सुप्रीम कोर्ट ने योगी सरकार के फैसले पर लगाई रोक

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सुप्रीम कोर्ट ने अभी हाल ही में चीफ जस्टिस के पद पर नियुक्त यूoयू oललित के सुपुत्र को उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अपना अधिवक्ता नियुक्त किया था। उनकी नियुक्ति को निरस्त करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने स्थगित कर दिया है, इससे कहीं ना कहीं योगी सरकार को बड़ा झटका लगा है। भारत की सुप्रीम कोर्ट की व्यवस्था है कि वह किसी भी तरह को न्याय करने मेनई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने अभी हाल ही में चीफ जस्टिस के पद पर नियुक्त यूoयू oललित के सुपुत्र को उत्तर प्रदेश सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में अपना अधिवक्ता नियुक्त किया था। उनकी नियुक्ति को निरस्त करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने स्थगित कर दिया है, इससे कहीं ना कहीं योगी सरकार को बड़ा झटका लगा है। भारत की सुप्रीम कोर्ट की व्यवस्था है कि वह किसी भी तरह को न्याय करने मे

सुप्रीम कोर्ट ने अपने ही चीफ जस्टिस यूoयूo ललित के सुपुत्र अधिवक्ता श्रीयश, यथार्थ कांत और नामित सक्सेना की नियुक्ति निरस्त कर दी है। इन तीनों की नियुक्ति उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के अधिवक्ता के रूप में हुई थी, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है। यह जानकारी उत्तर प्रदेश सरकार के विशेष सचिव की ओर से जारी पत्र में दी गई है। पत्र में लिखा है, कि ”राज्यपाल ने अगले आदेश तक इनकी नियुक्ति को स्थगित कर दिया है।”दरअसल, 24 सिंतबर को योगी सरकार ने भारत के चीफ जस्टिस यूoयूo ललित के बेटे श्रीयश यूo ललित को सुप्रीम कोर्ट में राज्य सरकार का पक्ष रखने के लिए वरिष्ठ अधिवक्ताओं के पैनल में नियुक्त किया था। इस बाबत यूपी प्रशासन की तरफ था।


श्रीयश की नियुक्ति पर उठ रहा था सवाल


श्रीयश की नियुक्ति के बाद से सोशल मीडिया पर तरह तरह की बातें होना प्रारंभ हो गई थी I श्रीयश यूo ललित जस्टिस यूoयूo ललित के बेटे हैं। एनoवीo रमण की रिटायरमेंट के बाद जस्टिस यूoयूo ललित ने सुप्रीम कोर्ट के 49वें चीफ जस्टिस का पद संभाला है। चीफ जस्टिस के अधिवक्ता सुपुत्र को उत्तर प्रदेश सरकार के पैनल में शामिल करने पर सोशल मीडिया पर यूजर्स ने खूब सवाल उठाया था। हालांकि अब यूपी सरकार ने अपने इस फैसले पर रोक लगा दिया। सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने अपना फैसला वापस ले लिया है।


श्रीयश यू ललित चार पीढ़ियां वकालत से जुड़ी हुई है


चाय पीने से वकालत कर रहा सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस का परिवार शायद समझ नहीं पा रहा था। महाराष्ट्र के सोलापुर में जन्मे जस्टिस यूoयूo ललित की चार पीढ़ियां वकालत से जुड़ी हुई है। जस्टिस यूoयूo ललित के दादा रंगनाथ ललित सोलापुर में आजादी से पहले वकालत किया करते थे। जस्टिस यूoयूo ललित के पिता उमेश रंगनाथ ललित भी वकील रह चुके हैं, जो बाद में हाई कोर्ट के जज भी बने। जस्टिस यूoयूo ललित को बार से सीधा सुप्रीम कोर्ट जस्टिस के तौर पर नियुक्त किया गया है। वहीं, उनके बेटे श्रीयश यू ललित भी वकील हैं, जिन्हें यूपी सरकार ने राज्य सरकार का पक्ष रखने के लिए वरिष्ठ अधिवक्ताओं के पैनल में नियुक्त किया था। इसीलिए भारत देश की न्याय व्यवस्था को सदैव सम्मान की दृष्टि से देखा जाता रहा है हमारे यहां की अवस्था किसी पक्षपात को ना करते हुए न्याय इसमें किया जाता है