बौद्ध दर्शन विद्वान थे आचार्य नरेन्द्र देव

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समाजवादी आंदोलन के शीर्ष नेता आचार्य नरेन्द्र देव की 132वीं जयंती पर गोमती नदी के तट पर मोती महल, लखनऊ स्थित समाधि पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पुष्पांजलि अर्पित की। उनके साथ आचार्य जी के परिवार के यशोवर्धन,मीरा वर्धन, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव राजेन्द्र चौधरी तथा डाॅ0 सुनीलम ने भी श्रद्धासुमन अर्पित किए।


अखिलेश यादव ने कहा कि आचार्य जी की अध्यक्षता में ही समाजवादी कांग्रेस की स्थापना हुई थी। वे मार्क्सवाद के साथ ही बौद्ध दर्शन के भी अधिकारिक विद्वान थे। राजनीति में रहकर भी वे अजातशत्रु थे। लखनऊ और काषी विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में उन्होंने नए शैक्षिक मानदण्ड रचे। उनका सम्पूर्ण जीवन लोकतंत्र, समाजवाद के प्रति प्रतिबद्धता, और गरीबों, किसानों तथा वंचितों-शोषितों के हितों के लिए संघर्ष करते बीता।इस अवसर पर सुरेन्द्र विक्रम सिंह, सुशील दीक्षित, विजय सिंह, मुकेश शुक्ला, मधुप मधुर, संतोष श्रीवास्तव, समीर सिंह, राजन त्रिवेदी, अरमान खान, प्रशांत सिंह आदि ने भी आचार्य जी को पुष्पांजलि दी।