अन्त्योदय के प्रणेता थे पं0 दीन दयाल उपाध्याय जी-मुख्यमंत्री

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मुख्यमंत्री ने पं0 दीन दयाल उपाध्याय जी की जयन्ती पर उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की।अन्त्योदय के प्रणेता, स्वतन्त्र भारत में एकात्म मानववाद के दर्शन से जीवन की वास्तविकता की ओर शासन का ध्यान आकर्षित करने वाले पं0 दीन दयाल उपाध्याय जी की जयन्ती पर पूरा देश उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा। पं0 दीन दयाल जी का कहना था कि प्रगति की माप आर्थिक रूप से सम्पन्न व्यक्ति के आधार पर नहीं, बल्कि समाज के अन्तिम पायदान पर बैठे व्यक्ति के आधार से की जानी चाहिए।पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पं0 दीन दयाल उपाध्याय जी के सपने को साकार करने का काम किया।पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार के समय से अन्त्योदय, अन्नपूर्णा और बी0पी0एल0 स्कीम के माध्यम से राशन की सुविधा हर गरीब तक पहुंचाने का वृहद कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पद की शपथ लेने के साथ ही,सबसे पहला मंत्र ‘सबका साथ, सबका विकास’ का दिया,यह मंत्र समग्र विकास की अवधारणा को प्रस्तुत करता है। आजादी के बाद देश में पहली बार 04 करोड़ परिवारों को बिजली कनेक्शन, ढाई करोड़ से अधिक परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजनाका लाभ, 10 करोड़ गरीबों को शौचालय की सुविधा का लाभ मिला।देश में पहली बार कोरोना महामारी के समय 80 करोड़ लोगोंको निःशुल्क राशन की सुविधा उपलब्ध करायी गई।प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश के 50 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से 05 लाख रु0 सालाना का स्वास्थ्य बीमा कवर देने का कार्य किया गया


लखनऊ। उ
त्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पं0 दीन दयाल उपाध्याय स्मृतिका में स्थित पं0 दीन दयाल उपाध्याय जी की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि आज अन्त्योदय के प्रणेता, स्वतन्त्र में भारत एकात्म मानववाद के दर्शन से जीवन की वास्तविकता की ओर शासन का ध्यान आकर्षित करने वाले पं0 दीन दयाल उपाध्याय जी की जयन्ती है। उनकी जयन्ती पर पूरा देश उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है। समाज के अन्तिम पायदान पर बैठे व्यक्ति के लिए पं0 दीन दयाल जी ने आजादी के बाद के दशक में जो दर्शन दिया था, वह बाद के समय में सरकार का मार्गदर्शक बना। पं0 दीन दयाल जी का कहना था कि प्रगति की माप आर्थिक रूप से सम्पन्न व्यक्ति के आधार पर नहीं, बल्कि समाज के अन्तिम पायदान पर बैठे व्यक्ति के आधार से की जानी चाहिए। इसके लिए उन्होंने अन्त्योदय की बात कही। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पं0 दीन दयाल उपाध्याय जी के सपने को साकार करने का काम किया है। पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार के समय से अन्त्योदय, अन्नपूर्णा और बी0पी0एल0 स्कीम के माध्यम से राशन की सुविधा हर गरीब तक पहुंचाने का वृहद कार्यक्रम प्रारम्भ हुआ। गांव-गांव तक विकास की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के साथ ही भारत में अवसंरचना विकास के लिए स्वर्णिम चतुर्भुज योजना जैसी परियोजनाओं को देश ने साकार होते हुए देखा।


मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने पद की शपथ लेने के साथ ही, सबसे पहला मंत्र ‘सबका साथ, सबका विकास’ का दिया था। यह मंत्र समग्र विकास की अवधारणा को प्रस्तुत करता है। आजादी के बाद देश में पहली बार 04 करोड़ परिवारों को बिजली कनेक्शन, ढाई करोड़ से अधिक परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ, 10 करोड़ गरीबों को शौचालय की सुविधा का लाभ मिला। देश में पहली बार कोरोना महामारी के समय 80 करोड़ लोगों को निःशुल्क राशन की सुविधा उपलब्ध करायी गई। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश के 50 करोड़ लोगों को आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से 05 लाख रुपये सालाना का स्वास्थ्य बीमा कवर देने का कार्य किया गया है। यह सब इसलिए साकार हुआ कि हमारे प्रणेता पं0 दीन दयाल उपाध्याय जी ने इस बात की प्रेरणा हमें दी। समाज के अन्तिम पायदान पर बैठे व्यक्ति के प्रति सरकार की संवेदनाओं को झकझोरने का कार्य श्रद्धेय उपाध्याय जी ने पिछली सदी के 5वें और 6वें दशक में किया था। उसे साकार करने का कार्य अगर किसी ने किया है, तो प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने किया है।इस अवसर पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह ओलख सहित जनप्रतिनिधिगण एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।