प्रदेश के कोरोना संकमित न्यायिक अधिकारियों के इलाज की जिम्मेदारी हमारी है – ब्रजेश पाठक

103


आज 19 मई को न्याय मंत्री श्री ब्रजेश पाठक ने उत्तर प्रदेश न्यायिक सेवा संघ के पदाधिकारियों के साथ वर्चुअल मीटिंग में कोरोना से प्राण गंवाने वाले उच्च न्यायालय की खण्डपीठ , लखनऊ के मा ० न्यायमूर्ति स्व ० श्री वीरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव सहित प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कार्यरत 11 न्यायिक अधिकारियों- स्व ० सत्य प्रकाश द्विवेदी , एडीजे , मुरादाबाद , स्व ० राजीव कुमार सिंह , एडीजे , बदायूँ , स्व 0 विष्णू प्रताप सिंह , एडीजे , देवरिया , स्व ० धीरेन्द्र प्रताप सिंह , एडीजे , प्रयागराज , स्व ० कृष्ण चन्द्र पाण्डेय , एडीजे , बस्ती , स्व 0 अमी सिंह , एसीजे , भदोही , स्व ० शकील अहमद खान , प्रधान न्यायाधीश , कुटुम्ब न्यायालय , संत कबीर नगर , स्व 0 राजेश कुमार , एडीजे , लखीमपुर स्व 0 तैयब अहमद , एडीजे , सहारनपुर , स्व 0 ओमवीर जी , एडीजे , ललितपुर तथा स्व 0 अमित कुमार सिंह , सी 0 जे 0 एम 0 , एटा को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि यह अप्रत्याशित आपदाकाल है । हम सभी को कोरोना से जीतने तक पूरी ताकत के साथ लड़ना है । पूरी सरकार आपके साथ खड़ी है । उन्होंने सुझाव दिया कि न्यायिक सेवा संघ का एक whatsapp ग्रुप बनाया जाये ताकि इस आपदाकाल में सभी एक दूसरे के सम्पर्क में रहें और आवश्यकता पड़ने पर तत्काल उन्हें सहायता पहुँचाई जा सके । श्री पाठक ने यह भी आश्वस्त किया कि जो भी अधिकारी कोरोना से संक्रमित होगा उसे हम स्वयं पैरवी करके अस्पताल में भर्ती कराने से लेकर उन्हें अच्छी से अच्छी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायेंगे और कोरोना पीड़ित अधिकारियों के लगातार सम्पर्क में रहकर उनके मनोबल को कमजोर नहीं होने देंगे । उन्होंने यह भी बताया कि वर्तमान में जो भी अधिकारी कोरोना संक्रमित होकर अस्पताल में भर्ती हैं हम लगातार उनके सम्पर्क में हैं तथा उनकी जरूरतों के अनुसार उन्हें पर्याप्त चिकित्सा सुविधा भी उपलब्ध करा रहे हैं

न्यायिक सेवा संघ द्वारा बैठक में ही आन लाइन एक मांगपत्र दिया गया जिसमें प्रमुखता से : -सभी न्यायिक अधिकारियों व उनके परिजनों तथा न्यायालय कर्मियों को फंट लाइन वर्कर मानते हुए अविलम्ब उनके टीकाकरण – सभी न्यायिक अधिकारियों को प्राथमिकता के आधार पर कैशलेस चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने की बात कही गई है