पंचायत चुनाव परिणाम से भाजपा में हाहाकार

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल कर सकते हैं।कैबिनेट विस्तार के बाद पांच नये चेहरे नजर आ सकते हैं।अरविंद शर्मा को प्रदेश का उपमुख्यमंत्री बनाये जाने की चर्चा जोरों पर है।

कोरोना काल में उत्तर प्रदेश के राजनीतिक हालातों को लेकर बीजेपी व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेतृत्व के बीच शीर्ष स्तर पर मंथन हुआ है। बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल रहे।कोरोना महामारी के हालात के बीच सरकार और पार्टी की छवि को लेकर चर्चा हुई है। कोरोना की दूसरी लहर के बीच लोगों में सरकार के प्रति नाराजगी को देखते हुए इस बैठक को अहम माना जा रहा है। उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में बीजेपी और संघ ने अपने संगठन को मजबूत करने के साथ ही सरकार के स्तर पर भी छवि सुधारने के प्रयास शुरू करने पर चर्चा की है।

(कोरोनाकाल में यूपी पुलिस ने अब तक चालान में वसूले कुल 175 करोड़ रुपये,कोरोना गाइडलाइंस का पालन ना करने को लेकर किया गया था चालान,सिर्फ मास्क न पहनने वालों से वसूले गए 82 करोड़ 55 लाख रुपये। )

पार्टी और संघ के सूत्रों के मुताबिक यूपी की स्थिति पर हुई बैठक में नरेंद्र मोदी के अलावा होम अमित शाह, बीजेपी चीफ जेपी नड्डा, आरएसएस के सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले रहे मौजूद। उत्तर प्रदेश बीजेपी के संगठन मंत्री सुनील बंसल भी मीटिंग में शामिल थे। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में संगठन और सरकार को लेकर कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। कोरोना महामारी से उत्तर प्रदेश सबसे बुरी तरह प्रभावित राज्यों में से एक है, जहां गंगा में तैरती लाशों ने डरावना मंजर पेश किया है। हाल ही में बीजेपी ने आलोचना से सचेत होकर और महामारी की दूसरी लहर के बाद अपने कार्यकर्ताओं से सेवा करने के लिए खुद को समर्पित करने का आग्रह किया है।

मिशन 2024 के लिहाज से भी बीजेपी के लिए अहम है उत्तर प्रदेश –

बीजेपी और संघ के लिए यूपी की चिंता इसलिए भी अहम है क्योंकि विधानसभा चुनाव के लिहाज से तो यह सबसे बड़ा राज्य है ही, लोकसभा के लिए भी महत्वपूर्ण है। लोकसभा के सबसे ज्यादा 80 सांसद उत्तर प्रदेश से आते हैं। ऐसे में यदि 2022 में बीजेपी सत्ता में वापसी करती है तो फिर मिशन 2024 भी उसके लिए बहुत कठिन नहीं होगा। इसी मकसद से पार्टी ने यूपी को फोकस कर अपनी रणनीति तैयार करना शुरू कर दिया है।

प्रदेश सरकार में छह मंत्रियों की जगह खाली –

योगी सरकार में अधिकतम 60 मंत्री बनाए जा सकते हैं। मौजूदा समय में योगी आदित्यनाथ सरकार के मंत्रिमंडल में 23 कैबिनेट मंत्री, 9 स्वतंत्र प्रभार मंत्री और 22 राज्यमंत्री हैं। इस तरह से सरकार में फिलहाल 54 मंत्री हैं। अभी भी इस सरकार में छह मंत्रियों के पद खाली हैं। चुनावी वर्ष 2022 के नजदीक होने के कारण मुख्यमंत्री योगी अपनी सरकार में कुछ नए लोगों को शामिल कर सियासी समीकरण को साधने का दांव चल सकते हैं।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने मंत्रिमंडल में फेरबदल कर सकते हैं। जी हां…दिल्ली में भाजपा और संघ के सरकार्यवाहक दत्तात्रेय होसबोले, केंद्रीय नेतृत्व और उत्तर प्रदेश के संगठन महामंत्री की अहम बैठक हुई है। इस बैठक के बाद यूपी कैबिनेट में फेरबदल के कयास लगाये जा रहे हैं।

इधर पीएम मोदी के करीबी माने जाने वाले एसके शर्मा को प्रदेश का उपमुख्यमंत्री बनाये जाने की चर्चा जोरों पर है। यहां चर्चा कर दें कि पूर्वांचल और बनारस में एसके शर्मा के कोरोना संक्रमण से निबटने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद तारीफकर चुके हैं। यही वजह है कि एसके शर्मा के उपमुख्यमंत्री बनाये जाने के कयास लोग लगा रहे हैं।

सूत्रों की मानें तो इस बैठक में प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव पर भी चर्चा हुई।अब प्रदेश में दो उपमुख्यमंत्री रहते हैं या इनमे से एक को हटाया जाता है ये देखने वाली बात है। कुछ लोग ये बता रहे हैं कि सूबे में तीन उपमुख्यमंत्री हो सकते हैं। वहीं इस कैबिनेट विस्तार में पांच नये चेहरे नजर आ सकते हैं और सात हटाये जा सकते हैं।

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