स्मार्ट सिटी की तर्ज पर तैयार करें विकास का खाका-मुख्य सचिव

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मुख्य सचिव ने आवास, नगर विकास, नमामि गंगे, पर्यटन एवं संस्कृति तथा वन एवं पर्यावरण विभाग की समीक्षा की।

लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने आवास, नगर विकास, नमामि गंगे, पर्यटन एवं संस्कृति तथा वन एवं पर्यावरण विभाग की समीक्षा की। अपने सम्बोधन में उन्होंने कहा कि आवास एवं नगर विकास की सभी योजनाओं में प्रदेश टॉप पर रहे, इसके लिए अभी से प्लानिंग की जाये। उन्होंने कहा कि जो भी नया शहरी निकाय बने, उसकी प्लानिंग स्मार्ट सिटी के मानक के अनुसार की जाये। उन्होंने कहा कि ग्लोबल अर्बन टेक्नोलॉजी का उपयोग कर सभी शहरों को स्मार्ट सिटी बनाने की दिशा में कार्य किया जाये।
उन्होंने कहा कि आवास सेक्टर की योजनाओं से प्रदेश को संतृप्त करना है, उक्त के दृष्टिगत ही अर्बन प्लानिंग की जाये, और इसके लिए न्यू एज अर्बन प्लानिंग टेक्नोलॉजी का उपयोग किया जाये। उन्होंने कहा कि सभी शहरी निकायों में ऑनलाइन मानचित्र स्वीकृत करने की व्यवस्था लागू करने के लिए तत्परता से कार्यवाही की जाये तथा इसे आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में ही शुरू करने की तैयारी की जाये।अमृत योजना की समीक्षा में उन्होंने कहा कि लम्बित सभी परियोजनाओं को शत-प्रतिशत पूरा करना है तथा इसके लिए निर्धारित तिथि माह मार्च, 2023 तक प्रत्येक दशा में इस तरह से पूरा करना है कि उनका वास्तविक लाभ जनता को मिलने लगे। उन्होंने कैन्टोनमेन्ट क्षेत्र के भी प्रस्तावों को सम्मिलित कर अग्रेत्तर कार्यवाही करने के निर्देश दिये। स्वच्छ भारत मिशन-2 के सम्बन्ध में मुख्य सचिव ने कहा कि इसमें प्रारंभ से ही हमें लीड लेनी है तथा अगले पंाच साल में प्रदेश को नम्बर एक पर ले जाना है। उन्होंने स्वच्छ सर्वेक्षण में प्रदेश को टॉप तीन में लाने के लिए अभी से तैयारी शुरू करने के निर्देश दिये।


पर्यटन एवं संस्कृति तथा वन एवं पर्यावरण विभाग के कार्यों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि पर्यटन विकास के लिए जो आधारभूत सुविधाएं विकसित की गई हैं तथा इन्फ्रास्ट्रक्चर के लिए जो कार्य किये गये हैं, उनका रख-रखाव किस प्रकार से किया जायेगा, इस पर भी ठोस कार्यवाही की जाये। उन्होंने प्रचार एवं सोशल मीडिया के सभी प्लेटफॉर्म का प्रयोग कर पर्यटन स्थलों तथा उपलब्ध सुविधाओं का ग्लोबली व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश दिये। उन्होंने पर्यटन के क्षेत्र में कार्यरत संस्थाओं, टूर ऑपरेटर्स, होटल एसोसिएशन आदि के साथ गहन मंथन कर पर्यटन के विकास में आने वाली समस्याओं व उनके निराकरण तथा पर्यटकों की अपेक्षाओं आदि पर फीडबैक प्राप्त कर तद्नुसार सकारात्मक कार्यवाही करने को कहा। इको टूरिज्म को प्रमोट करने के लिए मुख्य सचिव ने वन विभाग को पर्यटन विभाग से समन्वय कर कार्य करने को कहा।
इससे पूर्व बैठक के प्रारंभ में मुख्य सचिव ने सेक्टरवार बैठकों के आयोजन के सम्बन्ध में बताया कि इन बैठकों का उद्देश्य विभागीय कार्यों के निष्पादन में प्रक्रियाओं को आसान बनाकर गति लाना है तथा गुणवत्ता में गुणात्मक सुधार लाना और आम जन-मानस को बेहतर सुविधाएं प्रदान कर उनके जीवन को सुगम व आसान बनाना है। उक्त कार्यों को टेक्नोलॉजी के उपयोग तथा गवर्नेन्स में सुधार कर आसानी से कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अन्य प्रदेशों में नवाचार के सफल मॉडल्स का भी अध्ययन कर उसे अपने प्रदेश में किस प्रकार से लागू कर सकते हैं, तथा इसके लिए गवर्नेन्स में क्या सुधार करने होंगे, इसके लिए स्टेकहोल्डर्स के साथ भी बैठकें कर ठोस प्रस्ताव उनके समक्ष लायें। उन्होंने कहा कि अगले माह से विभागवार अलग से समीक्षा बैठकें की जायेंगी तथा अपेक्षित एवं निर्दिष्ट विकास के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विभागों द्वारा तैयार किये गये प्रस्तावों व सुझावों पर चर्चा तथा उन पर सकारात्मक कार्यवाही की जायेगी।बैठक में सभी सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारीगण, अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।