विद्यार्थियों की कंफ्यूजन की दूर, कैंसल नहीं होगा NEET- निशंक

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नई दिल्ली, केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक बोर्ड परीक्षाओं और एंट्रेंस परीक्षाओं के मुद्दे पर छात्रों को संबोधित किया। लाइव सेशन में शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तारीख और सिलेबस पर फैसला बाद में लिया जाएगा। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि सीबीएसई 10वीं 12वीं परीक्षाओं की डेट को लेकर छात्रों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है। सीबीएसई की परीक्षाएं शुरू होने से काफी पहले एग्जाम डेट जारी कर दी जाएंगी। विद्यार्थियों को तैयारी करने का काफी समय मिलेगा। 

निशंक ने अपने लाइव में बताया कि छात्रों पर भार कम करने के लिए सीबीएसई ने 30 फीसदी तक सिलेबस को कम कर दिया है। उन्होंने ये भी बताया कि सीबीएसई ने इवैलुएशन (मूल्यांकन) सिस्टम से ‘फेल’ शब्द को हटा दिया है। निशंक ने ये सभी बातें तब कहीं जब वह वेबिनार के जरिए आगामी बोर्ड परीक्षाओं और जेईई मेन व नीट जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के मुद्दे पर छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों के प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने जेईई मेन 2021 और नीट 2021 परीक्षाओं को लेकर कहा कि इन दोनों प्रतियोगी परीक्षाओं का सिलेबस कम करने पर गहन विचार विर्मश चल रहा है।

 कोरोनावायरस के काले साय ने दुनियाभर के लोगों की जिंदगियों को बुरी तरह प्रभावित किया है. स्कूली बच्चों से लेकर नौकरी पेशा लोगों तक कोरोना ने हर किसी को अपनी चपेट में लिया. कोरोनावायरस की दस्तक के साथ ही दुनियाभर में एक ओर जहां वर्क कल्चर पूरी तरह बदल गया, तो वहीं कोरोनाकाल में छात्रों को शिक्षा देने के लिए ऑनलाइन एजुकेशन का नया ट्रेंड शुरू हुआ. स्कूल से लेकर कॉलेज तक के छात्रों के लिए ऑनलाइन क्लासेस शुरू की गईं. यहां तक की परीक्षाएं भी ऑनलाइन आयोजित की जाने लगीं. आइए आपको बताते हैं कोरोनावायरस ने शिक्षा, परीक्षा और नौकरियों पर कैसा असर डाला है. 

इस दौरान उन्होंने ये भी कहा कि NEET 2021  कैंसल नहीं होगा।CBSE Examsगौरतलब है कि कोरोना संकट में सीबीएसई समेत अन्य बोर्ड परीक्षाएं कब होंगी, कैसे होंगी, जेईई मेन और नीट जैसी प्रतियोगी प्रवेश परीक्षाओं का शेड्यूल क्या होगा, इन सब सवालों को लेकर विद्यार्थियों के बीच काफी कंफ्यूजन की स्थिति है। अभी तक सीबीएसई परीक्षा 2021 की डेटशीट भी नहीं जारी की गई है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने विद्यार्थियों के प्रश्नों का जवाब देकर उनकी उलझनों को दूर करने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि सीबीएसई बोर्ड ने मार्कशीट से फेल शब्द भी हटा लिया है। ऑनलाइन मोड से स्कूली छात्रों की पढ़ाई को बेहतर से बेहतर ढंग से करवाने की कोशिश की जा रही है। भारत की नई शिक्षा नीति की पूरी दुनिया में तारीफ हो रही है। 


पोखरियाल निशंक ने यह भी कहा कि सरकार अगले साल भी प्रथागत दो प्रयासों के स्थान पर जेईई मेन 2021 को “तीन या चार बार” रखने पर चर्चा कर रही है और छात्रों की मांग होने पर NEET 2021 को ऑनलाइन रखने की संभावना पर भी चर्चा करेगी। 

शिक्षा मंत्री बोले- कैंसल नहीं होगा NEET 2021, JEE Main के बारे में भी दी अहम जानकारी केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ0 शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तारीख और सिलेबस पर फैसला बाद में लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि छात्रों पर भार कम करने के लिए CBSE ने 30 फीसदी तक सिलेबस को कम कर दिया है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक द्वारा कही गई मुख्य बातें:- – नीट परीक्षा ऑनलाइन या ऑफलाइन कैसे होगी? इस पर रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि नीट ऑफलाइन होता रहा है और जेईई मेन ऑनलाइन होता रहा है। अगर नीट को ऑनलाइन कराने पर ज्यादा सुझाव आते हैं तो हम इस विचार करेंगे।- एक छात्र ने कहा, नीट परीक्षा रद्द कर जुलाई में होनी चाहिए। मंत्री ने कहा कि नीट परीक्षा रद्द करने अभी कोई प्रश्न नहीं है।

छात्रों के प्रयासों की सराहना करते हुए, पोखरियाल ने कहा, “सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं में 99 प्रतिशत से अधिक छात्रों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया. पिछले साल की तुलना में पास प्रतिशत 5.3% अधिक था”.

