उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त

88
UP की स्वास्थ्य व्यवस्था चौपट - अखिलेश
UP की स्वास्थ्य व्यवस्था चौपट - अखिलेश
राजेन्द्र चौधरी

पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त है। अपराधी हर दिन खूनी खेल खेल रहे हैं। भाजपा सरकार का कानून व्यवस्था पर कोई नियंत्रण नहीं रह गया है। प्रशासन तंत्र पूरी तरह पंगु है। पुलिस प्रशासन ने अपराधियों के आगे पूरी तरह हथियार डाल दिए हैं। प्रदेश में अराजकता, गुण्डई और दबंगई चरम पर है। जनपद जौनपुर की थाना नेवदिया में ग्राम सभा नवापुर चयनपुर गांव में प्रयागराज विश्वविद्यालय के छात्र नेता सतीश यादव की अपराधियों ने कनपटी में गोली मार कर हत्या कर दी। बांदा की देहात कोतवाली के गौहरी गांव में दबंग ने एक दलित छात्र की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी। एटा में 14 साल की एक बच्ची की लाश मक्के के खेत में मिली। नाबालिग बच्ची स्कूल से लौटते समय लापता हुई थी। अपराधियों ने उसकी हत्या कर दी। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त


    मुजफ्फरनगर में एक 25 वर्षीय किसान का शव कुंए में पड़ा मिला। उसकी साजिशन हत्या किए जाने की आशंका है। वह खेत में पानी लगाने गया था। गोरखपुर में जमानत पर जेल से छूटे युवक ने 3 साल की बच्ची का अपहरण कर उसकी हत्या कर दी। क्रूरता और निर्ममता की हद तो यह है कि फिर उसके साथ दुष्कर्म की घटना को भी अंजाम दिया। शव को एक बाउंड्रीवाल के अंदर छुपा दिया गया था।सत्ता संरक्षण में ही अपराध हो रहे हैं यह जताने के लिए मुरादाबाद की यह घटना ही काफी है कि वहां भाजपा नेता अनुज चौधरी की पिछले दिनों हत्या कर दी गई। उसकी हत्या में एक भाजपा नेता का ही हाथ बताया जा रहा है। भाजपा नेताओं का एक बड़ा वर्ग इन दिनों अवैध खनन, तस्करी और दूसरे अपराधिक कामों में संलिप्त पाया जाता है।


    मुख्यमंत्री जी दूसरे प्रांतों में जाकर झूठा दावा करते हैं कि उत्तर प्रदेश में आधी रात को भी कोई महिला कहीं आ जा सकती है। पर हकीकत में तो किसी महिला का अपने गांव-मुहल्ले में भी निकलना सुरक्षित नहीं है। हत्या, लूट, अपहरण की वारदातों पर कोई नियंत्रण नहीं है। भाजपा सरकार के जंगल राज में कहीं कोई सुरक्षित नहीं। प्रदेश में बढ़ते अपराधियों से आम लोगों में दहशत का माहौल है। अपराधी खुलेआम घटनाओं को अंजाम दे रहे है। भाजपा सरकार का जीरो टालरेंस का दावा पूरी तरह से झूठा और खोखला है। भाजपा सरकार में सबसे ज्यादा महिला अपराध उत्तर प्रदेश में हो रहे हैं। महिलाएं और बच्चियां सुरक्षित नहीं है। पुलिस आपराधिक घटनाओं को रोकने में विफल है। पुलिस सत्ता के इशारे पर अपराधियों को रोकने के बजाय निर्दोष लोगों को फर्जी मुकदमों में फंसाकर प्रताड़ित करती है। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त