मुख्यमंत्री ने काॅमन सर्विस सेन्टर में वृद्धि करने के दिए निर्देश

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मुख्यमंत्री ने सर्दी के मौसम में कोहरे आदि के दृष्टिगत अधिकारियों को सड़क सुरक्षा के नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए।जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक अपने जनपद के दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों में सुरक्षित आवागमन के लिए सभी जरुरी प्रबन्ध सुनिश्चित करें।प्रदेश में काॅमन सर्विस सेन्टर की संख्या में वृद्धि करने के निर्देश।गन्ना किसानों को बुआई के लिए उच्च गुणवत्ता वाली फसलें उपलब्ध कराएं।उ0प्र0 राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण केभवन निर्माण के लिए तेजी से कार्यवाही की जाए।


लखनऊ –
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने सर्दी के मौसम में कोहरे आदि के दृष्टिगत अधिकारियों को सड़क सुरक्षा के नियमों का कड़ाई से पालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षकों को अपने जनपद के दुर्घटना बाहुल्य क्षेत्रों में सुरक्षित आवागमन के लिए सभी जरुरी प्रबन्ध सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए हैं। मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।

उन्होंने प्रदेश में काॅमन सर्विस सेन्टर की संख्या में वृद्धि करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इससे नागरिकों को शासकीय सेवाएं उनके निवास स्थान के समीप बेहतर ढंग से सुलभ हो सकेंगी तथा उनके समय व धन की बचत भी होगी। नए काॅमन सर्विस सेन्टर का संचालन प्रारम्भ हो जाने पर शहरी, अर्धशहरी क्षेत्रों से लेकर प्रदेश की सुदूर ग्राम पंचायतों तक बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।

गन्ना हमारे प्रदेश की एक महत्वपूर्ण नकदी फसल है। वर्तमान में 45 लाख से अधिक गन्ना किसानों द्वारा गन्ना की खेती की जा रही है। राज्य सरकार के निरन्तर प्रयासों से गन्ना उत्पादन में वृद्धि हुई है। उन्होंने गन्ना किसानों को बुआई के लिए उच्च गुणवत्ता वाली फसलें उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।

उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण के भवन निर्माण के लिए तेजी से कार्यवाही किए जाने के निर्देश दिए। इससे प्राधिकरण को अपने कार्य बेहतर ढंग से संचालित करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि विभिन्न आपदाओं से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों को प्राधिकरण द्वारा चिन्हित किया जाए। चिन्हित क्षेत्रों के निवासियों को आपदा के समय बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में जागरूक किया जाए। साथ ही, लोगों को आपदा से बचाव के उपायों के सम्बन्ध में प्रशिक्षित भी किया जाए।