गुटों में बंटी नजर आयी सपा

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अबू आसिम के स्वागत में गुटों में बंटी नजर आयी सपा।स्वागत तो था बहाना,असल मे ताकत था दिखाना।

अब्दुल जब्बार एडवोकेट व मुजतबा खाँ

अयोध्या/भेलसर।  सपा नेता अबू आसिम आज़मी के स्वागत में जिस तरह रूदौली विधान सभा मे सपा गुटों में बंटी नजर आयी यह पार्टी के लिये शुभ संकेत नही है।अगर पार्टी समय रहते सचेत नही हुई तो इसका खामियाजा विधान सभा चुनाव में भुगतना पड़ सकता है।एक तरफ सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव साम्प्रदायिक शक्तियों को परास्त करने के लिये एड़ी चोटी का जोर लगाये हुए हैं तो वहीं दूसरी तरफ रूदौली विधान सभा मे कुछ लोग उनकी मेहनत पर पानी फेरने में लगे हुए हैं।आज अबू आसिम आजमी का रानीमऊ चौराहे से लेकर भेलसर चौराहे के बीच तीन स्थानों पर जबरदस्त स्वागत हुआ।तीनों गुट भीड़ इकट्ठा करने के मामले एक दूसरे को नीचा दिखाने के लिये तुले हुए थे।स्वागत समारोह सम्पन्न होने के बाद जब अबू आसिम चले गये तो बाकी बचे कार्यकर्ताओं में बहस छिड़ी हुई थी।रानीमऊ में उपस्थित कार्यकर्ता रौजागांव तथा दलसेराय से ज्यादा अपनी भीड़ बता रहे थे तो वहीं मो0 रईस खाँ तथा मो0 आरिफ के समर्थक सबसे ज्यादा भीड़ अपने कार्यक्रम में होने का दावा कर रहे थे।दूसरी ओर मोहम्मद अली के समर्थक सबसे सफल कार्यक्रम अपना बता रहे थे।

सवाल यह उठता हैं कि जब आपस मे ही एक दूसरे पर व्यंग भरे बाड़ चलते रहेंगे तो कैसे विधान सभा चुनाव में कामयाबी मिलेगी।जिस दिन सपा का टिकट फाइनल होगा उस दिन पार्टी में और अंतर्कलह बढ़ जाएगी।क्योंकि एक दर्जन के करीब टिकट के दावेदारों में सिर्फ एक ही को टिकट मिलेगा बाकी लोगों को तो निराश ही होना पड़ेगा।अबू आसिम आज़मी को भी इसका एहसास हो गया तभी तो उनको कहना पड़ा कि पार्टी जिसको भी टिकट दे सभी लोग एक जुट होकर सपा प्रत्याशी को जिताओ।पहली बार रूदौली विधान सभा मे एक दर्जन से भी अधिक टिकट के दावेदार है।सभी लोग टिकट मिलने के प्रति आश्वस्त हैं।इसमें कोई दो राय नही सभी दावेदार क्षेत्र में भ्रमण कर सपा का प्रचार कर रहे हैं।कई दावेदार तो पूरे ताम झाम से क्षेत्र भ्रमण कर रहे हैं।कुछ तो चार चार गाड़ियों के साथ निकल रहे हैं और कुछ तो अपने साथ एक या दो सुरक्षा कर्मी भी लेकर चल रहे हैं जबकि इसकी कोई आवश्यकता नही है।

सुरक्षाकर्मी लेकर चलना स्टेटस सिम्बल बन गया है।कुछ दावेदार तो अभी तक हाईकमान द्वारा टिकट फाइनल न करने से बेचैन नजर आ रहे हैं क्योंकि खर्च भी बढ़ रहा है।अगर कहीं टिकट वितरण में विलम्ब हुआ तो कुछ लोग शांत होकर घर भी बैठ सकते हैं।जनता भी मौका देखकर चौका मारती है।क्षेत्र में जगह जगह मेला तथा रामलीला का दौर चल रहा था।टिकट के दावेदार जरूर आमंत्रित किये जाते रहे।जब वह कार्यक्रम में पहुंचते तो कुछ न कुछ तो देना ही पड़ता है।सपा के कुछ निष्ठावान कार्यकर्ता पार्टी में चल रही गुटबाजी से दुखी हैं।सपा के युवा नेता पूर्व जिलापंचायत सदस्य प्रतिनिधि वैश अंसारी उर्फ गुड्डू का मानना है कि पार्टी को टिकट जल्द फाइनल कर देना चाहिये जिससे ज्यादा गुटबाजी न बढ़ने पाये।