आई0आई0टी0,कानपुर का कार्य ग्लोबल स्टैण्डर्ड्स का हिस्सा

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5जी टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में आई0आई0टी0, कानपुर का कार्य ग्लोबल स्टैण्डर्ड्स का हिस्सा । प्रधानमंत्री ने 21वीं सदी के भारत के लिए इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजीको इंस्टीट्यूट ऑफ इण्डीजेनस टेक्नोलॉजी की संज्ञा दी । राज्य सरकार ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र मेंदेश का पहला ‘सेण्टर ऑफ एक्सिलेंस’ आई0आई0टी0 कानपुरके नोएडा परिसर में स्थापित करने का निर्णय लिया । प्रदेश सरकार ने आई0आई0टी0 कानपुर को ‘स्कूल ऑफ मेडिकल रिसर्चएण्ड टेक्नोलॉजी’ नामक एक नये सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सा संस्थान कीस्थापना हेतु अपनी सैद्धान्तिक सहमति दी जो चिकित्सा प्रौद्योगिकी केईको सिस्टम को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा । प्रदेश सरकार ने उ0प्र0 स्टार्टअप नीति-2020 लागू की । प्रदेश सरकार ने वर्तमान आवश्यकताओं के अनुरूप तकनीकी संस्थानों मेंनये ट्रेड के संचालन के लिए टॉस्क फोर्स का गठन किया । उ0प्र0 डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर में तकनीकी पार्टनर के रूप में आई0आई0टी0 कानपुर अपना सहयोग प्रदान कर रहा । वर्तमान आवश्यकताओं के अनुरूप राज्य सरकार को आई0आई0टी0 कानपुर से ड्रोन टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इण्टेलिजेंस, रोबोटिक्स, थ्रीडी प्रिंटिंग्स, साइबर सिक्योरिटी, इण्टरनेट ऑफ थिंग्स जैसे सेक्टरों में सहयोग की अपेक्षा । आई0आई0टी0 कानपुर तथा ए0के0टी0यू0 द्वारा केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक्सऔर सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वित्त पोषण से ए0के0टी0यू0 मेंसूचना और संचार प्रौद्योगिकी मंच स्थापित किया गया।


विगत 07 वर्षाें में स्टार्टअप इण्डिया, स्टैण्डअप इण्डिया, अटल इनोवेशन मिशन, पी0एम0 रिसर्च फेलोशिप जैसे अन्य कार्यक्रमों ने देश के युवाओं के लिए नये रास्ते बनाये हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 द्वारा नयी पीढ़ी को बेहतर भविष्य देने की शुरुआत हो रही है। देश में ‘ईज ऑफ डुइंग बिजनेस’ में सुधार हुआ है। पॉलिसी ब्लॉकेज दूर किये गये हैं। उन्होंने कहा कि आजादी के 75वें साल में देश में 75 से अधिक यूनिकॉर्न्स और 50 हजार से अधिक स्टार्टअप्स हैं। विगत 06 महीनों में लगभग 10 हजार स्टार्टअप्स विकसित हुए हैं। इनमें से अनेक स्टार्टअप्स आई0आई0टी0 के युवाओं ने शुरू किये हैं। आज भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बनकर उभरा है। भारत दुनिया के कई विकसित देशों को पीछे छोड़कर तीसरा सबसे बड़ा यूनिकॉर्न देश बन गया है। युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि वह कम्फर्ट और चैलेंज में से चैलेंज को चुनें। अपने आपको समस्याओं को ढूंढने तथा समस्याओं का हल करने वाला इन्सान बनाएं। चुनौतियों का डटकर सामना करें। उन्होंने कहा कि युवा वर्ग टेक्नोलॉजी की दुनिया में रहते हुए भी अपनी मानवीय संवेदनाओं, कल्पनाओं, रचनात्मकता और उत्सुकता में निरन्तर वृद्धि करे। इण्टरनेट ऑफ थिंग्स पर जरूर काम करें, लेकिन इमोशन ऑफ थिंग्स को भी बनाये रखें। आर्टिफिशियल इण्टेलिजेंस के साथ ह्यूमन इण्टेलिजेंस को भी याद रखें।


प्रधानमंत्री ने ब्लॉक चेन बेस्ड डिजिटल डिग्री ट्रांसमिशन का शुभारम्भ किया और प्रो0 रोहिणी मधुसूदन गोडबोले, श्री क्रिस सेनापति गोपाल कृष्णन, पं0 अजॉय चक्रवर्ती को अपने-अपने क्षेत्रांे में अनुकरणीय योगदान के लिए डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की। साथ ही, आई0आई0टी0 कानपुर के छात्र श्री अभ्युदय पांडे को सर्वश्रेष्ठ अकादमिक प्रदर्शन के लिए राष्ट्रपति का स्वर्ण पदक एवं श्री यश माहेश्वरी को सर्वश्रेष्ठ आलराउंडर के लिए रतन स्वरूप स्मृति पुरस्कार प्रदान किया। इस अवसर पर सभी छात्रों को नेशनल ब्लॉकचेन प्रोजेक्ट के तहत आई0आई0टी0 कानपुर में विकसित इन-हाउस ब्लॉकचेन-संचालित तकनीक के माध्यम से डिजिटल डिग्री जारी की गयीं।


