महिलाएं बनेंगी मनरेगा कार्यों की मेट

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अब्दुल जब्बार एडवोकेट

मनरेगा से होने वाले कार्यों की निगरानी करेगी अब महिला मेट।

अयोध्या / भेलसर। मनरेगा से होने वाले कार्यों की निगरानी अब महिला मेट करेगी।राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को चयन में वरीयता दी गयी है।केंद्र सरकार रोजगार की तलाश में गांवों से गरीबों का पलायन रोकने के लिये मनरेगा का संचालन कर रही है।योजना के तहत प्रत्येक पंजीकृत श्रमिक को एक वर्ष में 100 दिन के रोजगार की गारंटी दी गयी है।

वैसे तो मनरेगा की निगरानी के लिये ग्राम रोजगार सेवक सचिव के साथ ही ग्राम प्रधान को भी जिम्मेदारी दी गयी है।शासन ने महिलाओं को रोजगार से जोड़ते हुए निगरानी के लिये गांव में महिला मेट की तैनाती का फैसला लिया है।इन्हें अर्ध कुशल श्रमिक की श्रेणी में रखकर पारिश्रमिक का भुगतान मनरेगा से किया जायेगा।बीस श्रमिकों पर एक महिला मेट की तैनाती की जायेगी। ब्लाक मवई की खण्ड विकास अधिकारी मोनिका पाठक ने बताया कि पारदर्शी ढंग से मनरेगा के कार्यों को संचालित करने के लिये शासन के निर्देश पर ग्राम पंचायतों में महिला मेट की प्रक्रिया शुरू हो गयी है।