उत्तर प्रदेश में जंगलराज,महिलाएं,बच्चियां हैं असुरक्षित-अजय कुमार लल्लू

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  • उत्तर प्रदेश में है जंगलराज,महिलाएं,बच्चियां हैं असुरक्षित, चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं योगी।
  • मेरठ एवं आगरा की हालिया घटना उ0प्र0 को शर्मशार करने वाली।
  • सामूहिक दुष्कर्म, हत्या, महिला उत्पीड़न रोकने में योगी सरकार अक्षम, योगी राज में महिलाएं, मासूम बच्चियां पूरी तरह असुरक्षित।
  • महिलाओं के साथ घट रही घृणित घटनाओं को छिपाकर झूठे आंकड़ों के पीछे अपना चेहरा छुपाने का प्रयास कर रही है योगी सरकार।
  • महिलाओं के विरुद्ध अपराध रोकने की नहीं बल्कि अपराधियो के हौसले बढ़ाने की मानसिकता से काम कर रही योगी सरकार।

डा0 उमा शंकर पाण्डेय

लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध पर भाजपा की योगी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि महिलाओं के साथ सामूहिक दुष्कर्म, बलात्कार व उनकी हो रही हत्याओं के बाद पुलिस आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज नही करती जिससे अपराधियांे के हौसले चरम पर हैं। महिलाओं के साथ जिस तरह वीभत्स और घृणित घटनाएं सामने आ रही हैं उसे सुनकर रूह कांप जाती है किंतु योगी सरकार झूठ बोलकर उन पर पर्दा डालने का पाप करती है उससे अपराधियो के हौसले लगातार बढ़ते जा रहे है। कांग्रेस व मीडिया द्वारा मामलों का संज्ञान लेने व आवाज उठाने के बाद योगी सरकार मजबूरी में रिपोर्ट दर्ज होने देती है और आरोपियों पर कार्यवाही के बजाय उनके पक्ष में बयानबाजी कर पीड़ित महिलाओं, बच्चियों के चरित्र हनन का प्रयास करती है। योगी सरकार में कानून का राज नहीं बल्कि जंगलराज कायम हो गया है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने मेरठ के सरधना में कोचिंग के लिये गयी 13 वर्षीय बेटी के साथ सामूहिक दुष्कर्म व जहर देकर उसको मार डालने वाले आरोपियों के विरुद्ध पांच दिन तक मुकदमा न दर्ज होने का उदाहरण देते हुए कहा योगी सरकार पूरी तरह सामूहिक दुष्कर्म, बलात्कार, हत्या जैसे घृणित अपराध के आरोपियों को संरक्षण देकर उनके हौसले बढ़ा रही है।

  प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि उत्तर प्रदेश में मानवता को शर्मसार करने वाली सामूहिक दुष्कर्म, हत्या व हत्या के प्रयास के मामले दिन-प्रतिदिन सामने आ रहे हैं। आगरा के एत्मादपुर में पति के सामने विवाहिता के साथ सामूहिक दुष्कर्म, 2 अप्रैल को हापुड़ में दसवीं की छात्रा के साथ बलात्कार व हत्या की घटना, झांसी में मासूम बच्ची के साथ दुष्कर्म व हत्या कर शव फेंकना, अलीगढ़ में 15 वर्षीय मासूम के साथ बलात्कर कर शव को रेल पटरियों पर फेंक देना, जबकि इस मामले में पुलिस आरोपियों द्वारा अपहरण करने व पांच लाख की फिरौती परिवार से मांगने की जानकारी थी इसके बाद भी कार्यवाही नही की गई। बालिका का शव मिलने व विरोध होने पर मुकदमा दर्ज हुआ। अमरोहा में अपहरण कर बलात्कार की घटना के बाद पीड़िता या उसके परिवारजन न्याय के लिये दर-दर भटकने को विवश हुए। विपक्ष व मीडिया द्वारा आवाज उठाने पर आरोपियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज हो पाया। उत्तर प्रदेश में महिलाओं के विरुद्ध बढ़ते अत्याचार, उत्पीड़न पर आरोपियों के साथ खड़े होकर उनके हौसले बढ़ा रही है। लड़कियां दुष्कर्म का शिकार हो रही हैं। मुख्यमंत्री चुनावी पर्यटन पर अन्य राज्यों में जाकर उत्तर प्रदेश की बेहतर कानून व्यवस्था का झूठा बखान कर रहे हैं।


