सी.एम.एस. ने फ्रेंच भाषा के प्रचार हेतु समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया

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लखनऊ। सिटी मान्टेसरी स्कूल के सी.ई.ओ. रोशन गाँधी ने रोजगार कौशल बढ़ाने, फ्राँस में उच्चशिक्षा के अवसर बढ़ाने, छात्रों के विनिमय व अन्य कई सम्बन्धित उपक्रमों हेतु फ्रेंच भाषा के प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से सी.एम.एस. के सभी कैम्पसों में फ्रांसीसी भाषा पढ़ाने हेतु अभी हाल ही में एलाएन्स फ्रेन्चाइज डी लखनऊ (ए.एफ.एल.) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर श्री मुकेश मेश्राम, कमिश्नर, लखनऊ डिवीजन, श्री एम. एमेनुअल लेबरून डेमिएन्स, भारत में फ्रांसीसी दूतावास के काउन्सलर फाॅर एजूकेशन व कन्ट्री डायरेक्टर, फ्रेंच इन्स्टीट्यूट इन इंडिया तथा जोहरा चटर्जी, प्रेसीडेन्ट, ए.एफ.एल., आदि उपस्थित थे।

            इस अवसर पर श्री रोशन गाँधी ने कहा कि ‘सी.एम.एस. अपने छात्रों को विदेशों में शिक्षा के विकल्प तलाशने के लिए प्रेरित करता है। जहाँ एक ओर, फ्राँस में विश्व के कुछ बेहतरीन विश्वविद्यालय स्थित हैं, वहीं दूसरी ओर, फ्राँस के विश्वविद्यालयों की फीस यूरोप के अन्य देशों की तुलना में काफी कम है क्योंकि फ्राँस के अधिकतर उच्चशिक्षा संस्थानों को सरकारी सहायता मिलती है, जिसके कारण शिक्षा के उच्च स्तर को देखते हुए छात्रों को वहाँ काफी कम फीस देनी पड़ती है। इसके अलावा, एक अतिरिक्त भाषा का ज्ञान एक बड़ा लाभ है जो रोजगार कौशल की संभावना को बढ़ाता है, इसलिए हम अपने विद्यालय में फ्रेंच को विदेशी भाषा के रूप में पढ़ाने को बढ़ावा देना चाहते हैं।’

            सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि दुनिया धीरे-धीरे छोटी होती जा रही है। ऐसे में आवश्यकता है कि युवा वर्ग वैश्विक भाषाओं में वार्तालाप करने में समर्थ हो और उन्हें अन्य देशों के लोगों के साथ मिलने-जुलने व उन्हें समझने में आसानी हो। छात्रों को विश्व नागरिक बनाने के अपने उद्देश्य के अन्तर्गत सी.एम.एस. छात्रों को विदेशों में उच्चशिक्षा के लिए प्रेरित करता है और हर वर्ष सी.एम.एस. के कई छात्र विश्व के प्रख्यात विश्वविद्यालयों में उच्चशिक्षा हेतु प्रवेश पाते हैं। स्कूल में फ्रेंच शिक्षा पढ़ने से उनके मौजूदा कौशल में बढ़ोत्तरी होगी।