भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बनकर उभरा

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प्रधानमंत्री ने आई0आई0टी0, कानपुर के 54वें दीक्षांत समारोह को सम्बोधित किया ।प्रधानमंत्री ने ब्लॉक चेन बेस्ड डिजिटल डिग्री ट्रांसमिशन का शुभारम्भ किया ।भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप हब बनकर उभरा, देश में75 से अधिक यूनिकॉर्न्स और 50 हजार से अधिक स्टार्टअप्स ।विगत 07 वर्षाें में स्टार्टअप इण्डिया, स्टैण्डअप इण्डिया,अटल इनोवेशन मिशन, पी0एम0 रिसर्च फेलोशिप जैसे अन्यकार्यक्रमों ने देश के युवाओं के लिए नये रास्ते बनाए ।युवाओं के लिए यह स्वर्णिम युग, आत्मनिर्भर भारत काआधार बनें, वह कम्फर्ट और चैलेंज में से चैलेंज को चुनें ।युवा वर्ग टेक्नोलॉजी की दुनिया में रहते हुए भी अपनी मानवीय संवेदनाओं, कल्पनाओं, रचनात्मकता और उत्सुकता में निरन्तर वृद्धि करे, आर्टिफिशियल इण्टेलिजेंस के साथ ह्यूमन इण्टेलिजेंस को याद रखे ।आई0आई0टी0, कानपुर ने कृषि क्षेत्र में स्टेट ऑफ द आर्ट टेक्नोलॉजी विकसित की, जिससे दुनिया की पहली पोर्टेबल स्वॉयल टेस्टिंग किट बनायी गयीआई0आई0टी0, कानपुर की कम्पनी एक्वाफ्रण्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर ने बनारस के खिड़किया घाट पर दुनिया का पहला फ्लोटिंग सी0एन0जी0 फिलिंग स्टेशन विकसित किया ।

आई0आई0टी0, कानपुर के 54वें दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि कानपुरवासियों के लिए आज दोहरी खुशी का दिन है। एक तरफ कानपुर को मेट्रो की सुविधा मिल रही है, तो वहीं दूसरी ओर आई0आई0टी0, कानपुर से टेक्नोलॉजी की दुनिया को यहां के विद्यार्थियों जैसे अनमोल उपहार मिल रहे हैं। आई0आई0टी0, कानपुर की अपनी विशिष्ट पहचान है। आई0आई0टी0, कानपुर की कम्पनी एक्वाफ्रण्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर ने बनारस के खिड़किया घाट पर दुनिया का पहला फ्लोटिंग सी0एन0जी0 फिलिंग स्टेशन विकसित किया है। 5जी टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में आई0आई0टी0, कानपुर का काम ग्लोबल स्टैण्डर्ड्स का हिस्सा बन चुका है। संस्थान ने कृषि क्षेत्र में स्टेट ऑफ द आर्ट टेक्नोलॉजी विकसित की है। इस टेक्नोलॉजी से दुनिया की पहली पोर्टेबल स्वॉयल टेस्टिंग किट बनायी गयी है। इस वर्ष देश अपनी आजादी के 75वें वर्ष में प्रवेश कर गया है, जिसके उपलक्ष्य में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। देश की पूर्ण आजादी का मूल स्वरूप आत्मनिर्भरता है। हमारे युवा आत्मनिर्भर भारत का आधार बनें। युवाओं के लिए यह स्वर्णिम युग है। 21वीं सदी टेक्नोलॉजी की सदी है। हमारे जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में टेक्नोलॉजी का समावेश हो चुका है। हेल्थ डिवाइस अब घर की आवश्यक वस्तु बन गयी हैं। टेक्नोलॉजी के जरिये ही आपदा प्रबन्धन की चुनौतियों का सामना किया जा रहा है। आज देश में आर्टिफिशियल इण्टेलिजेंस, ऊर्जा और क्लाइमेट सॉल्यूशन, हाइटेक इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में असीम सम्भावनाएं हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के औद्योगिक नगर कानपुर में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का स्वागत करते हुए कहा कि गुणवत्तापरक तकनीकी शिक्षा में हमारे देश के तकनीकी संस्थानों का बहुत महत्वपूर्ण स्थान है। प्रधानमंत्री जी ने 21वीं सदी के भारत के लिए इण्डियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी को इंस्टीट्यूट ऑफ इण्डीजेनस टेक्नोलॉजी की संज्ञा दी है। उन्होंने कहा कि हमें वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए अपने आपको तैयार रहना होगा।मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप प्रदेश सरकार ने उत्तर प्रदेश स्टार्टअप नीति-2020 लागू की है। इस स्टार्टअप नीति में सूचना प्रौद्योगिकी के साथ-साथ गैर-सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्रों को भी सम्मिलित किया गया है। उन्होंने कहा कि हमारे युवा अपने ज्ञान और अपनी दक्षता से प्रधानमंत्री जी के नये भारत के विजन को साकार करेंगे। सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना से निपटने के लिए प्रधानमंत्री जी ने आत्मनिर्भरता का मंत्र दिया है। ‘आत्मनिर्भर भारत’ की परिकल्पना को साकार करने के लिए देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागू की है। नयी शिक्षा नीति नये भारत की नयी तस्वीर को प्रस्तुत कर रही है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश इस दृष्टि से एक नयी पहल के साथ तेजी से आगे बढ़ रहा है। प्रदेश में आई0आई0टी0 कानपुर, आई0आई0टी0 बी0एच0यू0, आई0आई0एम0 लखनऊ जैसी प्रतिष्ठित संस्थाएं वर्तमान में मौजूद हैं। इनके माध्यम से प्रदेश के युवाओं को मार्गदर्शन प्राप्त करने में सदैव सहायता मिलती है।