प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू ने कहा कि योगी सरकार में महिलाओं के साथ हो रहे अपराध में आरोपी अपराधियों को संरक्षण देकर उनका हौसला बढ़ाने की रणनीति की कलई खुल गयी है। राष्ट्रीय अपराध रिकार्ड ब्यूरो के 2017 से अब तक के आंकड़े बताते हैं कि महिलाओं के साथ हो रहे घृणित अपराधों में उत्तर प्रदेश देश में पहले पायदान पर योगी राज में पहुंच चुका है। उन्होंने आंकड़ों के आधार पर प्रदेश में महिलाओं के साथ वीभत्स दुष्कर्म की घटनाओं का हवाला देते हुए कहा कि योगी जी के सत्ता सम्भालने के बाद से महिलाओं के साथ साथ अबोध, मासूम बच्चियों, युवतियों और वृद्ध महिलाएं तक असुरक्षित हो चुकी हैं।

अजय कुमार लल्लू ने कहा कि विधानसभा में सवाल का जवाब देते हुए योगी सरकार ने स्वयं स्वीकार किया कि हर सेगमेंट में महिला उत्पीड़न, बलात्कार, सामूहिक दुष्कर्म की घटनाएं रुक नहीं रहीं। 2018 में आये एनसीआरबी के रिकार्ड को देखंे तो दयनीय स्थिति स्पष्ट होती है कि  उत्तर प्रदेश में महिला उत्पीड़न के कुल 59445 मामलों में 4322 अपराध सामूहिक दुष्कर्म, बलात्कार, हत्या व हत्या के प्रयास के दर्ज हुए। 2019 में एनसीआरबी के आये आंकड़े बताते है कि 2017 से 2019 तक मासूम बच्चियों के साथ हुए अपराध में पास्को एक्ट में 7444 दर्ज हुए। पूरे देश मे विगत 4 वर्षों में महिलाओं के साथ एसिड अटैक की 150 घटनाएं हुई जिसमें उत्तर प्रदेश में ही 42 घटनाएं हुईं। यह आंकड़े खुद ब खुद बयां करते हैं कि उ0प्र0 की क्या स्थिति है और योगी राज के झूठ की पोल खोलने के लिये पर्याप्त है।

उन्होंने कहा कि महिला उत्पीड़न, बलात्कार के बढ़ते मामलों के लिये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरी तरह जिम्मेदार होकर कठघरे में खड़े हैं। गृह विभाग उनके पास है। बार-बार कानून व्यवस्था बेहतर की बात करने वाले मुख्यमंत्री जी को बताना चाहिए कि यदि कानून व्यवस्था  दुरुस्त है तो आंकड़े के आधार पर उत्तर प्रदेश महिला उत्पीड़न में प्रथम पायदान पर कैसे पहुंच गया?

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने भारतीय जनता पार्टी की योगी सरकार पर करारा हमला करते हुए कहा कि महिला सुरक्षा पर बड़ी-बड़ी बात करने वाली भाजपा की योगी सरकार पिछले 4 वर्षों में उत्तर प्रदेश में महिलाओं को सुरक्षा, न्याय, सम्मान, देने के बजाय आरोपियों के हौसले बढ़ाती रही। उन्होंने कहा कि योगी सरकार महिला उत्पीड़न रोकने में पूरी तरह नाकाम ही नहीं हुई बल्कि वह उनके उत्पीड़न की अनदेखी कर रही है। निर्भया फंड के धन का उपयोग न करना, वीमेन पावर हेल्प लाइन को बंद करना और मुकदमों को दर्ज न होने देना या पीड़िता या उसके परिवार को दर-दर की ठोकरंे खाने को विवश करना, यह बताने के लिये पर्याप्त है कि योगी सरकार महिलाओं के साथ अपराध करने वाले अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के बजाए उनके साथ खड़े नजर आते है।