल किन्नर, सीएल वर्मा, व्यासजी गौड, नेहा यादव, मधुलिका यादव एडवोकेट, एस.के. राय की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।

भारत में सबसे बड़ा धर्म संविधान