राष्ट्रपति 06 जून को राज्य विधान मण्डल के संयुक्त उपवेशन को सम्बोधित करेंगे

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राष्ट्रपति जी द्वारा 06 जून, 2022 को उ0प्र0 राज्य विधान मण्डल के संयुक्त उपवेशन को सम्बोधित किये जाने के प्रस्तावित कार्यक्रम के सन्दर्भ में विचार-विमर्श हेतु सर्वदलीय बैठकबैठक में विधान परिषद के सभापति, विधान सभा अध्यक्ष, मुख्यमंत्री तथा दलीय नेताओं ने प्रतिभाग कियाआजादी के अमृत महोत्सव के वर्ष में राज्य विधान मण्डल की गरिमा को बढ़ाने में राष्ट्रपति जी का सम्बोधन महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेगा।


लखनऊ। राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द जी द्वारा 06 जून, 2022 को उत्तर प्रदेश राज्य विधान मण्डल के संयुक्त उपवेशन को सम्बोधित किये जाने के प्रस्तावित कार्यक्रम के सन्दर्भ में विचार-विमर्श हेतु आज विधान भवन में एक सर्वदलीय बैठक आयोजित की गयी। बैठक में विधान परिषद के सभापति श्री कुंवर मानवेन्द्र सिंह, विधान सभा अध्यक्ष श्री सतीश महाना, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी तथा दलीय नेताओं ने प्रतिभाग किया।विधान परिषद के सभापति ने कहा कि राष्ट्रपति जी द्वारा विधान मण्डल के सयंुक्त उपवेशन को सम्बोधित करने के सम्बन्ध में प्रस्ताव सदन में सर्वसम्मति से पारित होना सदस्यों के लिए सौभाग्य की बात है। राष्ट्रपति जी के सम्बोधन से सदस्यगण विशेष रूप से मार्गदर्शन प्राप्त करेंगे।


विधान सभा के अध्यक्ष ने कहा कि राष्ट्रपति जी द्वारा विधान मण्डल के संयुक्त उपवेशन को सम्बोधित करने के सम्बन्ध में प्रस्ताव सदन में सर्वसम्मति से पारित किया गया है।इस अवसर पर मुख्यमंत्री तथा नेता सदन योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि 06 जून की तिथि उत्तर प्रदेश विधान मण्डल की दृष्टि से इतिहास बनने की ओर अग्रसर है। राष्ट्रपति जी द्वारा समवेत सदन का सम्बोधन आजादी के अमृत महोत्सव के वर्ष में राज्य विधान मण्डल की गरिमा को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करने जा रहा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 23 मई से विधान मण्डल सत्र गरिमापूर्ण तरीके से समृद्ध चर्चा व परिचर्चा के साथ संचालित हो रहा है। यह लोकतंत्र व विभिन्न विधान मण्डलों के लिए एक नजीर बनने की ओर अग्रसर है। इस हेतु उन्होंने विधान परिषद के सभापति, विधान सभा अध्यक्ष एवं सदन के सदस्यों के साथ-साथ दलीय नेताओं को बधाई दी।सदन में समृद्ध चर्चा न केवल लोकतंत्र की गरिमा को बढ़ाती है, बल्कि सामान्य नागरिक के मन में जनप्रतिनिधियों एवं लोकतंत्र के प्रति सम्मान व गौरव की अनुभूति भी जागृत करती है। इसी श्रृंखला को आगे बढ़ाते हुए 06 जून को उत्तर प्रदेश राज्य विधान मण्डल की ओर से विधान परिषद के सभापति एवं विधान सभा अध्यक्ष ने राष्ट्रपति जी के समवेत सदन को सम्बोधित करने के लिए आमंत्रित किया है।


मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि वर्ष 1937 में उत्तर प्रदेश विधान सभा की कार्यवाही इसी सदन में हुई थी। उन्होंने सर्वदलीय बैठक में सभी दलों के नेताओं से आह्वान किया कि वे 06 जून को राष्ट्रपति जी के सम्बोधन के कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जी उत्तर प्रदेश के सपूत हैं। वे देश के सर्वाेच्च पद पर विराजमान हैं। राष्ट्रपति जी का सम्बोधन सदस्यों में नवीन उत्साह और उमंग का संचार करते हुए प्रेरणा का कारक बनेगा।संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि राष्ट्रपति जी के अनुभव और मार्गदर्शन से सदस्यों का ज्ञानवर्धन होगा। विधान मण्डल में समय-समय पर इस प्रकार का मार्गदर्शन मिलने से सदस्यों को बहुत लाभ होता है।इस अवसर पर मत्स्य मंत्री संजय निषाद भी उपस्थित थे। बैठक में समाजवादी पार्टी के मनोज कुमार पाण्डेय, अपना दल (सोनेलाल) के राम निवास वर्मा, बहुजन समाज पार्टी के उमाशंकर सिंह, भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के वीरेन्द्र चौधरी, राष्ट्रीय लोकदल के अजय कुमार, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के ओम प्रकाश राजभर, निर्बल इण्डियन शोषित हमारा आम दल के अनिल कुमार त्रिपाठी, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के रघुराज प्रताप सिंह ने अपने-अपने दल की ओर से कार्यक्रम हेतु पूर्ण सहयोग दिए जाने का आश्वासन दिया। [/Responsivevoice]