40 वर्षों से अधूरी पड़ी माइनर की खुदाई शुरू

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  • 40 वर्षों से अधूरी पड़ी माइनर की खुदाई शुरू होने से ग्रामीणों में हर्ष की लहर।
  • भाजपा मंडल अध्यक्ष के चार वर्षों से किए जा रहे पत्राचार का प्रयास लाया रंग।
  • माइनर अपूर्ण होने से 500 बीघा जमीन के किसान नहीं कर पा रहे थे अपनी खेतों की सिंचाई।

अयोध्या/सोहावल। सोहावल पश्चिमी के भाजपा मंडल अध्यक्ष विनोद गौड़ द्वारा सन् 1984 से अधूरी पड़ी डेरामूंसी माइनर को खुदाई करके पूर्ण करने संबंधी विगत चार वर्षों से सिंचाई मंत्र से लेकर मुख्यमंत्री तक को किए जा रहे पत्राचार का सकारात्मक परिणाम सामने आया जब प्रदेश के जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने उक्त माइनर की खुदाई के संबंध में कड़ाई से निर्देश देते हुए धन भी अवमुक्त कर दिया । दो दिन पहले सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता रजनेश कुमार गौतम के निर्देश पर अवर अभियंता दिलीप कुमार मिश्रा ने जेसीबी मशीन के साथ डेरामूंसी गांव पहुंचकर खुदाई शुरू करवा दी ।

ठेकेदार कमलेश कुमार सिंह के अनुसार शारदा सहायक बड़ी नहर से सारंगापुर के पास से निकली 4200 मी. लंबी ये माइनर चतुर पुरवा, गोसाईं कुट्टी, डेरामूंसी, ढेलुआ भारी तथा रतनपुर होते हुए गोड़वा गांव जाती है । सहायक अभियंता राजेश कुमार निगम ने बताया कि आधे से ज्यादा दूरी में ये माइनर खुदी हुई थी लेकिन 1100 मी. की दूरी में डेरामूंसी व बदौली के कुछ दबंग किसान इस माइनर की खुदाई नहीं होने दे रहे थे जबकि चकबंदी में डेरामूंसी माइनर के पास जमीन छूटी हुई पड़ी है फिलहाल इस माइनर पर पुलिया व सायफन निर्माण नए सिरे से कराने के लिए 20 लाख रुपए का टेंडर हो चुका है तथा माइनर की खुदाई शुरू हो जाने से लगभग 500 बीघा असिंचित पड़ी जमीन के किसानों में हर्ष की लहर है ।