आईपीएस डॉ0 अजयपाल शर्मा के खिलाफ एक और एसआईटी जांच

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आईपीएस डॉ0 अजयपाल शर्मा के खिलाफ एक और एसआईटी जांच करवाई जा रही है।गुरुग्राम के लॉ फर्म संचालक संजय कपूर की शिकायत पर एसआईटी इस मामले की जांच कर रही है।संजय ने अजयपाल के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में केस करने के साथ ही पीएमओ में भी शिकायत की थी।इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर आईजी रेंज मेरठ इस मामले की पहले से ही जांच कर रहे हैं।

शिकायतकर्ता संजय कपूर का आरोप है कि एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के खिलाफ यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी ने एफआईआर करवाई थी।वह इस मामले में कंस्ट्रक्शन कंपनी के खिलाफ पैरवी कर रहे थे।कंपनी के संचालक अमित मावी समेत अन्य आरोपियों के खिलाफ एनबीडब्ल्यू जारी हुआ था।आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई के संबंध में वह तत्कालीन एसएसपी अजयपाल से मिले थे।इसके बाद भी मामले में कार्रवाई नहीं की तो उन्होंने इसकी शिकायत आईजी रेंज मेरठ, एडीजी जोन मेरठ व डीजीपी तक से की।

शिकायत के बाद वह अजय पाल शर्मा के निशाने पर आ गए।संजय का आरोप है कि अक्टूबर 2018 में अजय पाल शर्मा ने उनके खिलाफ पंद्रह दिन के अंदर पांच मुकदमे दर्ज करवाए।इसमें चार अवैध वसूली के और एक रेप का मुकदमा था।जांच में सभी मामले झूठे पाए गए और उनमें फाइनल रिपोर्ट लग गई।संजय कपूर के मुताबिक छह नवंबर 2018 को वह अजय पाल के खिलाफ शिकायत करने डीजीपी ओपी सिंह से मिलने लखनऊ जा रहे थे।

औरैया के पास अजय पाल की भेजी टीम ने उनकी गाड़ी को ओवरटेक कर रोका रोका और कासना थाने से गिरफ्तारी दिखा दी।आरोप है कि उन्हें थाने में थर्ड डिग्री दी गई।बिना मेडिकल उन्हें जेल भेजा गया। जेल में उन्होंने अपना मेडिकल कराया।लेकिन बाद में उसकी रिपोर्ट बदल दी गई।संजय कपूर का आरोप है कि जेल में अजयपाल के कहने पर अपराधी अमित कसाना ने उन्हें धमकाया।

इस पूरे प्रकरण की जांच आईजी रेंज मेरठ कर रहे हैं।बताया जा रहा है कि संजय कपूर पहले बयाबीवर कंपनी से जुड़े थे।संचालकों से विवाद होने के बाद संजय कपूर के खिलाफ कंपनी की तरफ से कई मुकदमे दर्ज करवाए गए।