आई0आई0टी0 कानपुर ने प्रदेश सरकार के साथ पारस्परिक सहयोग के अनेक उदाहरण प्रस्तुत किये हैं। प्रदेश में स्थापित हो रहे उत्तर प्रदेश डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर में तकनीकी पार्टनर के रूप में आई0आई0टी0 कानपुर अपना सहयोग प्रदान कर रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में देश का पहला ‘सेण्टर ऑफ एक्सिलेंस’ आई0आई0टी0 कानपुर के नोएडा परिसर में स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। यह केन्द्र स्टार्टअप्स को बढ़ावा देते हुए 05 वर्षाें में 250 स्टार्टअप्स को अपना सहयोग प्रदान करेगा। यह व्यवस्था रक्षा प्रौद्योगिकी तथा कृषि प्रौद्योगिकी में भी उत्कृष्टता के लिए स्थापित उन केन्द्रों के अतिरिक्त है, जिन्हें पूर्व में आई0आई0टी0 कानपुर एवं राज्य सरकार की साझेदारी से स्थापित किया गया है। राज्य सरकार ने कोरोना जैसी महामारी की चुनौतियों से सफलतापूर्वक सामना करने के लिए आई0आई0टी0 कानपुर को ‘स्कूल ऑफ मेडिकल रिसर्च एण्ड टेक्नोलॉजी’ नामक एक नये सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सा संस्थान की स्थापना हेतु अपनी सैद्धान्तिक सहमति दी है। इसमें आई0आई0टी0 कानपुर के साथ राज्य सरकार की अन्य संस्थाएं के0जी0एम0यू0, ए0के0टी0यू0 आदि संस्थाएं मिलकर इन कार्यक्रमों को आगे बढ़ाएंगी। ‘स्कूल ऑफ मेडिकल रिसर्च एण्ड टेक्नोलॉजी’ संस्थान प्रदेश की स्वास्थ्य चुनौतियों से निपटने में उपयोगी सिद्ध होने के साथ ही चिकित्सा प्रौद्योगिकी के ईको सिस्टम को बढ़ावा देने में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेगा।


आई0आई0टी0 कानपुर तथा डॉ0 ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, उत्तर प्रदेश (ए0के0टी0यू0) द्वारा संयुक्त रूप से केन्द्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वित्त पोषण से ए0के0टी0यू0 में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी मंच स्थापित किया गया। इस मंच के माध्यम से ए0के0टी0यू0 की फैकल्टी एवं विद्यार्थियों को ऑनलाइन प्रशिक्षण एवं शिक्षा प्रदान की जा रही है। बदली हुई परिस्थितियों में व्यावसायिक शिक्षण संस्थानों के पाठ्यक्रमों को अपडेट करने की आवश्यकता है। कई ऐसे ट्रेड हैं, जिनकी वर्तमान में उपयोगिता नहीं रह गयी है, उनके स्थान पर आज की नयी आवश्यकताओं के अनुरूप ड्रोन टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इण्टेलिजेंस, रोबोटिक्स, थ्रीडी प्रिंटिंग्स, साइबर सिक्योरिटी, इण्टरनेट ऑफ थिंग्स जैसे सेक्टरों में भी राज्य सरकार को आई0आई0टी0 कानपुर के सहयोग की अपेक्षा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने वर्तमान आवश्यकताओं के अनुरूप तकनीकी संस्थानों में नये ट्रेड के संचालन के लिए टॉस्क फोर्स का गठन किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में प्रदेश सरकार ने कोरोना प्रबन्धन एवं नियंत्रण का एक मॉडल स्थापित करने में काफी हद तक सफलता प्राप्त की है। प्रदेश सरकार के इस मॉडल का अध्ययन आई0आई0टी0 कानपुर ने ‘कोविड संग्राम, यू0पी0 मॉडल, नीति, युक्ति, परिणाम’ के विशिष्ट शोध के माध्यम से किया है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में प्रधानमंत्री जी की मंशा के अनुरूप प्रदेश में तकनीकी शिक्षण संस्थानों की फैकल्टी को प्रशिक्षण देने, विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास और उन्हें रोजगारोन्मुखी बनाने का मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए प्रदेश सरकार आई0आई0टी0 कानपुर के सहयोग की अपेक्षा करती है।इस अवसर पर आई0आई0टी0 कानपुर के बोर्ड ऑफ गवर्नर के अध्यक्ष डॉ0 के0 राधाकृष्णन, आई0आई0टी0 कानपुर के डायरेक्टर प्रो0 अभय करंदिकर सहित अन्य सदस्यगण, अतिथिगण एवं विद्यार्थीगण उपस्थित थे।