नीट 2020 के दौरान हमने देखा कि छात्र चाह रहे थे कि परीक्षा हो। छात्रों का एक एक पल देश के लिए महत्वपूर्ण है। सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा, छात्रों की परीक्षा और सुरक्षा सुनिश्चित हो। लेकिन मैं इतना कह सकता है कि परीक्षा शुरू होने से काफी पहले एग्जाम डेट घोषित होगी ताकि आपको तैयारी का पूरा समय मिल सकें। समय समय पर आपके सुझाव लेते रहेंगे, समन्वय होता रहेगा। हम आपके साथ हैं। – मनीष नाम के एक छात्र ने कहा, सिलेबस और कम करने की जरूरत नहीं है और परीक्षा तिथि आगे बढ़ाएं। इस सुझाव पर निशंक ने कहा कि दबाव कम करने के लिए सिलेबस किया गया है। यह परिस्थिति जन्य है। सामान्य हालात होने पर यह बढ़ेगा ही।

 शिक्षा मंत्री ने बोर्ड, नीट और जेईई परीक्षा से संबंधित छात्रों के सवालों के जवाब देने के लिए आज वेबिनार आयोजित किया. इस दौरान एक छात्र ने पूछा कि इस साल नीट परीक्षा ऑनइन मोड में आयोजित की जाएगी या फिर ऑफलाइन मोड में? इसपर रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, “अभी तक हम लोगों ने नीट परीक्षा ऑफलाइन मोड में ली है, हालांकि, जेईई परीक्षा को ऑनलाइन किया है. लेकिन नीट में ऑनलाइन नहीं किया है, लेकिन आपके सुझाव पर हम विचार करेंगे कि छात्र नीट की परीक्षा ऑनलाइन देना चाहते हैं या ऑफलाइन. फैसला छात्रों के हित में ही होगा.”

अभय नाम के छात्र ने कहा, जेईई मेन और नीट के सिलेबस को क्या सीबीएसई की तरह कम करने की जरूरत है? मंत्री ने कहा, हम इस पर विचार कर रहे हैं। बहुत से राज्य के बोर्डों ने अपना सिलेबस कम नहीं किया है। हम देख रहे हैं कि कितने प्रश्न कम किए जाएं तो सभी बोर्डों का सिलेबस उसमें कवर हो जाए। जिसका सिलेबस कम किया गया है और जिसका सिलेबस कम नहीं किया गया, सभी बच्चें जेईई मेन और नीट का पूरा पेपर अटेम्प्ट कर सकें, ऐसे जेईई मेन  व नीट एग्जाम पैटर्न पर विचार कर रहे हैं।

– मैं सभी स्कूलों के प्रिंसिपलों से अनुरोध करता हूं कि सिलेबस से कौन से चैप्टर हटाए गए हैं, यह जानकारी अपने टीचर्स और बच्चों को दें। इस संबंध में कोई भ्रम की स्थिति नहीं नहीं चाहिए। – परीक्षा तिथि एग्जाम शुरू होने से काफी पहले घोषित कर दी जाएंगी। तैयारी का पूरा मौका मिलेगा।

– बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए अगर स्कूल खुलते हैं तो बच्चों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित होगी? इस प्रश्न पर निशंक ने कहा, ‘मास्क का इस्तेमाल करें। सोशल डिस्टेंसिंग रखें। ठीक से नियमों का पालन करें। नीट परीक्षा सावधानी से एग्जाम कराने का बड़ा उदाहरण है। स्कूल प्रबंधक सुरक्षा नियमों का पालन करें। चौकसी स्कूल जाने और वापस आने में भी रखनी होगी।’

– एक छात्र जिज्ञांश ने प्रश्न किया – हमें लैब में जाने का मौका नहीं मिल पाया। क्या हमारी 12वीं की प्रैक्टिकल परीक्षा रद्द या स्थगित होगी? प्रश्न के उत्तर में मंत्री ने कहा, सीबीएसई बोर्ड में प्रैक्टिकल परीक्षा स्कूली स्तर पर होती हैं। अगर आगे जाकर प्रैक्टिकल परीक्षाएं नहीं हो पाने की स्थिति पैदा होती है तो हम आपके सुझाव पर विचार कर सकते हैं।