योगी सरकार ने शिवपाल यादव की सुरक्षा घटाई..!

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उत्तर प्रदेश सरकार ने शिवपाल यादव की सुरक्षा घटाई. शिवपाल यादव की Z श्रेणी सुरक्षा कम की गई. Z के स्थान पर अब Y श्रेणी सुरक्षा में रहेंगे शिवपाल.मैनपुरी चुनाव में सपा समर्थन करने का इफेक्ट शुरू हुआ.राज्य स्तरीय सुरक्षा समिति की बैठक में सुरक्षा कटौती को मंजूरी.

मैनपुरी उपचुनाव के बीच प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री शिवपाल की सुरक्षा घटा दी गई है. यूपी पुलिस के अनुसार, अब शिवपाल यादव की सुरक्षा जेड श्रेणी से घटाकर वाई श्रेणी में कर दी गई है. शासन की तरह से जारी आदेश के अनुसार, शिवपाल यादव की सुरक्षा का आकलन करने के बाद उनकी सिक्योरिटी घटाने का फैसला किया गया है.  आदेश के अनुसार, शिवपाल यादव को वाई श्रेणी के मानकों के अनुसार सुरक्षा दी जाएगी. इसे मैनपुरी लोकसभा उपचुनाव में समाजवादी उम्मीदवार डिंपल यादव को उनके समर्थन के सीधे परिणाम के रूप में देखा जा रहा है.

प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के मुखिया शिवपाल यादव की सुरक्षा घटा दी गई है. उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने कहा कि 25 नवंबर को हुई सुरक्षा समिति की बैठक के बाद फैसला लिया गया कि विधायक शिवपाल यादव की सुरक्षा जेड श्रेणी से घटाकर Y श्रेणी की कर दी जाए. हालांकि राजनीतिक जानकारों का मानना है कि चाचा शिवपाल यादव ने जैसे ही मैनपुरी में बहू डिंपल यादव को समर्थन दिया वैसे ही ये सुरक्षा घटाई गई.

लखनऊ के पुलिस आयुक्त और अन्य संबंधित अधिकारियों को लिखे पत्र में पुलिस अधीक्षक (सुरक्षा) इटावा, वैभव कृष्ण ने कहा कि शिवपाल यादव को खतरे की आशंका के संबंध में हालिया समीक्षा बैठक में सुरक्षा कम करने का निर्णय लिया गया. वर्ष 2018 में शिवपाल सिंह यादव को ‘जेड श्रेणी’ की सुरक्षा प्रदान की गयी थी. पुलिस के अनुसार ‘वाई श्रेणी’ की सुरक्षा में कुल 11 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं जिनमें दो पीएसओ (निजी सुरक्षा गार्ड) भी होते हैं, जबकि ‘जेड श्रेणी’ की सुरक्षा में राष्ट्रीय सुरक्षा गारद (एनएसजी) के चार से पांच कमांडो सहित कुल 22 सुरक्षाकर्मी तैनात किये जाते हैं.

सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद उनके प्रतिनिधित्व वाली मैनपुरी सीट (Mainpuri Seat) पर उपचुनाव के लिए पांच दिसंबर को मतदान होना है. सपा ने इस सीट पर अखिलेश की पत्नी और मुलायम की पुत्रवधू डिंपल यादव को उम्मीदवार बनाया है. वहीं बीजेपी ने इसी सीट से रघुराज शाक्य को चुनावी मैदान में उतारा है. एक वक्त पर रघुराज शिवयादव के भी बेहद करीबी थे. ऐसे में मैनपुरी चुनाव की लड़ाई पर सभी की नजरें टिकी है.