मोदी ने किया उद्घाटन,चंद घण्टो में गिरी फालसीलिंग

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प्रधानमंत्री ने जिस अस्पताल का किया उद्घाटन,चंद घण्टो में गिरा फाल सीलिंग।बीएचयू के एमसीएच के एक हिस्से का फाल सीलिंग गिरा,देर रात ओपीडी के बाद कॉरिडोर के फाल सीलिंग का एक और हिस्सा गिरा।काम की गुणवत्ता सवालों के घेरे में अपने काशी दौरे के दौरान इसी अस्पताल में पीएम ने किया था डॉक्टरों संवाद।

वाराणसी। बीएचयू में 100 बेड के बने इस एमसीएच विंग का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते 15 जुलाई को किया था। इस दौरान एमसीएच विंग में पीएम मोदी, सीएम योगी और प्रदेश की राज्यपाल सहित कई बड़े अधिकारी भी आए थे।एमसीएच विंग को बनाने के पीछे कोरोना की तीसरी लहर से मां और नवजात बच्चों को बचाने और बेहतर उपचार देने के लिए बनाया गया है। ऐसी आशंका जताई जा रही है, कि कोरोना की आने वाली तीसरी लहर छोटे बच्चों को अपने चपेट में ले सकती है। इसलिए यह अस्पताल बच्चों के बेहतर इलाज देने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर करेगा।

बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में बने एमसीएच विंग के एक हिस्से का फाल्स सीलिंग 16 जुलाई को गिर गया। खुशी की बात यह रही कि हादसे के समय वहां पर कोई मौजूद नहीं था।जानकारी के अनुसार सीलिंग के अंदर रिपेयरिंग का काम चल रहा था, जिसके लिए फाल्स सीलिंग को खोला गया। यह एमसीएच विंग का ओपीडी विभाग शुक्रवार से शुरू किया जाना था।पर किन्ही कारणों से शुरू नहीं किया जा सका था। 100 बेड वाले इस एमसीएच विंग में छोटे बच्चे और महिलाओं को इलाज दिया जाना है। इस लिए इसे पूरी तरह से खोलने से पहले पूरी जांच पड़ताल किया जाना चाहिए।

सरसुन्दर लाल अस्पताल में एमएस ऑफिस के ठीक बगल में 45. 50 करोड़ रुपये की लागत से बने पांच मंजिला एमसीएच विंग में गर्भवती महिलाओं और नवजात बच्चों का इलाज किया जाना है। इस भवन में ओपीडी के साथ ही भर्ती करने की भी सुविधा मिलेगी। बृहस्पतिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उद्घाटन करने के साथ ही इस भवन का दौरा भी किया था। शुक्रवार से एमसीएच विंग की ओपीडी भी शुरू नहीं हो पाई। कुछ लोग जहां उद्घाटन समारोह में स्त्री रोग विभाग की अध्यक्ष डॉ0 उमा पांडेय को समारोह में शामिल होने की अनुमति न मिलने से उनकी नाराजगी को भी इसकी वजह होने की चर्चा कर रहे थे।

19 जुलाई से शुरू होगी ओपीडी सेवा – 

सर सुन्दर लाल अस्पताल के एमएस प्रो. के0के0 गुप्ता ने बताया कि एमसीएच विंग में सोमवार से ओपीडी की शुरुआत होगी। यहीं मरीजों के लिए महिलाओं का पर्चा भी बनेगा। स्त्री रोग विभाग की अध्यक्ष डॉ. उमा पांडेय के समारोह में शामिल न हो पाने और नाराजगी के सवाल पर एमएस ने बताया कि डॉ पांडेय का नाम एसपीजी के पास रहने वाली सूची में न होने की वजह से ही एसपीजी ने बाहर जाने को कहा। उन्होंने कहा कि जबकि खुद मैंने इसकी जानकारी जिला प्रशासन के वहां मौजूद अधिकारी सीडीओ को दी तो उनका अस्थायी पास भी बना लेकिन एसपीजी ने फाइनल सूची में नाम न होने की वजह से समारोह में शामिल न होने की इजाजत दी।