स्वस्थ व्यक्ति को भी वैक्सीन की जरुरत है-डॉ0अनिल सामरिया

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कोरोना वैक्सीन को लेकर केन्द्र सरकार की मंशा पर सवाल खड़े करना गलत।राजस्थान के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने 16 जनवरी से शुरू होने वाले टीका करण अभियान की जानकारी दी।निजी अस्पतालों के चिकित्सा कर्मियों को भी नि:शुल्क दी जाएगी वैक्सीन -डॉ.केके सोनी

एस0 पी0 मित्तल

16 जनवरी से देशभर में कोरोना का टीका करण शुरू हो जाएगा, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इस घोषणा के बाद 10 जनवरी को राजस्थान के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने जयपुर में एक प्र्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस कॉन्फ़्रेंस मे रघु शर्मा ने प्रदेश में वैक्सीनेशन के बारे में जानकारी दी और साथ ही कहा कि वैक्सीन को लेकर केन्द्र सरकार की मंशा पर सवाल खड़े करना गलत है।

केन्द्र सरकार मांग के अनुरूप राज्यों को वैक्सीन दे रही हैं तथा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन स्वयं वीडियो कॉन्फें्रस कर राज्यों के मुख्यमंत्रियों एवं स्वास्थ्य मंत्रियों से संपर्क में है। हमने केन्द्र की गाइड लाइन के अनुसार ही प्रदेश भर में दो बार ड्राई रन करवाया है। हम आश्वस्त हैं कि केन्द्र के दिशा निर्देशों के अनुरूप 16 जनवरी से प्रथम चरण में स्वास्थ्य कर्मियों को टीके लगाएं।

पहले चरण में प्रदेश में 4 लाख 50 हजार स्वास्थ्य कर्मियों का चयन किया गया है। राजस्थान सरकार ने तीन स्थानों पर बड़ी मात्रा में भंडारन की व्यवस्था की है। ये तीन स्थान हैं जयपुर, उदयपुर और जोधपुर। ये तीनों स्थान एयर कनेक्टीविटी से जुड़े हैं। चूंकि कोरोना वैक्सीन हवाई मार्ग से ही आएगी, इसलिए तीनों स्थानों का चयन किया गया है। रघु शर्मा ने कहा कि वैक्सीन को लेकर केन्द्र के साथ बेहतर तालमेल है।

प्रदेश में तीन हजार से भी ज्यादा स्थानों पर वैक्सीनेशन का काम किया जाएगा। बाजार में कोरोना की वैक्सीन की कीमत क्या होगी, इसके बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है, लेकिन स्वास्थ्य कर्मियों और फं्रट लाइन वकर्स को वैक्सीन नि:शुल्क लगाई जाएगी।


निजी क्षेत्र के चिकित्साकर्मियों को भी नि:शुल्क वैक्सीन:


अजमेर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. केके सोनी ने बताया कि 16 जनवरी से टीकाकरण की तैयारी अजमेर में भी है। सरकारी अस्पतालों के साथ साथ निजी क्षेत्र के अस्पतालों के चिकित्सा कर्मियों को भी नि:शुल्क वैक्सीन लगाई जाएगी। अजमेर जिले में 14 हजार सरकारी तथा 6 हजार निजी क्षेत्र के चिकित्सा कर्मी चिन्हित किए गए हैं। जिले भर में 130 सेंटर बनाए गए हैं, जहां टीके लगाए जाएंगे। डॉ. सोनी ने बताया कि जिले के बड़े निजी अस्पतालों को सरकारी स्वास्थ्यकर्मी ही टीके लगाएंगे।


स्वस्थ व्यक्ति को भी वैक्सीन की जरुरत:


अजमेर के जेएलएन अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक और कोरोना संक्रमित मरीजों का इलाज करने वाले डॉ. अनिल सामरिया ने कहा कि स्वस्थ व्यक्ति को भी वैक्सीन की जरुरत है। यदि कोई व्यक्ति कोरोना काल में संक्रमित नहीं हुआ और अब वह पूर्ण स्वस्थ्य है तो भी ऐसे व्यक्ति को कोरोना का टीका लगवाना चाहिए। वायरस की चेन को तोडऩे के लिए टीका जरूरी है। डॉ. सामरिया ने कहा कि पिछले दिनों ऐसे कई केस सामने आए जिसमें व्यक्ति दोबारा से कोरोना संक्रमित हुए हैं।

इस स्थिति को देखते हुए ही पॉजिटिव से नेगेटिव हुए व्यक्ति को भी वैक्सीन की जरुरत है। डॉ. सामरिया ने कहा कि जब वैक्सीन सबके लिए उपलब्ध है तो फिर नहीं लगवाने का सवाल ही नहीं होना चाहिए। यदि किसी परिवार में दस सदस्य हैं तो सभी 10 सदस्यों को कोरोना की वैक्सीन की जरुरत है। भले ही कोई व्यक्ति तत्काल वैक्सीन न लगवाए लेकिन उपलब्ध होने पर जरूर लगवाए। वैक्सीन को जांच पड़ताल के बाद ही स्वीकृत किया गया है।

इसलिए इसके साइड इफेक्ट को लेकर चिंता करने की कोई बात नहीं हे। डायबिटीज़ हाई ब्लडप्रेशर अस्थमा जैसे रोगों से ग्रसित व्यक्तियों को तो वैक्सीन की जरुरत है ही। डॉ0 सामरिया का मानना है कि कोरोना वायरस का प्रकोप कम हो रहा है, लेकिन वायरस पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है। कोरोना का वायरस वैक्सीन से समाप्त होगा, इसलिए टीका लगवाना जरूरी है।